धार की घटना मॉब लिचिंग का तालिबानी स्वरूप, कठोरतम कार्यवाही करे सरकार : राकेश सिंह                   


भोपाल। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ने धार में हुई तालिबानी घटना पर गहरा आक्रोश व्यक्त करते हुए अपराधियों के विरूद्ध कठोरतम कार्यवाही करने की मांग की है। क्योंकि मॉब लिचिंग की ऐसी घटनाएं किसी भी सभ्य समाज में स्वीकार नहीं की जा सकती। उन्होंने कहा कि धार में आज जो हुआ है उससे प्रदेशवासियों का दिल दहल उठा है। ऐसी वीभत्सता तो दानव भी नहीं कर सकते जैसी इंसानों ने की है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में कांग्रेस सरकार आने के बाद से अपराधियों को प्रोत्साहित करने की अप्रत्यक्ष नीति पर काम किया जा रहा है। अपराधी के विरूद्ध कार्यवाही करने से पहले पुलिस के अधिकारियों को अपराधियों का जाति, धर्म और राजनैतिक संबंद्धता पता लगानी पड़ती है। जिस प्रदेश में अपराधियों के विरूद्ध एफआईआर मात्र करने पर आईपीएस अधिकारियों के तबादले हो जाते हो और पुलिस पर हमला करने वालों के विरूद्ध बल प्रयोग करने वाले पुलिसकर्मियों को दंडित किया जाता हो, वहां इस प्रकार की घटनाओं को स्वभाविक रूप से प्रोत्साहन मिलेगा। जिस प्रदेश में भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों को जनता के साथ मारपीट करने पर शाबासी मिलती हो, उस प्रदेश के अपराधी सरकार से क्या प्रेरणा लेंगे, समझा जा सकता है।


मोदी ने एक और वादा पूरा किया : राकेश सिंह


राकेश सिंह ने आश्चर्य व्यक्त किया है कि पुलिस के पहुंचने के बावजूद भीड़ कातिलाना हमला करती रही और घटना स्थल पर ही एक व्यक्ति ने दम तोड़ दिया और बाकी अस्पताल में मौत से जूझ रहे है। किन कारणों से पुलिस ने पीड़ितों को बचाने का प्रयास नहीं किया, इसकी भी निष्पक्ष जांच की जानी चाहिए। चित्रकूट के मासूमों के अपहरण और दुर्दांत हत्याकांड के बाद से मध्यप्रदेश में जो सिलसिला शुरू हुआ है, उसकी परिणिति धार जैसी घटनाओं तक विकटतम होती जा रही है। दुर्भाग्य के साथ कहना पडता है कि मुख्यमंत्री कमलनाथ को ऐसी जघन्यतम घटनाओं से कोई लेना देना नहीं है। उन्हीं के गृह जिले में एक बेटी को अगवा कर क्रूरतम तरीके से मौत के घाट उतार दिया गया। तब भी मुख्यमंत्री की तन्द्रा नहीं टूटी और आज धार में जो हुआ है उस पर भी वे कितने गंभीर होंगे कहा नहीं जा सकता। हमारी मांग है कि इस घटना पर त्वरित कार्यवाही करते हुए ऐसी क्रूरतम अपराधियों को फांसी के फंदे तक पहुंचाने के प्रयास सरकार करे।