एनसीआर की सुरक्षा बैठक संपन्न


प्रयागराज।


मंगलवार को आगरा, इलाहाबाद और झांसी डिवीजनों के साथ उत्तर मध्य रेलवे मुख्यालय कार्यालय में वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से सुरक्षा, समय की पाबंदी और महत्वपूर्ण कार्यों की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। उत्तर मध्य रेलवे के महाप्रबंधक राजीव चौधरी की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में उत्तर मध्य रेलवे मुख्यालय के सभी प्रमुख विभागाध्यक्ष उपस्थित रहे एवं तीनों मण्डल के मंडल रेल प्रबंधक अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने वीडियो लिंक के माध्यम से भाग लिया। बैठक के दौरान, मंडलों के साथ सुरक्षा संबंधी विषयों पर विस्तार से चर्चा की गई।


 


       महाप्रबंधक ने बल देते हुए कहा कि उन सभी लिमिटेड हाइट सबवे जिन पर जल भराव की आशंका हो, वहां पर समुचित सुरक्षा और पम्पिंग की व्यवस्था की जानी चाहिए। मंडलों ने बताया कि, मानसून संबंधी सावधानियां पहले से ही बरती जा रही हैं एवं संवेदनशील स्थानों पर चौकीदार भी लगे हैं। पिछले सप्ताह मध्य रेलवे में महालक्ष्मी एक्सप्रेस के वांगनी - बदलापुर के बीच बाढ़ में फंसने की घटना  पर भी विस्तार से चर्चा की गई। महाप्रबंधक ने कहा कि उत्तर मध्य रेलवे के संवेदनशील क्षेत्रों में इस तरह के किसी भी मामले से बचने के लिए जल स्तर पर उचित निगरानी रखी जाए।


      बैठक में इलाहाबाद जंक्शन- प्रयाग दोहरीकरण के महत्वपूर्ण कार्य पर भी चर्चा की गई तथा  इसके सभी कार्य 31.07.2019 तक पूरा होने की उम्मीद है। पूरा होने के बाद इस दोहरीकरण के कार्य से इस मार्ग पर कंजेशन में कमी आएगी और इस खंड में परिचालन में काफी सुधार होगा। बैठक के दौरान टूंडला नॉन-इंटरलॉकिंग के महत्वपूर्ण कार्य पर भी चर्चा की गई, जिसे अक्टूबर, 19 तक पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। टूंडला के इस इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग कार्य से कानपुर-गाजियाबाद सेक्शन में ट्रेन परिचालन में काफी सुधार होगा और ट्रेनों की समयबद्धता बनाए रखने में इलाहाबाद मंडल को सहायता मिलेगी। 


प्रमुख मुख्य परिचालन प्रबंधक ने नैनी-छिवकी तीसरी लाइन एवं छिवकी में अतिरिक्त प्लेटफॉर्म के कार्य को शीघ्रता से पूरा करने की आवश्यकता जताई। आगामी 07 दिनों के समय में कानपुर में एक नई वाशिंग लाइन के चालू होने की भी उम्मीद है।


      उत्तर मध्य रेलवे ने समयपालनता में पिछले साल की तुलना में लगभग 18% का सुधार दर्ज किया है। इसके लिए उत्तर मध्य रेलवे ने विलंबित होने वाली ट्रेनों के परिचालन की सघन निगरानी, प्रत्येक ट्रेन के परिचालन समय में मिनटों के नुकसान की निगरानी आदि जैसी पहल की है, जिसके अच्छे परिणाम मिले हैं। उत्तर मध्य रेलवे ने इस वर्ष भाऊपुर-खुर्जा खंड में डीएफसी के चालू होने और महत्वपूर्ण बुनियादी ढाँचे के कार्यों को पूरा करके समयपालनता में और सुधार का लक्ष्य निर्धारित किया है।