लखनऊ।गुरुवार को परिवहन निगम के निदेशक मण्डल की 225वीं की बैठक में निर्णय लिया गया कि 90 साल की लीज पर बस स्टेशन संचालन के लिए कमता में विकसित एलडीए भूमि लेगा। बस स्टेशन में 1 जनवरी 2020 से परिचालन शुरू होगा। इस बस स्टेशन से लगभग 500 बसों का संचालन किया जाएगा। पूर्वांचल की सभी बसों का संचालन इसी बस स्टेशन से किया जायेगा। इससे शहर के अन्दर का कन्जेशन घटेगा और प्रदूषण में भी कमी आयेगी।
बोर्ड ने हाई एण्ड बसों (वोल्वो व स्केनिया) की हाइब्रिड मॉडल पर सहमति दी अगले 06 महीनों में 100 नई वोल्वो व स्कैनिया बसों को बेडे़ में शामिल किया जायगा। जिन्हंे हाई डिमांड और हाई लोड फैक्टर मार्गो पर संचालित किया जायेगा। कुशल संचालन के लिए हाई एण्ड हायर बसों की रूट टाइमिंग, शिकायतों के निस्तारण करने के लिए उत्तर प्रदेश परिवहन निगम मुख्यालय में अलग सेल का गठन किया जाएगा।
उत्तर प्रदेश परिवहन निगम सेवाओं को और अधिक प्रभावी उत्पादक और कुशल बनाने के लिए उत्तर प्रदेश परिवहन निगम बोर्ड ने ईआरपी (एंटरप्राइज रिसोर्स प्लानिंग) लागू करने पर सैद्धान्तिक सहमति दी। यह संगठन को अधिक पेशेवर बनाने और डिजिटली निगरानी द्वारा सेवाओं को बेहतर बनाने में मदद करेगा।
इलेक्ट्रॉनिक टिकटिंग मशीनों ईटीएम की तत्कालिक आवश्यकता को देखते हुए बोर्ड ने अगले 06 महीनों में सभी मार्गो और बसों पर एंड्रॉइड ई0टी0एम0 मशीनों को शामिल करने की मंजूरी दी है यह सभी प्रकार भुगतान मोड़ जैसे नकद, क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड आरएफआईडी, स्मार्ट कार्ड, एमएसटी आदि के लिए उपयुक्त होगी जिससे निगम के राजस्व में बढ़ोत्तरी होगी यात्रियों को अतिरिक्त सुविधा देने और डेटा संकलन और संग्रह करने के लिए अगले 3 से 6 महीनों में लगभग 15000 मशीनों को सम्मलित किया जाएगा।
उत्तर प्रदेश परिवहन निगम सेवाओं को और अधिक प्रभावी उत्पादक और कुशल बनाने के लिए उत्तर प्रदेश परिवहन निगम बोर्ड ने ईआरपी (एंटरप्राइज रिसोर्स प्लानिंग) लागू करने पर सैद्धान्तिक सहमति दी। यह संगठन को अधिक पेशेवर बनाने और डिजिटली निगरानी द्वारा सेवाओं को बेहतर बनाने में मदद करेगा।
इलेक्ट्रॉनिक टिकटिंग मशीनों ईटीएम की तत्कालिक आवश्यकता को देखते हुए बोर्ड ने अगले 06 महीनों में सभी मार्गो और बसों पर एंड्रॉइड ई0टी0एम0 मशीनों को शामिल करने की मंजूरी दी है यह सभी प्रकार भुगतान मोड़ जैसे नकद, क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड आरएफआईडी, स्मार्ट कार्ड, एमएसटी आदि के लिए उपयुक्त होगी जिससे निगम के राजस्व में बढ़ोत्तरी होगी यात्रियों को अतिरिक्त सुविधा देने और डेटा संकलन और संग्रह करने के लिए अगले 3 से 6 महीनों में लगभग 15000 मशीनों को सम्मलित किया जाएगा।
यात्रियों के हित में और लम्बी मार्गो की बसों को अधिक उपयोगी सेवाओं को सुनिश्चित करने के लिए उत्तर प्रदेश परिवहन निगम बोर्ड ने टेलीस्कोपिक किराया प्रणाली के ट्रायल को मंजूरी दे दी है जहां लम्बी दूरी की यात्रा में यात्रियों को किराये में कमी से लाभ होगा। इस योजना को 3 महीने के लिए एक मार्ग पर ट्रायल के रूप में लागू किया जाएगा।