टीईटी परीक्षा को आउट कराने के फिराक में दर्जन भर से ज्यादा हाईजैकर गिरफ्तार!

 






मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ। पूर्वी उत्तर प्रदेश के नकल माफियाओं ने उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता (टीईटी) परीक्षा 2019 को हाईजैक करने की नापाक कोशिश किया। गाजीपुर, प्रयागराज और जौनपुर में टीईटी परीक्षा में नकल कराने में शामिल गिरोह के लोगों को समय रहते यूपी एसटीएफ ने दबोच लिया। गाजीपुर जिले में वाराणसी एसटीएफ ने छावनी स्थित बुद्धम शरणम इंटर कॉलेज में टीईटी-2019 की परीक्षा में नकल कराने के आरोप में कालेज के प्रिंसपल समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया है। इसके अलावा प्रयागराज में एसटीएफ ने पेपर आउट कराने वाले गिरोह का खुलासा किया है। यहां एसटीएम ने गिरोह के सरगना कॉलेज प्रबंधक समेत सात लोगों को सिविल लाइंस इलाके से पकड़ा है। जौनपुर में तीन मुन्नाभाई लोगों को गिरफ्तार किया। गाजीपुर में कॉलेज प्रिंसपल पारस सिंह कुशवाहा स्वयं ही नकल करा रहा था, जिसे एसटीएफ ने दबोच लिया। वाराणसी एसटीएफ की टीम ने गाजीपुर में बुद्धम शरणम इंटर कॉलेज के प्रिंसिपल, क्लर्क समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया। इनमें प्रिंसिपल पारस सिंह कुशवाहा, चंद्रभान कुशवाहा, अजीत कुशवाहा, चंद्रपाल कुशवाहा, क्लर्क सियाराम यादव शामिल हैं। आरोप है कि ये सभी प्रश्नपत्रों को मोबाइल फोन से स्कैन कर डेढ़ लाख रूपए में बेचने की योजना बना रहे थे। गिरफ्तार अजीत के मोबाइल फोन में पत्रों के सी और डी सेट के कुल 50 पेज रिकवर किए गए हैं। साथ ही कुछ पत्रों के प्रिंटिंग भी बरामद किए गए हैं। पता चला है कि गिरफ्तार प्रिंसिपल पारस सिंह कुशवाहा वर्ष 2016 में यूपी पालीटेक्निक एंट्रेंस में जेल जा चुका है। प्रयागराज में भी एसटीएफ को सूचना मिली थी कि एक गिरोह टीईटी की परीक्षा के प्रश्न पत्र आउट करने वाला है। सटीक सुरागसी के बाद टीम ने छापा मारकर सिविल लाइंस इलाके सेमुख्य सरगना समेत कॉलेज प्रबंधक, दलाल, सॉल्वर, मोबाइल एवं सिम डीलर कुल सात लोगों को गिरफ्तार किया है। इनकेकब्जे से 180 मोबाइल फोन, 220 प्री एक्टीवेटेड सिम, एक ब्लूटूथ स्पीकर डिवाइस, दो कार व 02 मोटरसाइकिल और 4,11000 रूपए नकद बरामद हुए हैं। गिरफ्तार लोगों में अशोक नगर निवासी संजय उर्फ रमेश उर्फ राकेश सिंह, पंचम लाल आश्रम इंटर कॉलेज के कॉलेज प्रबंधक चंद्रमा सिंह यादव, पेपर आउट कराने वाला दलाल अश्वनी कुमार श्रीवास्तव, कैंडिडेट प्रोवाइडर अमित यादव, मोबाइल एवं सिम प्रोवाइडरराजेन्द्र कुमार यादव, अमरनाथ झा, सॉल्वरविनोद कुमार साह वराजेश मिश्रा शामिल हैं।कुछ वर्ष पहले पालिटेक्निक के प्रवेश परीक्षा में इस नकल माफिया के स्‍कूल में पालिटेक्निक के प्रेवश परीक्षा में करीब सात-आठ लड़को को नकल के माध्‍यम से टॉप करा दिया गया था, जिसको लेकर बुद्धम शरणं इंटर कालेज सुर्खियों में आया था।रिजल्‍ट निकलने के बाद जब इसकी खबर शासन को लगी तो पूरे प्रदेश में हड़कंप मच गया था, शासन ने लखनऊ से जांच टीम भेजकर कालेज की जांच कराई और इस कालेज के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गयाl  जिसमें कालेज के प्रिंसिपल सहित कई लोग जेल भेजे गये थे।