ग्रामीण मार्गों के निर्माण में लोक निर्माण विभाग ने स्थापित किए नए कीर्तिमान - केशव प्रसाद मौर्य


लखनऊ। उपमुख्यमंत्री  केशव प्रसाद मौर्य ने लोक निर्माण विभाग के तीन साल के कार्यों का उल्लेख करते हुए बताया कि वर्ष 2001 की जनगणना के आधार पर 250 से अधिक आबादी के अनजुड़े 1557 राजस्व ग्रामों को संपर्क मार्ग से जोड़ने हेतु 1763 किलोमीटर लंबाई के लिये 1114 करोड़ रु0 की वित्तीय स्वीकृतियां निर्गत कर कार्य कराया जा रहा है। अब तक 1496 राजस्व ग्रामो को 1660 लंबाई मे मार्ग निर्माण कर संपर्क मार्गों से जोड़ा जा चुका है।


 मौर्य ने बताया कि 7 मीटर या उससे अधिक चैड़ी सड़कों के दोनों ओर 5 किलोमीटर की परिधि के 250 से अधिक आबादी की 2185 बसावटों को संपर्क मार्गों से जोड़ने हेतु 1351 करोड़ रु0 की वित्तीय स्वीकृतियां निर्गत की गई और अब तक काफी संख्या में बसावटों को संपर्क मार्ग से जोड़ा जा चुका है।
उन्होने बताया कि मुख्यमंत्री समग्र ग्राम विकास योजना के अंतर्गत 32 राजस्व गांव में हेतु 29 किलोमीटर लम्बाई हेतु 14.35 करोड़ रु0 की लागत से कार्य कराए जा रहे हैं और 30 कार्य पूर्ण किये जा चुके हैं। मुख्यमंत्री समग्र ग्राम विकास योजना के अंतर्गत 156 मजरों हेतु 178 किलोमीटर लंबाई मार्ग निर्माण हेतु 102.48 करोड़ रु0 की लागत से कार्य कराए जा रहे हैं, अब तक लगभग 145 किमी0 मीटर लंबाई में मार्ग निर्माण कराते हुए 114 कार्य पूर्ण किये जा चुके हैं।
उन्होने बताया कि 2011 की जनगणना के अनुसार 250 से अधिक आबादी की 9800  बसावटो को संपर्क से जोड़ने की योजना संचालित है। वर्तमान वित्तीय वर्ष में लगभग 1734 बसावटों हेतु 1389 किलोमीटर लंबाई में  833 करोड़ रूपये की स्वीकृतियां निर्गत कर कार्य प्रारंभ कराए जा चुके हैं। 
 मौर्य ने बताया कि लो0नि0वि0 विभाग द्वारा अनजुड़ी बसावट, जिला योजना, राज्य सड़क निधि, नाबार्ड, नक्सल, स्पेशल कंपोनेंट प्लान, पूर्वांचल विकास निधि, बुंदेलखंड विकास निधि आदि योजनाओं में ग्रामीण मार्गों का निर्माण कराया जा रहा है। वर्तमान सरकार के अब तक के कार्यकाल में लगभग 9951 किलोमीटर लंबाई में ग्रामीण मार्गों का निर्माण किया जा चुका है।