जब तक जनता को न्याय नहीं दिला देता, चैन से नहीं बैठूंगा


 भोपाल। कांग्रेसी भोपाल में बैठे-बैठे स्टेटमेंट दे रहे हैं कि शिवराज जनता की अदालत लगा रहे हैं। आप जनता की मदद नहीं करोगे, उसकी तकलीफों के प्रति असंवेदनशील रहोगे,  तो जनता कहाँ जाएगी। मैंने आज जनता की अदालत लगाई है और जब तक जनता को न्याय नहीं दिला देता चैन से नहीं बैठूंगा। पूर्व मुख्यमंत्री ने इस धरने को 'जनता की अदालत' नाम दिया है और उन्होंने यहां बाढ़ पीड़ितों की समस्याएं भी सुनीं।


हम सरकार को जगाने आए हैं


                पूर्व मुख्यमंत्री  चौहान ने कहा कि आज का आंदोलन रचनात्मक आंदोलन है।  हंगामा खड़ा करना हमारा मकसद नहीं है। हम सोती हुई सरकार को कुंभकरणी निद्रा से जगाने आए हैं। हम चाहते तो आज ही कलेक्ट्रेट घेर लेते, लेकिन हमने आज जनता की अदालत लगाई है। इसमें जनता अपनी तकलीफें बताएगी और हम उन्हें नोट करेंगे। इन तकलीफों को दूर करने का प्रयास भी करेंगे।  चौहान ने कहा कि मेरी पहली कोशिश है सरकार को जगाना और जनता की मदद करना। हम कमलनाथजी को चैन से सोने नहीं देंगे। 


चारों तरफ बर्बादी, सरकार सो रही है


                 चौहान ने कहा कि यह सदी की सबसे भयानक आपदा है, जिसमें सब कुछ बर्बाद हो गया। लोग परेशान हैं। एक बुजुर्ग महिला ने मुझसे रोते-रोते कहा कि बेटी की शादी है,  अब मेरे पास कुछ नहीं बचा। बच्चों की किताबें-कॉपी बह गई, अर्धवार्षिक परीक्षा है उनकी। बच्चे मुझसे लिपट के रो रहे थे। कल एक गांव के सरपंच ने आत्महत्या कर ली। सोयाबीन की फसल गल गई,  फली लगी नहीं। कर्जा आपने माफ किया नहीं,  कर्ज के बोझ तले उन्होंने कीटनाशक पीकर आत्महत्या कर ली । सरकार सुन नहीं रही है।  उन्हें जनता की परेशानी से कोई मतलब नहीं। चारों तरफ बर्बादी है सरकार सो रही है। कमलनाथ जी हम यह नहीं सहेंगे, जुल्म की पराकाष्ठा हो गई है ।


कांग्रेस सरकार में नहीं बची संवेदना


                 चौहान ने कहा कि कांग्रेस की सरकार और उसके मंत्रियों में कोई संवेदना नहीं रह गई है। बाढ़ पीड़ितों ने दूध मांगा, तो मंत्री ने कह दिया कि 'मैं दूध थोड़ी देता हूं'। भाई दूध नहीं देते,  लेकिन बंदोबस्त तो कर सकते हो, बच्चे बिलख रहे है। मंत्री जी, दो शब्द तो संवेदना के बोल सकते थे। उन्होंने कहा कि मैं यहां आता हूं, तो कांग्रेसी कहते हैं घड़ियाली आंसू बहा रहा हूं। लेकिन मैं नहीं आता तो मुख्यमंत्री कमलनाथ आते क्या ? मैं यहां नहीं आता तो कमलनाथ भी मंत्रालय से नीचे नहीं उतरते। मैं घूम रहा हूं तो आज शर्म के मारे वे भी निकल रहे हैं।  


हम समाधान चाहते हैं


                पूर्व मुख्यमंत्री  चौहान ने कहा कि संकट की घड़ी में हम आप को अकेला नहीं छोड़ेंगे। भाजपा का साफ कहना है दरिद्र ही हमारा भगवान है। जनता सड़क पर है,  इसलिए हम सड़क पर आंदोलन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम समाधान चाहते हैं और सरकार के ऊपर दबाव बनाएंगे कि जनता को जल्द से जल्द मुआवजा दे,  उन्हें राहत पहुंचाए। हम मांगों के लिए सरकार को समय सीमा देंगे। समय सीमा में मांगे पूरी नहीं हुई तो हम आंदोलन करेंगे ।


कांग्रेस ने प्रदेश बर्बाद कर दिया


                चौहान ने कहा कि आज जनता की अदालत में किसान बर्बाद फसलों के ठूंठ लेकर आए हैं। सौ प्रतिशत फसल खराब है। उन्होंने मुख्यमंत्री कमलनाथ से कहा कि आप किस चीज का सर्वे करोगे, जब सब कुछ नष्ट हो गया है ।  चौहान ने कहा कि लोकतंत्र में जनता राजा होती है, तंत्र प्रशासन और उसके कलेक्टर, एसपी जैसे अधिकारी होते हैं।  मंत्री,  मुख्यमंत्री सब जनता के सेवक हैं । सेवक तो सो रहे हैं, उन्हें जनता की परेशानियों से कोई फर्क नहीं पड़ रहा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार कुम्भकरण से बढ़कर है। वो तो सिर्फ 6 महीने खाता था,  कांग्रेस तो साल भर खाती है । पूरा प्रदेश चौपट कर दिया बर्बाद कर दिया।


पहले जो पैसा रखा है, उसे तो खर्च करो 


चौहान ने कहा कि प्रदेश सरकार ने डीजल-पेट्रोल के दाम बढ़ा दिए । कांग्रेस सरकार के मंत्री कहते हैं केंद्र ने दाम बढ़ा दिए हैं। मंत्री कह रहे हैं कि टैक्स बढ़ाने से जो पैसा आएगा उसे बाढ़ पीड़ितों पर, किसानों पर खर्च करेंगे। मैं कहता हूं कांग्रेसियो कुछ तो शर्म करो,  ढोंग मत करो। पहले से जो पैसा सरकार के पास रखा है,  उसे तो खर्च करो ।  चौहान ने कहा कि हम डीजल पेट्रोल के दाम बढ़ाने का विरोध करते हैं,  इसकी निंदा करते हैं।


                इस अवसर पर सांसद  सुधीर गुप्ता, पूर्व मंत्री  कैलाश चावला, विधायक  जगदीश देवडा, जिलाध्यक्ष  राजेन्द्र सुराना, नीमच जिलाध्यक्ष  हेमंत हरित, विधायक  यशपाल सिंह सिसौदिया,  ओमप्रकाश सखलेचा,  दिलीप सिंह परिहार,  माधव मारू,  देवीलाल धाकड़, पूर्व विधायक  राधेश्याम पाटीदार,  चंदर सिंह सिसोदिया सहित जिला पदाधिकारी व कार्यकर्ता उपस्थित थे।