डिफ़ेन्स एक्स्पो में पहली बार करतब दिखाएंगी "सूर्यकिरण" 


लखनऊ। सूर्यकिरण टीम डिफ़ेन्स एक्स्पो 2020 में पहली बार सम्मिलित हो रही है और भारतीय वायुसेना के सबसे बेहतरीन पहलू को प्रदर्शित करेगी। टीम द्वारा बनायी गयी संरचनाओं में शामिल होंगी ट्रेड्मार्क डाइमंड फ़ॉर्मेशन, तेजस फ़ॉर्मेशन व फलक्रम फ़ॉर्मेशन जो मेक इन इंडिया मुहीम को समर्पित हैं। सूर्यकिरण डिस्प्ले के समापन से पहले टीम लीडर हवा से लखनऊ के लोगों के लिए संदेश पहुँचाएँगे। सूर्यकिरण  एरोबेटिक टीम को भारतीय वायुसेना के राजदूत के नाम से भी जाना जाता है। यह टीम भारतीय वायुसेना की 52 स्क्वाड्रन है तथा सबसे युवा लड़ाकू स्क्वॉड्रन है।टीम का आदर्श वाक्य है “ सदैव सर्वोत्तम”, जो एशिया की एक मात्र नौ वायु यानो से संयुक्त टीम पर सटीक बैठता है। 1996 से लेकर अब तक टीम 550 से भी अधिक वायु प्रदर्शनी प्रस्तुत कर चुकी है। 
“सूर्यकिरण” - जिसका संस्कृत में अर्थ है सूर्य की क़िर्णे, भारतीय वायुसेना की एरोबेटिक टीम है जो बीदर में स्थित है। 1996 में जिस टीम की स्थापना Kiran Mk  II वायुयान पर हुई थी तथा इस टीम ने अपना आख़री प्रदर्शन 2011 में किया। 2015 में एक बार फिर इस टीम की पुनर्स्थापना हुई और इस बार Hawk Mk 132 वायुयान पर। पुनर्स्थापना के पश्चात जो टीम 04 वायुयानों से संयुक्त टीम आज 09 वायुयानों से संयुक्त टीम है जो सिंक्रो मनूवर्ज़ से रोमांच के दायरे को और भी बढ़ा देती है। पिछले तीन सालों में टीम ने बहुत सी मंज़िलें तय की है और टीम सूर्यकिरण नाम की गरिमा को बनाए रखने के लिए सदैव तत्पर है।  टीम इस समय स्मोक पॉड्ज़ के इंतज़ार में है ताकि भूतपूर्व सूर्यकिरण टीम की तरह ही पूरे विश्व में हमारे तिरंगे की छटा बिखेर सके।


ऐसा कहते हैं की मशीन की भावना व आत्मा को स्वयं से मिलाने का प्रयास करने वाले मनुष्य की भावना से बढ़कर कोई उच्च कला दुनिया में नहीं है। यह कहना अतिशयोक्ति नहीं होगी की इस नीले आसमान से सुंदर कोई कैन्वस नहीं होगा और ना ही होगा इस पर रंग भरने के लिए सूर्यकिरण टीम से बेहतर  कोई कलाकार। 
टीम में फ़िलहाल 11 पाइलट्स हैं जिनका नेतृत्व ग्रूप कप्तान प्रशान्त ग्रोवर करते हैं।सभी पाइलट फ़्लाइइंग प्रशिक्षक रह चुके हैं और सभी की परिप्रेक्ष्य लड़ाकू विमान का है तथा इन का इस टीम में ख़ास तौर पे चयन किया गया है। इन सभी को हमारे मुख्य लड़ाकू विमानों को उड़ाने में उच्च कोटि का अनुभव व प्रवीणता प्राप्त है। 
टीम भारतीय वायुसेना के सबसे बेहतरीन पहलू का जीता जागता उदाहरण है जो कि मार्शल औफ़ द ऐयर फ़ोर्स अर्जन सिंह द्वारा स्थापित विभिन्न मानकों व परंपराओं से व्युत्पन्न है।आपसी ताल - मेल, कार्य कौशल एवं एक दूसरे की क़ाबिलियत पर विश्वास इस टीम की पहचान हैं। टीम सदैव ही भारतीय वायुसेना द्वारा विरासत में दिए गये सिद्धांत , उत्कृष्टता तथा  प्रवीणता को सदैव बनाये रखने के लिए तत्पर रहेगी। 


मेकिंग इन इंडिया में एमबीडीए
09 पाइलट्स जो डिफ़ेन्स एक्स्पो 2020 में सूर्यकिरन टीम में उड़ान भर रहे हैं :-
No. 1 
ग्रुप कप्तान प्रशान्त ग्रोवर
कमान अधिकारी व टीम लीडर
उड़ान अनुभव -3100 घंटे
उड़ाया गया विमान - मिग 21 बाईसन


No. 2
विंग कमांडर उदित मेहता
उड़ान अनुभव - 2300 घंटे
उड़ाया गया विमान - सुखोई 30 ऐम के आइ, मिग 27


No. 3
स्क्वॉड्रन लीडर अभिजीत सिंह
उड़ान अनुभव - 1800 घंटे
उड़ाया गया विमान - सुखोई 30 ऐम के आइ


No. 4
विंग कमांडर जी ऐस ढ़िल्लों
उड़ान अनुभव - 2200 घंटे
उड़ाया गया विमान - मिराज 2000, मिग 21


No. 5
स्क्वॉड्रन लीडर एस कार्तिक
उड़ान अनुभव - 2000 घंटे
उड़ाया गया विमान - मिराज 2000, मिग 21


No. 6
स्क्वॉड्रन लीडर नवजोत सिंह
उड़ान अनुभव - 1600 घंटे
उड़ाया गया विमान - सुखोई 30 ऐम के आइ


No. 7
विंग कमांडर अनूप सिंह
उड़ान अनुभव - 2300 घंटे
उड़ाया गया विमान - जैग्वॉर


No. 8
स्क्वॉड्रन लीडर मनीष मिश्रा
उड़ान अनुभव - 1800 घंटे
उड़ाया गया विमान - मिग 29


No. 9
विंग कमांडर अजय दसरथी
उड़ान अनुभव - 2200 घंटे
उड़ाया गया विमान - सुखोई 30 ऐम के आइ


टीम कॉमंटेटर
फ़्लाइट लेफ़्टेनेंट अंजली राय


टेक्निकल टीम
विंग कमांडर नागेंद्रा
स्क्वॉड्रन ली श्याम मोहन
फ़्लाइट लेफ़्टेनेंट सुदर्शन
फ़्लाइट लेफ़्टेनेंट नवनीत सिंह


टीम के अन्य पाइलटों में शामिल हैं -
विंग कमांडर अतुल यादव
विंग कमांडर निखिल भट्ट
स्क्वॉड्रन लीडर तेजेश्वर सिंह