लखनऊ। कोविड-19 विश्व महामारी ने देश के प्रत्येक व्यक्ति के जीवन को प्रभावित किया है। देश का सबसे बड़ा प्रदेश होने के नाते इससे जीतने के लिए चुनौतियां भी बड़ी हैं। प्रमुख सचिव आराधना शुक्ला ने कहा कि माध्यमिक शिक्षा विभाग का प्रत्येक अधिकारी, शिक्षक एवं कर्मचारी इस महामारी की रोकथाम व इसके दुष्प्रभाव से बचाव के लिए पूर्ण मनोयोग से इस क्षेत्र के दायित्वों का निर्वहन कर रहा है। प्रदेश की स्थिति यथाशीघ्र सामान्य बनाने के लिए माध्यमिक शिक्षा विभाग कटिबद्ध है। माध्यमिक शिक्षा विभाग का प्रत्येक अधिकारी, शिक्षक एवं कर्मचारी भारत का नागरिक होने के नाते इस कार्य में सरकार को सहयोग देने के अपने उत्तरदायित्व से भली-भांति भिज्ञ है। राज्य एवं सम्पूर्ण देश में जनजीवन सामान्य बनाने में अपना सहयोग देने के लिए माध्यमिक शिक्षा विभाग के प्रत्येक सदस्य ने स्वेच्छा से अपना एक दिन का वेतन मुख्यमंत्री आपदा राहत कोष में अंशदान देने का निर्णय लिया है। माध्यमिक शिक्षा विभाग द्वारा मुख्यमंत्री आपदा राहत कोष के लिए रू0 धनराशि रू0 20,36,51,119/- (रूपया बीस करोड़, छत्तीस लाख, इक्यावन हजार, एक सौ उन्नीस मात्र) की धनराशि कोषागार के माध्यम से हस्तांतरित हेतु माध्यमिक शिक्षा विभाग के जनपदीय एवं मण्डलीय अधिकारियों को निर्देश दिया गया है।
प्रमुख सचिव आराधना शुक्ला ने बताया कि माध्यमिक शिक्षा विभाग के शासन, निदेशालय, मण्डल, जनपद के अधिकारियों, शिक्षकों, कर्मचारियों, अभिभावक संघो, मातृ संघो तथा छात्रों द्वारा कोविड-19 महामारी के सम्बन्ध में सोशल मीडिया, प्रिन्ट मीडिया के माध्यम से अपील एवं जागरूकता के प्रचार प्रसार का निरन्तर कार्य किया जा रहा है।