शिमला। प्रधान सचिव ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश को फिल्म उद्योग का पसंदीदा गंतव्य स्थल बनाने के लिए प्रयासरत है जिससे प्रदेश में पर्यटन को व्यापक बढ़ावा देने में मद्द मिलेगी। मुख्यमंत्री व सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग के प्रधान सचिव संजय कुंडू ने आज भारत के फिल्म निर्माता संघ के मुख्य कार्यकारी अधिकारी कुलमीत मक्कड़ से हिमाचल प्रदेश की फिल्म नीति के सम्बन्ध में बातचीत की ।
संजय कुंडू ने कहा कि राज्य सरकार ने जून , 2019 में नई फिल्म नीति बना दी है तथा इसमें प्रदेश के फिल्म निर्माताओं के लिए उनके आकर्षण रखे गए हैं । इस अवसर पर हिमाचल प्रदेश की फिल्म पॉलिसी की मुख्य विशेषताओं का ब्यौरा दिया गया। फिल्म उद्योग से सम्पर्क स्थापित करने के लिए सूचना एवं सम्पर्क विभाग के कार्यालय में एक सुविधा केन्द्र जल्द ही स्थापित की जाएगी जिससे ई - मेल, वेबपेज, सोशल मीडिया से सम्पर्क किया जा सकेगा ।
कुलमीत मक्कड़ ने कहा कि मुख्यमंत्री प्रदेश की फिल्म नीति, फिल्म निर्माताओं के साथ चर्चा कर सिनेमाघर मालिकों को राज्य में आधुनिक सिनेमाघर स्थापित करने के लिए आमंत्रित करें। मुख्यमंत्री को बॉलीवुड फिल्म निर्माताओं तथा सिनेमाघर मालिकों ( पीवीआर , आईनोक्स इत्यादि ) से मिलने के लिए मुम्बई आने का निमंत्रण भी दिया।
इसके अतिरिक्त फिल्म निर्माता राज्य में फिल्मों की शूटिंग के लिए बुलाए जा सकते हैं। फिल्म निर्माताओं को फिल्म शूटिंग हेतु प्रदेश के अनछुए पर्यटक स्थलों जैसे चांशल , पौंग डैम , बीड़ बिलिंग व जंजैहली इत्यादि के नाम सुझाए जा सकते हैं जो प्रदेश सरकार की ' नई राहें नई मंजिलें ' योजना के तहत पर्यटक हब के रूप में विकसित किए जा रहे हैं ।
उन्होंने प्रधान सचिव से कहा कि रमेश सिप्पी तथा सुभाष घई जैसे मशहूर फिल्म निर्माताओं ने मुम्बई में मीडिया तथा मनोरंजन शिक्षा केन्द्र स्थापित किए है जैसे रमेश सिप्पी ने मुम्बई विश्वविद्यालय के सहयोग से रमेश सिप्पी अकेडमी ऑफ सिनेमा एण्ड एंटरटेनमेंट खोला है। उन्होंने सुझाव दिया कि हिमाचल सरकार भी यहां के युवाओं के कौशल विकास के लिए इस तरह के संस्थान स्थापित कर सकती है, ताकि युवा फिल्म एवं मनोरंजन जगत में अपना केरियर बना सकें ।
मक्कड़ ने कहा कि हिमाचल को इसके प्राकृतिक सुंदरता और सुहावने मौसम के चलते हॉलीवुड , नेटफ्लिक्स, अमेजॉन प्राईम तथा अन्य चैनलों को भी हिमाचल प्रदेश में फिल्म निर्माण के लिए आमंत्रित करना चाहिए ।