पूर्वांचल एक्सप्रेसवे का 58.06 प्रतिशत से अधिक कार्य पूर्ण 



 शनिवार को यूपीडा के मुख्य कार्यपालक अधिकारी अवनीश कुमार अवस्थी की अध्यक्षता में पूर्वाचल एक्सप्रेसवे के निर्माण कार्य की समीक्षा की । इस बैठक में यूपीडा के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ निर्माण कम्पनियों के प्रतिनिधि , सभी पी.आई.यू. के अधिकारी एवं यूपीडा द्वारा प्रोजेक्ट मानीटरिंग के लिए सम्बद्ध की गयी कम्पनी राइट्स लि 0 की टीम भी मौजूद थी । अवस्थी ने निर्माण कार्य करने वाली कम्पनियों को कहा कि वे गुणवत्ता को ध्यान में रखते हुए एक्सप्रेसवे के निर्माण कार्य को तेजी से करायें और इसके साथ ही रेलवे ओवर ब्रिज के निर्माण के लिए आवश्यक सभी कार्यों को तेजी से कराया जाना सुनिश्चित करें ।


 सभी अथॉरिटी इंजीनियर को भी निर्देशित किया कि वे एक्सप्रेसवे पर बनने वाले इंटरचेंज व टोल प्लाजा की डिजाइन को फाइनल कराकर शीघ्रता से निर्माण कार्य प्रारम्भ करवाएं । इसके अतिरिक्त एक्सप्रेसवे पर यूटिलिटी शिफ्टिंग के कार्य एवं शेष बचे मिट्टी के कार्य को भी तेजी से कराने के निर्देश दिए ताकि एक्सप्रेसवे के निर्माण को तय समय सीमा में पूर्ण कराया जा सके। 


इसके साथ ही अवस्थी ने एक्सप्रेसवे के लिए भूमि से संबंधित किसी भी प्रकार की समस्या का यथा शीघ्र निवारण करने के निर्देश दिये इसके अतिरिक्त उन्होंने यूपीडा द्वारा प्रोजेक्ट मानीटरिंग के लिए सम्बद्ध की गयी कम्पनी राइट्स लि0 के प्रतिनिधियों से कार्य की गुणवत्ता पर पूरी तरह से ध्यान रखने के लिए भी कहा । उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिये कि कार्य की गुणवत्ता से किसी भी प्रकार का समझौता न किया जाए । उल्लेखनीय है कि पूर्वांचल एक्सप्रेसवे लखनऊ - सुल्तानपुर रोड ( एन ० एच0-731 ) पर स्थित ग्राम चाँदसराय , जनपद लखनऊ से प्रारम्भ होकर यूपी - बिहार सीमा से 18 किमी 0 पूर्व राष्ट्रीय राजमार्ग सं0-31 पर स्थित ग्राम हैदरिया पर समाप्त होगा । एक्सप्रेसवे की लम्बाई 340.824 किमी ० है । इस परियोजना से जनपद लखनऊ , बाराबंकी , अमेठी , अयोध्या , सुल्तानपुर , अम्बेडकरनगर , आजमगढ़ , मऊ तथा गाजीपुर लाभान्वित होंगे । एक्सप्रेसवे 06 लेन चौड़ा ( 08 लेनमें विस्तारणीय ) तथा संरचनाएं 08 लेन चौड़ाई की निर्माणधीन हैं । दिनांक 26.09.2020 तक मिट्टी का कार्य 88 प्रतिशत पूर्ण कर लिया गया है तथा परियोजना की कुल भौतिक प्रगति 58.06 प्रतिशत से अधिक पूर्ण हो चुकी है ।