दिल्ली मरकज से लौट कर प्रदेश में फैले 157 लोगों की सूची हुई जारी


मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना की रोकथाम के लिये बनी प्रदेश के ग्यारह सदस्यीय कोर कमेटी की हाईप्रोफाइल मीटिंग के बाद दिल्ली मरकज में 157 लोगों की सूची जारी किया है। प्रदेश के डेढ़ दर्जन से ज्यादे जिलों में जा चुके इन जमातियों को खोजने का आदेश दिया है। योगी ने जिला प्रशासन को स्वास्थ्य विभाग की स्थनीय टीम के साथ समन्वय स्थापित कर उन्हें चिन्हित करके क्वॉरेंटाइन करने का आदेश दिया है। दिल्ली मरकज में शामिल उत्तर प्रदेश के सभी लोगों को क्वॉरेंटाइन करने का आदेश दिया। उत्तर प्रदेश के 157 लोग ऐसे हैं जो उस मरकज में शामिल हुए थे और वह प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर जाकर चुपचाप बैठ गये हैं।इससे पहले मंगलवार को भारी संख्या में प्रदेश में कोरोना संदिग्ध जमातियों के छुपने की सूचना से विचलित हुए दिल्ली और पश्चिम उत्तर प्रदेश के प्रस्तावित दौरे पर गये मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दौरा रद्द करके लखनऊ पहुंच गये। उन्होंने अपने आवास पर उच्य अधिकारियों की आपात बैठक बुलाई, जो लगभग 2 घंटे तक चली। बैठक में योगी ने जमातियों को चिन्हित कर क्वॉरेंटाइन करने का निर्देश दिया।उन्होंने कहा कि दिल्ली के निजामुद्दीन के तबलीके कार्यक्रम में शामिल लोगों की विस्तृत जांच की जाए। यूपी के सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिया कि सभी 19 जिलों में तबलीके कार्यक्रम में शामिल होने वालों को जल्द से जल्द वर्कआउट किया जाय। मुख्यमंत्री ने प्रदेश में लाक डाउन में और सख्ती बरतने का निर्देश दिया। योगी आवश्यक वस्तुओं की सप्लाई व्यवस्थित ढंग से जारी रखने का निर्देश भी दिये। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी जिलाधिकारी व मुख्य चिकित्सा चिकित्सा अधिकारी सख्ती बरतने के साथ स्वास्थ्य सेवाओं को और बेहतर करें। यूपी में जो लोग शेल्टर होम में हैं उनकी जांच कराके उन्हें क्वॉरेंटाइन किया जाय। जो लोग अनुपालन ना करें उनके खिलाफ कड़ीं कार्रवाई की जाए। इस संदर्भ में यूपी पुलिस ने अब तक गाजियाबाद,मेरठ, बागपत, शामली, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, अमरोहा, अलीगढ़, बिजनौर, बुलंदशहर, रामपुर, बरेली, सीतापुर, मथुरा, प्रयागराज, लखनऊ, बाराबंकी, गोंडा, बहराइच, बलरामपुर, श्रावस्ती, सिद्धार्थनगर, कानपुर, महराजगंज, मऊ, आजमगढ़ आदि जिलों में मस्जिदों और इस्लामी संस्थाओं में खोज-बीन तेज कर दी है। इस कार्य में यूपी सरकार ने मुस्लिम धर्मगुरुओं, बुद्धिजीवियों का भी सहयोग ले रही है।