लखनऊ: कोरोना वायरस महामारी का रूप ले चुकी है। इसे रोकने के लिए सरकार ने 21 दिनों का राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन लगाया जो अब बढ़ा कर ३ मई २०२० तक हो गया है। इस मुश्किल हालात में लॉकडाउन का पालन करना जितना जरूरी है उतना ही जरूरतमंदों के भूख मिटाने का इंतजाम करना भी। कोरोना वायरस से उपजे संकट के हालात में लखनऊ व बाराबंकी जिले के हजारों जरूरतमंद परिवारों की मदद के लिए मोबियस फाउंडेशन ने मदद का हाथ बढ़ाया है।
मोबियस फाउंडेशन लखनऊ से बाराबंकी जिले में आने वाले सभी ग्राम जैसे मोहम्मदपुर, थकोली, बसरा, रसूलपुर समेत कई गांवों के जरूरतमंद लोगों को राशन व पानी उपलब्ध करवा रहा है। राशन में जहां प्रचूर मात्रा में आटा, चावल, दाल, तेल, नमक, चीनी, आलू, प्याज, मसाला और साबुन जैसे आवश्यक खाद्य सामग्री दिया जा रहा है वहीं, इस वायरस से बचाव के प्रति लोगों को जागरूक भी किया जा रहा है। राशन वितरण के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का भी पूरा ख्याल रखा जा रहा है।
इन गांवो के एक हज़ार परिवार हुए लाभान्वित:
वैश्विक महामारी को लेकर लगे लॉकडाउन में भूख व बेबसी के बीच मदद का इंतजार कर रहे लखनऊ व बाराबंकी जिले के चिनहट, सेमरा मोहम्मदपुर, थकोली, बसरा, रसूलपुर, जहांगिराबाद, मोदारी, खवली, कोसफर, भनामोआ, चंद्रवारा, अनवारी, बाबोरी, दादर, बदरपुर, ज़रगांव और बिरोली के एक हज़ार परिवारों के भूख मिटाने का इंतजाम मोबियस फाउंडेशन ने किया गया है। समाजसेवा में जुटे मोबियस फाउंडेशन के इस कदम को स्थानीय लोगों और प्रतिनिधियों से भी सराहना और भरपूर सहयोग मिल रहा है।
इस पहल को लेकर मोबियस फाउंडेशन के चेयरमैन प्रदीप बर्मन ने कहा कि 'इस समय लोगों की जिंदगी बचाना हमारी प्राथमिकता है। किसी भी आर्थिक झटके से सबसे अधिक प्रभावित दिहाड़ी मज़दूरी ही होते हैं। इनके पास अचानक आमदनी बंद होने से आई किसी मुश्किल का सामना करने के लिए बचत के नाम पर कुछ नहीं होता है। हमारी कोशिश है कि बाराबंकी के ऐसे जरूरतमंद परिवारों को कोई परेशानी न हो।'
राष्ट्रीय स्तर पर भी चलाया जा रहा है अभियान:
मोबियस फाउंडेशन न सिर्फ उत्तर प्रदेश में, बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर जन-जागरूकता अभियान चला रही है और कोविद-19 से लड़ने के सरकार के प्रयासों को मजबूती दे रही है। फाउंडेशन ने प्रधानमंत्री केयर फंड में 1 करोड़ रुपये का योगदान किया है। साथ ही दिल्ली-एनसीआर में प्रतिदिन 3500 जरूरतमंद लोगों को खाना भी मुहैया करवा रही है। इसके अलावा फाउंडेशन ने सरकार के प्रयासों को वृहत पैमाने पर सहयोग देने के लिए नीति आयोग से भी संपर्क किया है। स्वच्छताए सोशल डिस्टेन्सिंग और आइसोलेशन जैसे संक्रमण के रोकथाम के उपायों को जन-जन तक पहुँचाने के लिए जागरूकता अभियान में अभी भागीदारी देने के लिए तैयार है।