रंग लाई मेट्रो की पहल 
रंग लाई मेट्रो की पहल 


 

लखनऊ। भारत पितृसत्तात्मक देश रहा है, जहां महिलाओं के मुद्दे हमेशा परिधि पर रहते हैं वहां 'मेंस्ट्रुएशन' या 'माहवारी' जैसे महत्तवपूर्ण और संवेदनशील विषय पर जागरूकता का नितांत अभाव है। कई बार अज्ञानतावश तो कई बार पहुंच  न होने के  कारण  महिलाओं को इसका खामियाजा उठाना पड़ता है। परन्तु अब भारतियों की सोच में बदलाव आ रहा है। इस का एक जिवंत उदाहरण लखनऊ मेट्रो की खास पहल में दिखता है.

28 मई, यानि मासिक धर्म स्वच्छता दिवस के अवसर पर महिला यात्रियों की दिक्कत को महसूस करते हुए लखनऊ मेट्रो ने चारबाग मेट्रो स्टेशन पर एक सैनिटरी पैड डिस्पेंसिंग मशीन का लोकार्पण किया। यह डिस्पेंसिंग मशीन लगने के साथ ही महिला यात्रियों के बीच अत्यंत प्रिय हो गयी. 

मेट्रो से यात्रा पर निकलीं महिलाएं बड़ी संख्या में चारबाग मेट्रो स्टेशन पर इस मशीन का उपयोग करती  हैं। महिला शौचालय में लगाए गए इस मशीन तक महिलाओं की पहुुंच भी बहुत सहज है।  डिस्पेंसिंग मशीन में मात्र पांच रूपए (एक, दो और पांच रूपए तक के सिक्के) डालकर सैनिटरी पैड बड़ी आसानी से खरीदा जा सकता है. मेट्रो से यात्रा करने वाली महिला यात्रियों को रोजमर्रा की इस मूलभूत जरूरत के लिए अब कहीं भटकने नहीं पड़ता। इन डिस्पेंसिग मशीनों के लग जाने से तकलीफ़ें कुछ  कम हुई हैं।  बढ़ती मांग के कारण इन मशीनों को कई बार रिफिल किया जा चुका है। चारबाग के बाद उत्तर-दक्षिण  काॅरिडोर के तीन अन्य महत्तवपूर्ण स्टेशनों; मुंशीपुलिया, हजरतगंज और सीसीएस एयरपोर्ट मेट्रो स्टेशनों में भी सैनिटरी पैड डिस्पेंसिंग मशीनें लगेगी ।