आपके विद्यालय ही आपके व्यक्तित्व के परिचायक 

आपके विद्यालय ही आपके व्यक्तित्व के परिचायक  



 


प्रयागराज।

जिलाधिकारी ने कार्यशाला में बेसिक शिक्षा अधिकारी एवं खण्ड शिक्षा अधिकारी सहित सभी प्रधानाध्यापकों को निर्देशित किया कि विद्यालय परिसर में साफ-सफाई की व्यवस्था बेहतर हो, जिससे कि एक स्वच्छ वातावरण का सृजन किया जा सके। सरकार की सोच है कि कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित न रहे, इसके लिए खण्ड शिक्षा अधिकारी के निर्देशन में प्रधानाध्यापक एवं अध्यापक बच्चों के अभिभावकों से मिलकर उन्हें ये विश्वास दिलाये कि आपके बच्चों को बेहतर से बेहतर शिक्षा प्रदान की जायेगी और कहा कि ज्यादा से ज्यादा बच्चो का नामांकन करें और विद्यालयों में दी जा रही शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार करें। उन्होंने कहा कि आप लोग ही शिक्षा के मुख्य स्तम्भ है। जिलाधिकारी ने कहा कि विद्यालयों में प्रदान की जा रही शिक्षा की मानीटरिंग मैं स्वयं कर रहा हूं। उन्होंने सम्बन्धित विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों एवं अध्यापकों को निर्देशित किया कि ससमय पाठ्यपुस्तक, यूनीफार्म तथा जूता-मोजा का विवरण सुनिश्चित किया जाये। उन्होंने सम्बन्धित खण्ड विकास अधिकारियों को भी निर्देशित किया कि ससमय यूनीफार्म विवरण की प्रक्रिया पूरी कर ली जाये। इस कार्य में किसी भी प्रकार की शिकायत तथा लापरवाही क्षम्य नहीं है। प्रयाग संगीत समिति में बेसिक शिक्षा विभाग के आयोजित परिषदीय प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों में संचालित शिक्षा की गुणवत्ता, पाठ्य पुस्तक विवरण एवं जूता मोजा वितरण आदि से सम्बन्धित कार्यशाला किया गया.
जिलाधिकारी ने बताया कि विगत कुछ दिनों में स्कूलों से गैस सिलेण्डर चोरी की सूचनायें प्राप्त हुई है। उसपर उन्होंने सम्बन्धित खण्ड विकास अधिकारियों को निर्देशित किया कि प्रधानाध्यापक के माध्यम से सम्बन्धित थानों में प्राथमिकी दर्ज कराये। उसी के आधार पर पुनः नये गैस कनेक्शन उपलब्ध कराये जायेंगे। जिलाधिकारी ने कहा कि मिड-डे मिल की गुणवत्ता के साथ कोई समझौता नहीं किया जायेगा। विद्यालयों में पठन-पाठन की व्यवस्था को बेहतर बनायें तथा विद्यालयों की मूल-भूत सुविधाओं के बारे में चर्चा करते हुए बताया कि पेयजल की समुचित व्यवस्था हो, आवश्यक शिक्षण अधिगम सामाग्री की उपलब्धता सुनिश्चित कराना, विद्यालय में कार्यरत सभी शिक्षक व शिक्षणोत्तर कर्मिंयों का फोटोयुक्त विवरण बोर्ड पर डिस्प्ले किया जाना तथा यथासम्भव प्रत्येक विद्यालय में खेल परिसर का विकास कराना तथा विद्यालय में पर्याप्त खेल सामाग्रियों की उपलब्धता सुनिश्चित कराना। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में निर्देश दिया कि विद्यालय की जमीन पर किसी भी प्रकार का अतिक्रमण कत्तई बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। कहीं पर भी यदि ऐसा हो तो उसे सूचित करें। जिलाधिकारी ने अंत में कहा कि आपके विद्यालय ही आपके व्यक्तित्व के परिचायक है। उन्होंने बताया कि आप लोगो से मेरी बहुत अपेक्षायें है और शिक्षा सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकतायें है। कार्यशाला में बेसिक शिक्षा अधिकारी सहित खण्ड शिक्षा अधिकारी एवं प्राथमिक एवं उच्च शिक्षा के प्रधानाध्यापक मौजूद थे।