यह बजट नहीं बर्बादी का रोडमैप है, काग्रेस-सपा-बसपा ने कोशा-बजट नहीं धोखा

 


मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ। उत्तर प्रदेश में मुख्य विपक्षी पार्टी समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि यह भाजपा सरकार का एक और निराशाजनक बजट आया है। इस बजट से न नौकरीपेशा को, न कारोबारी को, न उद्योग को, न किसान-मज़दूर-गरीब को फायदा होगा। इससे युवा और भी निराश हो गए हैं और महंगाई की मारी गृहणी और भी हताश हो जायेंगी। बजट के झूठे छलावे की जगह अगर भाजपा के भ्रष्टाचार पर कर लगा दिया जाए तो देश के बुरे दिन समाप्त हो जाएंगे।बजट 2020 पूरी तरह से खोखला है। इसमें न कोई विचार है, न कोई दृष्टि, भारत के सामने आने वाली समस्याओं का कोई समाधान नहीं है। मांग, उच्च बेरोजगारी इत्यादि को सरकार उन आंकड़ों में छिपा रही है, जो वास्तविकता से बहुत दूर हैं और बड़े-बड़े वादे कर रही हैं।यह बजट नौजवान-किसान विरोधी है। सरकार ने पिछले बजट में 100 स्मार्ट सिटी की घोषणा की उसमें एक भी जमीन पर नही बन पाई।अब पुनः 5 स्मार्ट सिटी का जुमला दिया गया है। पहले रेलवे बेचा और अब एयरपोर्ट, बैंक और सार्वजनिक उपक्रमों को बेचने की घोषणा किया है।बजट के बाद सेंसेन्स 750 से ज्यादा पॉइंट गिरना देश की बिगड़ी अर्थब्यवस्था को दिखाता है।इतने लंबे भाषण में नौजवानों और रोजगार पर एक शब्द नही बोला जो दुर्भाग्यपूर्ण हैं। यह बजट नही धोखा है।बजट पर बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने कहा कि यह 130 करोड़ जनता को मायूस करने वाला है। यह बजट मुट्ठीभर पूंजीपतियों और धन्नासेठों के लिए है। उन्होंने कहा कि सरकारी संपत्तियों को बेचने से देश का भला नहीं होगा।