मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ। उत्तर प्रदेश के विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने बताया कॉमनवेल्थ परलीमेंट्री असोसिएशन में 8 रीज़न माने जाते हैं, भारत उसमे एक क्षेत्र है। उत्तर प्रदेश सबसे बड़ा रीज़न है। उत्तर प्रदेश को पहली बार इसका अवसर मिला है। 1887 से लेकर अब तक अनेक कार्य हुए हैं। उसी क्रम में यह भव्य आयोजन भी कल से यह प्रारंभ होगा। 16 और 17 जनवरी को दो अलग-अलग सत्र होंगे। आयोजन के पूर्व अध्यक्ष ने लोकसभा के स्पीकर ओम बिड़ला को उत्तर प्रदेश की ओर से धन्यवाद दिया। दीक्षित ने बताया कि सम्मेलन में देश के सभी विधानसभा के अध्यक्ष, विधानपरिषदों के सभापति परम्परा के अनुसार शामिल होंगे। लोकसभा अध्यक्ष, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, राज्यसभा के उपाध्यक्ष हरिवंश व मध्यप्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन भी उपस्थित रहेंगे। इस सम्मेलन का मुख्य विषय जनप्रतिनिधियों की भूमिका को और प्रभावी बनाने, संसदीय कार्यप्रणाली में जनसरोकारों से जुड़े विषयों पर अधिक से अधिक चर्चा हो इसको और विकसित करना रहेगा। ये पूरी प्रकिया दो खंडों में रहेगी। पहला सांसदों की भूमिका के परिपेक्ष्य में रहेगा और दूसरा संविधान से सम्बत तमाम विषय रहेंगे। इसमें राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश जी अपने विचार रखेंगे। दूसरा विधानसभा में रखरखाव और अन्य चीज़ों से सम्बंधित को मैं स्वयं रखूंगा। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश की कार्यवाही की तरह पूरे देश की दृष्टि रहती है जिससे पूरे देश मे एक सकारात्मक संदेश जाता है। दीक्षित जी ने बताया कि सम्मेलन में आने वाले एलीट लोग यूपी केे अंदर जहां भी घूमना चाहेंगे उन्हें उत्तर प्रदेश सरकार की सहयोग से घुमाया जायेगा। इस कार्यक्रम में अयोध्या दर्शन का कार्यक्रम भी रहेगा। इसमें ऑस्ट्रेलिया , मलेशिया के प्रतिनिधि भी शामिल होंगे, जो राजधानी में आ चुके हैं। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ओर राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश के साथ लखनऊ पहुच गये। इस दो दिवसीय सम्मेलन का समापन उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल की उपस्थिति में होगा ।