जब उत्तर प्रदेश  न0-1 होगा तभी देश न0-1 होगा : केशव प्रसाद मौर्य 


लखनऊ। तीन दिवसीय इण्डिया फूड एक्सपो 2019 का शुभारम्भ आज आई0आई0ए0 विभूतिखण्ड , गोमतीनगर में हुआ जिसे इण्डियन इण्डस्टीज एसोसिएशन एवं उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग , उ0प्र0 ने संयुक्त रूप से आयोजित किया कार्यक्रम का उद्घाटन  उप मुख्यमंत्री  केशव प्रसाद मौर्या  ने किया। उदघाटन समारोह मे उप मुख्यमंत्री ने कहा कि अब वह समय चला गया है जब उद्यमी को अपना उद्योग चलाने में डर लगता था । हमारी सरकार में आप निडर होकर काम करें । उद्योगों की बहुत सारी समस्याये आती है परन्तु ऐसी कोई समस्या नहीं है जिसका समाधान सरकार के पास नही है । खाद्य प्रसंस्करण उद्योगों को प्रदेश में स्थापित करने के लिये सरकार ने एक अच्छी पॉलिसी बनाई है जिसके बाद आज तक प्रदेश में 330 नई खाद्य प्रसंस्करण इकाईयाँ स्थापित हो चुकी है । परन्तु देश में सबसे बड़ा राज्य होने के नाते हम इस ऑकड़े से संतुष्ट नही है हमें इसे हजारो और लाखो में ले जाना है । उ0 प्र0 से जो पहले उद्यमियों का पलायन होता था वह अब नही होगा हमने ऐसी परिस्थितियाँ सृजित कर दी है । इण्डियन इण्डस्टीज एसोसिएशन ( आई0आई0ए0 ) की कोल्ड चैन योजना की मांग पर मौर्य ने कहा कि हम प्रदेश में जितनी कोल्ड चैन चाहिए उतनी दी जायेगी जिसके लिये जो भी प्रयास करने होगें प्रदेश सरकार करेगी । आई०आई०ए० की एक और मॉग कि खाद्य प्रसंस्करण उद्योग को मौसमी उद्योग का दर्जा दिया जाना चाहिए पर  मौर्य ने कहा कि इस पर भी वार्ता करेगे और उसका समाधान निकालेगे । प्रदेश सरकार उत्तर प्रदेश को देश में न0 1 बनाने के लिये उद्यमियों के साथ है । जब उ0प्र0 देश में न० 1 होगा तभी देश भी दुनिया में न01 बन  दिया था परन्तु वर्तमान सरकार के प्रयासो एवं उद्योगों के प्रति प्राथमिकता को ध्यान में रखते हुए हमने इण्डिया फूड एक्सपो आयोजित करने का पुनः निर्णय लिया है जिसे हम आने वाले वर्षों में और भी बड़े स्तर पर आयोजित करेगें । कार्यक्रम का संचालन महासचिव आई0आई0ए0  मनमोहन अग्रवाल ने किया । इण्डिया फूड एक्सपो आर्गेनाइजिंग कमेटी के चेयरमैन  चेतन भल्ला ने कहा कि खाद्य प्रसंस्करण उद्योगों की कुछ समस्याओं एवं मॉगों को  उप मुख्यमंत्री  के समक्ष रखा गया ।  रजनीश सेठी सह - अध्यक्ष इण्डिया फूड एक्सपो आर्गेनाइजिंग कमेटी ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया । इण्डिया फूड एक्सपो 2019 प्रदर्शनी के साथ - साथ आज " खाद्य प्रसंस्करण उद्योग स्थापित करने के लिये उपलब्ध अवसरो " विषय पर एक दिवसीय सेमीनार का भी आयोजन किया गया जिसमें 250 प्रतिभागियों ने भाग लिया । इस आयोजन में डा0 एसबी शर्मा निदेशक उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग ने तकनीकी सत्र की अध्यक्षता करते हुये कहा कि खाद्य प्रसंस्करण के क्षेत्र में सुक्ष्म , लघु व मध्यम उद्यमियों को विभिन्न क्षेत्रों जैसे फल , सब्जी प्रसंस्करण , दुग्ध प्रसंस्करण , ऑयल स्पेलर , बेकरी तथा अनाज आधारित उद्योगो को लगाने हेतु प्रोत्साहित किया जा रहा है । विभाग द्वारा दिये जाने वाले अनुदान के साथ - साथ व्याज उपादान का लाभ भी प्राप्त कर सकते है । डा0 पीपी गोथवाल हैड सीएफटीआरआई द्वारा  उद्यमियों को आधुनिक तकनीकी की जानकारी के साथ - साथ छोटे उद्योगों को स्थापित करने हेतु प्रोत्साहित किया गया । डा0 एस0के0 चौहान , निदेशक आर फेक द्वारा खाद्य सुरक्षा के साथ खाद्य प्रसंस्करण उद्योगों की स्थापना और सम्भावनाओं पर चर्चा कि गयी ।  प्रवीण कुमार उपनिदेशक खाद्य प्रसंस्करण ने नये उद्यमियों को लघु उद्योग स्थापित करते हुए दूसरों को भी रोजगार देने की सलाह दी । डा0 मंजुषा श्रीवास्तव , प्रमुख वैज्ञानिक एनवीआरआई द्वारा आये उद्यमियों , नवयुवक - युवतियों को उद्योग के क्षेत्र में उनके संस्थान में तकनीकी सेवाओ तथा परामर्श सुविधाओ के बारे में विस्तार से बताया । सेमीनार के द्वितीय सत्र में प्रतिभागियों को सीमैप , बीएल एग्रो तथा रॉयल हनी एवं बी किपिंग के वैज्ञानिकों द्वारा सम्बोधित करते हुये खाद्य प्रसंस्करण उद्योग स्थापित करने के लिये प्रोत्साहित किया गया ।