अपराधों को रोकने में नाकाम मुख्यमंत्री इस्तीफा दें : राकेश सिंह                


 भोपाल। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ने धार के मनावर में हुई मॉब लिंचिग की घटना प्रदेश सरकार के उदासीन रवैये का परिणाम बताया है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश कभी शांति का टापू माना जाता था। भाजपा सरकार के 15 वर्षों में कभी ऐसी घटनाएं नहीं हुई। पिछले एक वर्ष में लगातार ऐसी घटनाएं हो रही है। बिगडती कानून व्यवस्था और ऐसी घटनाओं के लिए प्रदेश सरकार जिम्मेदार है। अपराधों को रोकने में नाकाम मुख्यमंत्री कमलनाथ तत्काल इस्तीफा दें।


मध्यप्रदेश अपराधियों के लिए सबसे सुरक्षित जगह बना


राकेश सिंह ने कहा कि प्रदेश की कानून व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है। धार-मनावर की घटना वीभत्स, असहनीय और दुर्भाग्यपूर्ण है। जिस तरह से कुछ लोगों ने बेरहमी के साथ 6 लोगों को मारा, वह दुखद है। लेकिन उससे भी ज्यादा दुखद सरकार का इस घटना पर कार्यवाही करने के बजाए हाथ पर हाथ धरे बैठे रहना है। उन्होंने कहा कि जिन लोगों को पीटा गया, उन्होंने गांव में जाने से पहले स्थानीय पुलिस थाने में सूचना की थी, जब इन्हें गांव में भीड़ द्वारा घेरकर मारा गया तब पुलिस के मात्र तीन जवान मौके पर थे। इस घटना में सबसे दर्दनाक पहलू यह है कि सरकार का कोई भी प्रतिनिधि जिंदगी और मौत से संघर्ष कर रहे अस्पताल में भर्ती व्यक्तियों से नहीं मिला। उन्होंने कहा कि देश के किसी भी हिस्से में यदि छोटी सी मॉब लिंचिग की घटना होती है तो पूरी कांग्रेस चिल्लाने लगती है, लेकिन मध्यप्रदेश में एक के बाद लगातार ऐसी घटनाएं हो रही है, उस पर कांग्रेस चुप्पी साधे हुए है। उन्होंने कहा कि नरसिंहपुर में बच्चा चोरी के अपराध में एक वृद्ध हो मार दिया जाता है। सागर में दलित युवक को विशेष वर्ग लोगों द्वारा जिंदा जला दिया जाता है। अब तो अपराधियों को लगने लगा है कि मध्यप्रदेश उनके लिए सबसे सुरक्षित प्रदेश है।


अपराधी किसी भी दल, धर्म और जाति का हो उसे बख्शा नहीं जाए


राकेश सिंह ने कहा कि ऐसी घटनाएं दुखद है। अपराध करने वाला व्यक्ति किसी भी दल, धर्म अथवा सम्प्रदाय हो उसे बख्शा नहीं जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्य है कि कांग्रेस ऐसी घटनाओं में किसी एक चेहरे को पकड़कर दिखाने की कोशिश करती है कि यह भाजपा से जुडा व्यक्ति है। पिछले एक साल में भाजपा कार्यकर्ताओं का नाम जोड़कर बताने की कोशिश की जाती है और घटना की गंभीरता कम करने का प्रयास हो रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार अपना धर्म निभाए। सरकार को गंभीरता के साथ ऐसी घटनाओं पर अंकुश लगाने की जरूरत है। किसी भी व्यक्ति ने अगर अपराध किया है तो उसे कठोर से कठोर सजा मिलना चाहिए।


धार की घटना मॉब लिचिंग का तालिबानी स्वरूप, कठोरतम कार्यवाही करे सरकार : राकेश सिंह


घटना की उच्च स्तरीय जांच हो


राकेश सिंह ने कहा कि इस गंभीर घटना पर सरकार का रवैया दुर्भाग्यपूर्ण है। सरकार के लिए यह एक सामान्य घटना है, क्योंकि कांग्रेस मध्यप्रदेश को बांटने में लगी है। कांग्रेस प्रदेश की कानून व्यवस्था चौपट करने में लगी हुई है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री एक ट्वीट और 2 लाख रूपए की मुआवजा राशि की घोषणा कर इस बड़ी घटना से इतिश्री करना चाहते है। लेकिन भाजपा पीडित परिवारों को न्याय दिलायेगी। राकेश सिंह ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी इस घटना की उच्च स्तरीय जांच और मुआवजे राशि बढ़ाने की मांग करती है।


सिखों के नरसंहार के छींटे मुख्यमंत्री पर भी


                एक प्रश्न के जवाब में राकेश सिंह ने कहा कि 1984 में हुए सिखों के नरसंहार में जो लोग लिप्त थे, कांग्रेस ने उन्हें नवाजने का काम किया है। सिखों के नरसंहार की घटना के छींटे मुख्यमंत्री कमलनाथ पर भी आए है। जिसे वे चाहकर भी साफ नहीं कर सकते।