राहुल यादव, लखनऊ। उत्तर प्रदेश कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार "लल्लू" ने गुरुवार को मुख्य मंत्री से समाज के बेहत कम संसाधनों में जी रहे उत्तर प्रदेश में समस्त निजी मान्यता प्राप्त विद्यालय व गैर निजी मान्यता प्राप्त विद्यालयों में पढ़ाने वाले वित्त विहीन शिक्षकों , सहायकों , सफाई कर्मचारियों , चपरासियों और अन्य कर्मचारियो हर महीने न्यूनतम 5 हजार की अर्थिक सहायता हालात सामान्य होने तक देने की मांग की है।
उन्होंने अपने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में कहा कि जैसा की आप जानते हैं कोरोना महामारी न केवल लोगों की जान ले रही है बल्कि उसने उनका व्यवसाय और रोजी-रोटी के साधन भी छीन रही है । हाल ही में संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा जारी एक रिपोर्ट बताती है कि कोरोना महामारी की वजह से भारत के करीब 40 करोड़ गरीबी के गर्त में डूबने की कागार पर है । इसी रिपोर्ट में कहा गया है कि आने वाले वक्त में भारत में करीब 20 करोड़ लोग कोरोना की वजह से अपनी आजीविका खो देंगे । इन आकंड़ो की रोशनी में , मैं आपका ध्यान उत्तर प्रदेश में समस्त निजी मान्यता प्राप्त विद्यालय व गैर निजी मान्यता प्राप्त विद्यालयों में पढ़ाने वाले वित्त विहीन शिक्षकों , सहायकों , सफाई कर्मचारियों , चपरासियों और अन्य कर्मचारियो की दिन - ब - दिन खराब होती आर्थिक हालात की ओर आकृष्ट कराना चाहता हुं । समाज का यें तबका ऐसा है जो बेहत कम संसाधनों में जी रहा है । इस महामारी के बाद इनकी स्थिति और खराब होने का अंदेशा है । इसलिए इन सभी वर्ग के लोगों को जीविका पालन हेतु हर महीने न्यूनतम 5 हजार की अर्थिक सहायता तब तक उपलब्ध कराई जाए , जब तक हालात सामान्य नही हो जाते ।