नेता प्रतिपक्ष रामगोविन्द चौधरी ने 17 मई, रविवार, 2020 को "मजदूर बचाओ- देश बचाओ" की गुहार की है। चौधरी ने कहा कि अचानक, अनियोजित लाकडाउन की वजह से दूसरों राज्यों में अपनी मेहनत के बल पर अपना परिवार पाल रहे सभी मजदूर साथियों की स्थिति जानलेवा मोड़ पर है। तकरीबन हर रोज घर आने की कोशिश में ये साथी काल के गाल में समा रहे हैं। केवल यही नहीं रोज कमाने खाने वाली देश की तीस फीसदी आबादी भी इसकी वजह से बेहाल है। इन सभी साथियों के आँसुओं से अपने को जोड़ते हुए हम सभी समाजवादी सोच के लोग 17 मई, रविवार, 2020 को "मजदूर बचाओ- देश बचाओ" की गुहार करेंगे, अपने अपने घरों में पूजा करके, प्रार्थना करके, नमाज पढ़के, अपने अपने इष्टदेव को अपनी आस्था के अनुसार याद करके या अपने यक़ीदे के अनुसार।
और सोशल मीडिया में भी भारतसरकार और राज्यों की सरकारें से गुहार करेंगे कि वह धरातल पर भी रोज कमाने खाने वाले मजदूरों की जान बचाने की कोशिश करें। सपा नेता ने कहा याद रहे 17 मई 1934 को पटना में कांग्रेस सोशलिस्ट पार्टी का गठन हुआ था। इस दिन हम सभी समाजवादियों के पुरखे आचार्य नरेंद्रदेव, जयप्रकाश नारायण, डाक्टर राममनोहर लोहिया, कमला देवी चट्टोपाध्याय, यूसुफ मेहर अली, अच्युत पटवर्धन, अशोक मेहता, फरीदुलहक़ अंसारी, मीनू मसानी, एन जी गोरे, एस एम जोशी आदि ने आज़ादी के साथ समाजवादी राज की स्थापना का संकल्प लिया था। इसलिए हम सभी अपने अपने घरों में 17 मई, रविवार, 2020 को अपने को अपने पुरखों के संकल्प के साथ सम्बद्ध करेंगे। और कांग्रेस सोशलिस्ट पार्टी के 87 वें स्थापना समारोह को मनाएंगे, "मजदूर बचाओ - देश बचाओ"की गुहार से। साथ ही स्थापना समारोह की पूर्व संध्या 16 मई, शनिवार, 2020 को अपने अपने घरों में दीप दान कर अपने समाजवादी पुरखों और उनके संकल्प को याद करेंगे। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव का भी मिशन है, देश में समाजवादी राज व्यवस्था की स्थापना। इसलिए हम अपने नेताओं के मिशन को कामयाब करने के लिए अपने समाजवादी पुरखों को भी याद करें।