- माफिया-अतिक्रमण के नाम पर हो रहे जुल्म के खिलाफ भाजपा ने घेरी कलेक्टोरेट
भोपाल। ये अपनी नाकामियों से जनता का ध्यान बंटाने के लिए नई-नई चीजें ला रहे हैं। और कुछ नहीं मिला तो माफिया के खिलाफ युद्ध, शुद्ध के लिये युद्ध ले आए। एक दुकानदार से नमूने लो, सब से पैसे लो। मैं मुख्यमंत्री कमलनाथ से पूछना चाहता हूं कि माफिया कौन है? और कितनों के खिलाफ आपने कार्रवाई की है, उनकी सूची दिखाओ। कमलनाथ जी आपको उनके नाम बताना पड़ेगा। मुख्यमंत्री कमलनाथ से ये सवाल शुक्रवार को पूर्व मुख्यमंत्री एवं राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवराजसिंह चौहान ने कलेक्टोरेट के घेराव के दौरान किये।
माफिया और अतिक्रमण के नाम पर गरीब जनता और भाजपा कार्यकर्ताओं को निशाना बनाने की सरकार की मुहिम के खिलाफ शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी ने पूर्व मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान के नेतृत्व में कलेक्टर कार्यालय का घेराव किया। इस दौरान बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता और आम नागरिक उपस्थित थे। घेराव के बाद सरकार की इस मुहिम के खिलाफ राज्यपाल के नाम ज्ञापन भी दिया। इस अवसर पर पूर्व सांसद आलोक संजर, पूर्व मंत्री व विधायक विश्वास सारंग, प्रदेश मंत्री व विधायक कृष्णा गौर, विष्णु खत्री ने भी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए सरकार के इस अभियान के खिलाफ संघर्ष की बात कही।
साल भर में ही जनता का खून पीने लगी मदमस्त सरकार
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने कहा कि बदलाव के नाम पर सत्ता में आई ये सरकार साल भर में ही इतनी मदमस्त हो जाएगी कि जनता का खून पीने लगेगी, ऐसा किसी ने नहीं सोचा था। प्रदेश में चारों तरफ हाहाकार मचा है, जनता त्राहित्राहि कर रही है। धान की खरीदी नहीं हो रही है, जिनकी खरीदी हुई, उनके पैसे नहीं मिले हैं। इस सरकार ने जनहित की सारी योजनाएं बंद कर दी। किसानों का कर्जमाफ नहीं हुआ, बेरोजगारी भत्ता नहीं मिला। जो लोग पहले से नौकरी में लगे थे, उन्हें भी निकाल दिया। अतिथि शिक्षकों को निकाल दिया, जिन होमगार्ड को हमारी सरकार ने परमानेंट किया, उन्हें भी निकाल रहे हैं। पैसे लेकर पोस्टिंग हो रही है। ट्रांसफर कराने के पैसे दो, रुकवाने के पैसे दो। सारी पोस्टें नीलाम कर दीं और बोलियां लग रही है। तबादला माफिया, रेत माफिया, शराब माफिया, ट्रांसपोर्ट माफिया सक्रिय हैं। उन्होंने कहा कि इस सरकार ने कोई वादा पूरा नहीं किया, किसी समस्या का समाधान नहीं किया। प्रधानमंत्री आवास योजना के मकान अधूरे पड़े हैं और ये मुख्यमंत्री आवास मिशन ले आए। बेशर्मी से कहते हैं सपने हो रहे साकार। मैं कहता हूं रेत लूट रहे अपार, पैसे खा रहे बारंबार, गरीब रो रहे बेजार, और सबसे आगे भ्रष्टाचार।
शराब का लोकव्यापीकरण कर रही प्रदेश सरकारः शिवराज सिंह चौहान
रसूखदारों पर नहीं डालते नजर, गरीबों को करते हैं परेशान
चौहान ने कहा कि कमलनाथ सरकार माफिया और अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई के नाम पर गरीब जनता और भाजपा कार्यकर्ताओं को चुन-चुनकर निशाना बना रही है। जिनके सालों से कब्जे थे, उन गरीबों के मकान तोड़े जा रहे हैं। रसूखदारों से कुछ नहीं बोलते। भोपाल में ही बड़े तालाब के कैचमेंट एरिया में बंगले बने हैं, कॉलेज बने हैं, लेकिन उन पर नजर नहीं डालते, ना उनको हाथ लगाते। क्योंकि वो सरेआम धमकी देते हैं कि हाथ लगाया, तो देख लेना। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार माफिया के नाम पर गरीब व्यापारियों को परेशान कर रही है, गरीबों के घर तोड़े जा रहे हैं। खोमचे वाले, रेहड़ी वाले, ठेले वाले, गुमठी वाले, इन्हें परेशान किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि दिनभर मेहनत करके रोजी-रोटी कमाने वाले माफिया हो गए। चौहान ने कहा कि सरकार के इस भेदभाव के खिलाफ भाजपा ने आज संघर्ष का शंखनाद किया है। जुल्म के आगे नहीं झुकेंगे, जुल्म किया तो और लड़ेंगे। इस संकल्प के साथ भाजपा आज मैदान में है और जुल्म के खिलाफ लड़ने को तैयार है।
सागर में भी होगा संघर्ष
चौहान ने कहा कि सागर में गरीब, दलित धनप्रसाद को जिंदा जला दिया। पुलिस ने उसकी सुनी नहीं। उसे जिंदा जलाने के बाद कुछ ही लोगों को गिरफ्तार कर खानापूर्ति कर ली। सरकार ने उसका इलाज नहीं कराया, उसकी मौत हो गई। इन्होंने उस गरीब के अंतिम संस्कार में भी लोगों को शामिल नहीं होने दिया। हमारे जनप्रतिनिधियों को अंतिम संस्कार में शामिल होने से रोक दिया। श्री चौहान ने कहा कि हम सागर में सरकार के खिलाफ संघर्ष करेंगे और जब तक धनप्रसाद को जलाने वाले सारे अपराधी गिरफ्तार नहीं हो जाते, हमारा संघर्ष जारी रहेगा।
इस अवसर पर जिलाध्यक्ष विकास विरानी, केदार सिंह मंडलोई, आलोक संजर, सुरेन्द्रनाथ सिंह, सरिता देशपाण्डे, रमेश शर्मा, रामदयाल प्रजापति, अशोक सैनी, राम बंसल, अनिल अग्रवाल, सुमित पचौरी, अंशुल तिवारी, मिलन भार्गव, जगदीश यादव, सुनील यादव सहित जिला पदाधिकारी, समस्त मंडल अध्यक्ष व कार्यकर्ता उपस्थित थे।