मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ।जम्मू-कश्मीर के हंडवाड़ा के छंजमुल्ला गांव में सेना और आतंकवादियों के बीच शनिवार से ही चल रहे मुठभेड़ में बुलंदशहर के कर्नल आशुतोष शर्मा शहीद हो गये। रविवार को जैसे ही इसकी जानकारी जिले में आयी हर कोई शोकाकुल हो गया। जिला सूचना अधिकारी रामपाल ने दोका सामना को बताया कि कर्नल आशुतोष शर्मा श्याना तहसील के खानपुर थाना क्षेत्र के परवान गांव के निवासी थे।लेकिन उनका परिवार जयपुर के रंगोली कालोनी में रहता है। वहां उनकी पत्नी और बेटी रहती हैं। इस लिये उनकी वीरगति प्राप्त शरीर को जयपुर ले जाया जायेगा। उनके गांव में उनके चाचा ताऊ रहते हैं। जिलाधिकारी ने उन लोगों को जयपुर जाने का पास निर्गत कर दिया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपनी श्रद्धाजंलि अर्पित किया है। उन्होंने कहा कि देश के लिये सर्वश्रेष्ठ बलिदान देने वाले कर्नल आशुतोष शर्मा को मैं भवपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित करता हूँ। उत्तर प्रदेश सरकार ने शहीद परिवार को पचास लाख की आर्थिक सहायत और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने का आस्वासन दिया है। शहीद के गांव की ओर जाने वाली सड़क का नाम उनके नाम से होगा तथा उस पर उनके नाम से विशाल द्वार भी बनेगा।सूचना मिली कि उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा जिले की हंदवाड़ा के छंज मुल्ला इलाके में हुई मुठभेड़ में 21 राष्ट्रीय राइफल्स यूनिट के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल आशुतोष शर्मा शहीद हो गये। उनकी टीम के चार और लोग वीरगति को प्राप्त किये हैं।इस ऑपरेशन में दो आतंकवादी भी मारे गये हैं। सेना के अधिकारियों ने बताया कि कर्नल आशुतोष शर्मा उस टीम का नेतृत्व कर रहे थे, जो आतंकवादियों द्वारा बंधक बनाए गए नागरिकों को बचाने जा रही थी।यह मुठभेड़ शनिवार शाम से चल रही थी। देर रात मुठभेड़ में सेना के दो अफसरों समेत सुरक्षा बलों के पांच जवान लापता हो गए थे। इनका टीम से संपर्क कट गया था।
बुलंदशहर के कर्नल आशुतोष शर्मा के बलिदान से शोक की लहर, अंत्येष्टि जयपुर में होगी