मुख्य सचिव राजेन्द्र कुमार तिवारी ने समस्त जिलाधिकारियों को निर्देश दिए कि ईज ऑफ डूइंग बिजनेस के अन्तर्गत अपने-अपने जिलों में निवेश मित्र पोर्टल पर उद्यमियों से प्राप्त लाइसंेसों के आवेदन, शिकायतों एवं फीडबैक का समयबद्ध निस्तारण कराना सुनिश्चित करें। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि इससे सम्बन्धित किसी भी प्रकार की जिज्ञासा का समाधान उद्योग बन्धु द्वारा किया जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि ईज आॅफ डूइंग बिजनेस का जिला स्तर पर गहन अनुवश्रण सुनिश्चित कराया जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि तीन बिन्दुओं- 1. निवेश मित्र पर प्राप्त हुये आवेदनों का समय-सीमा के अन्तर्गत निस्तारण, 2.निवेश मित्र यूजर का संतोषजनक फीडबैक 3. निवेश मित्र पर शिकायतों का समय-सीमा में निस्तारण पर प्राप्त प्रगति के आधार पर समस्त जनपदों की माहवारी रैंकिंग भी सुनिश्चित कराई जाए।
मुख्य सचिव ने यह निर्देश परिपत्र के माध्यम से समस्त जिलाधिकारियों को दिए। उन्होंने बताया कि निवेश मित्र पोर्टल पर प्राप्त हुए कुल आवेदनों की संख्या के आधार पर जनपदों को दो श्रेणियों में वर्गीकृत किया जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि प्रथम श्रेणी में ऐसे जनपद होंगे जहां प्राप्त कुल आवेदनों की संख्या 02 हजार से अधिक तथा दूसरी श्रेणी में अवशेष जनपद आएंगे। उन्होंने बताया कि प्रत्येक श्रेणी में जनपदों की रैंकिंग की गणना करने के लिए माह के अन्त में निवेश मित्र पर प्राप्त हुये आवेदनों का समय-सीमा के अन्तर्गत निस्तारण, निवेश मित्र यूजर का संतोषजनक फीडबैक, निवेश मित्र पर शिकायतों का समय-सीमा में निस्तारण के प्रतिशत की गणना की जाएगी एवं रैंकिंग निकालने के लिए बिन्दु (1) को 1.0 वेटेज एवं शेष बिन्दु (2) व (3) प्रत्येक को 0.5 का वेटेज दिया जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि प्रतिशत निकालने के लिए सम्बन्धित माह के अन्तिम दिवस को संदर्भ माना जाएगा।
तिवारी नेे बताया कि भारत सरकार के औद्योगिक संवर्धन एवं आन्तरिक व्यापार विभाग के बिजनेस रिफार्म एक्शन प्लान के अन्र्तगत राज्यों एवं केन्द्र शासित प्रदेशों की ईज ऑफ डूइंग बिजनेस की रैंकिंग 2014-15 से की जा रही है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश द्वारा निरन्तर इसके क्रियान्वयन में अच्छा कार्य किया जा रहा है एवं वर्तमान में उत्तर प्रदेश को अचीवर्स राज्य की श्रेणी में स्थान भी प्रदान किया गया है।
मुख्य सचिव ने बताया कि ईज आॅफ डूईंग बिजनेस प्रक्रिया को सुदृढ़ करते हुए निवेश मित्र आॅन लाइन सिंगल विण्डो पोर्टल के माध्यम से प्रदेश में स्थापित एवं संचालित होने वाले व्यवसायों के समस्त आवश्यक अनापत्ति प्रमाण पत्रों, अनुमोदनों एवं स्वीकृतियों आदि को ऑनलाइन प्रदान किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में निवेश मित्र द्वारा 20 विभागों की लगभग 125 से अधिक सेवाएं ऑन लाइन प्रदान की जा रही हैं। उन्होंने बताया कि निवेश मित्र पोर्टल पर उपभोक्ताओं के फीडबैक प्राप्त करने एवं शिकायतों हेतु सुविधा का भी समावेश किया गया है। उन्होंने निर्देश दिए कि जनपद स्तरीय उ़द्योग बन्धु की बैठकों में पोर्टल से प्राप्त आवेदन पत्रों का अनुवश्रण सुनिश्चित कराया जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि किसी भी उद्यमी को आॅनलाइन आवेदन में कठिनाई आने पर सम्बन्धित जिला उद्योग केन्द्र कार्यालय में स्थापित हेल्प डेस्क के माध्यम से सहायता प्रदान कर आवेदन कराया जाए एवं हेल्पडेस्क में आने वाले उद्यमियों को पूर्ण सहायता एवं सहयोग प्रदान किया जाए।
मुख्य सचिव ने यह निर्देश परिपत्र के माध्यम से समस्त जिलाधिकारियों को दिए। उन्होंने बताया कि निवेश मित्र पोर्टल पर प्राप्त हुए कुल आवेदनों की संख्या के आधार पर जनपदों को दो श्रेणियों में वर्गीकृत किया जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि प्रथम श्रेणी में ऐसे जनपद होंगे जहां प्राप्त कुल आवेदनों की संख्या 02 हजार से अधिक तथा दूसरी श्रेणी में अवशेष जनपद आएंगे। उन्होंने बताया कि प्रत्येक श्रेणी में जनपदों की रैंकिंग की गणना करने के लिए माह के अन्त में निवेश मित्र पर प्राप्त हुये आवेदनों का समय-सीमा के अन्तर्गत निस्तारण, निवेश मित्र यूजर का संतोषजनक फीडबैक, निवेश मित्र पर शिकायतों का समय-सीमा में निस्तारण के प्रतिशत की गणना की जाएगी एवं रैंकिंग निकालने के लिए बिन्दु (1) को 1.0 वेटेज एवं शेष बिन्दु (2) व (3) प्रत्येक को 0.5 का वेटेज दिया जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि प्रतिशत निकालने के लिए सम्बन्धित माह के अन्तिम दिवस को संदर्भ माना जाएगा।
तिवारी नेे बताया कि भारत सरकार के औद्योगिक संवर्धन एवं आन्तरिक व्यापार विभाग के बिजनेस रिफार्म एक्शन प्लान के अन्र्तगत राज्यों एवं केन्द्र शासित प्रदेशों की ईज ऑफ डूइंग बिजनेस की रैंकिंग 2014-15 से की जा रही है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश द्वारा निरन्तर इसके क्रियान्वयन में अच्छा कार्य किया जा रहा है एवं वर्तमान में उत्तर प्रदेश को अचीवर्स राज्य की श्रेणी में स्थान भी प्रदान किया गया है।
मुख्य सचिव ने बताया कि ईज आॅफ डूईंग बिजनेस प्रक्रिया को सुदृढ़ करते हुए निवेश मित्र आॅन लाइन सिंगल विण्डो पोर्टल के माध्यम से प्रदेश में स्थापित एवं संचालित होने वाले व्यवसायों के समस्त आवश्यक अनापत्ति प्रमाण पत्रों, अनुमोदनों एवं स्वीकृतियों आदि को ऑनलाइन प्रदान किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में निवेश मित्र द्वारा 20 विभागों की लगभग 125 से अधिक सेवाएं ऑन लाइन प्रदान की जा रही हैं। उन्होंने बताया कि निवेश मित्र पोर्टल पर उपभोक्ताओं के फीडबैक प्राप्त करने एवं शिकायतों हेतु सुविधा का भी समावेश किया गया है। उन्होंने निर्देश दिए कि जनपद स्तरीय उ़द्योग बन्धु की बैठकों में पोर्टल से प्राप्त आवेदन पत्रों का अनुवश्रण सुनिश्चित कराया जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि किसी भी उद्यमी को आॅनलाइन आवेदन में कठिनाई आने पर सम्बन्धित जिला उद्योग केन्द्र कार्यालय में स्थापित हेल्प डेस्क के माध्यम से सहायता प्रदान कर आवेदन कराया जाए एवं हेल्पडेस्क में आने वाले उद्यमियों को पूर्ण सहायता एवं सहयोग प्रदान किया जाए।