कर्जमाफी, तबादलों, बिजली कटौती के मुद्दों पर सरकार को घेरेगी भाजपा

 भोपाल। भारतीय जनता पार्टी के विधायक पूरी ताकत, अध्ययन और ऊर्जा के साथ जन समस्याओं से जुड़े मुद्दों को सदन में उठाएं। सदन में पूरी संख्या में हमेशा उनकी मौजूदगी रहे। वे मुखर रहें और सरकार को घुटने टेकने पर मजबूर कर दें। जनता की आवाज को इतने ताकत और इस तरीके से मुद्दों पर आधारित विरोध करें कि जनता को इसका असली चेहरा समझ में आ जाए ।भाजपा विधायक दल की बैठक में नेतृत्व ने कुछ ऐसे ही विचार व्यक्त किए। पार्टी विधायक दल की बैठक सोमवार शाम को प्रदेश कार्यालय में आयोजित की गई, जिसमें विधानसभा में पार्टी की रणनीति के अलावा सदस्यता अभियान को लेकर भी चर्चा हुई।


पूरी मुखरता से करें लुटेरी सरकार का विरोधः शिवराजसिंह चौहान



                बैठक को संबोधित करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं सदस्यता अभियान के राष्ट्रीय प्रभारी  शिवराज सिंह चौहान ने विधानसभा चुनाव का बदला लोकसभा चुनाव में ब्याज सहित लेने के लिए प्रदेश की जनता एवं विधायकों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि विधानसभा का बजट सत्र इस लुटेरी सरकार के तेवर ढीले करने के लिए अच्छा अवसर है। इस सरकार का बस एक ही काम है-लाओ पैसा। उन्होंने कहा कि कर्जमाफी और किसानों से जुड़ी अन्य समस्याओं को सदन में उठाएं। उन्होंने कहा कि बिजली आपूर्ति में अपनी नाकामी को छुपाने के लिए यह सरकार कभी भाजपा, तो कभी चमगादड़ और उपकरणों को दोष देती है। उन्होंने कहा कि बजट पर हम सार्थक किन्तु तीखी बहस करेंगे और उसका है कि इस सरकार के कामकाज से असंतुष्ट विधायक भी हमारी आवाज में अपने सुर मिला सकते हैं। चौहान ने कहा कि हमें न अनुनय-विनय करना है, न घुटने टेकना है, घुटने सरकार टेकेगी। उन्होंने कहा कि सभी विधायक 26 जुलाई के बाद 11 अगस्त तक सदस्यता अभियान को समय दें।


 


बैक गियर डालकर प्रदेश को पीछे ले जा रही सरकारः राकेश सिंह



                विधायक दल की बैठक को संबोधित करते हुए पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राकेशसिंह ने कहा कि हमारे पास प्रधानमंत्री मोदी जी के रूप में दुनिया का सबसे लोकप्रिय नेतृत्व है, अचूक रणनीति में माहिर अमित शाह जी हमारे अध्यक्ष हैं और कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में जे.पी. नड्डा जी के आने के बाद हमारी ताकत और बढ़ी है। उन्होंने कहा कि चूक से बनी इस सरकार ने प्रदेश को बैक गियर में डाल दिया है और यह प्रदेश को 2003 से पहले के युग में ले जा रही है। उन्होंने विधायकों से पूरे सत्र के दौरान सक्रिय रहने की बात कहते हुए कहा कि हम मूलतः कार्यकर्ता हैं, यह बात सदन के भीतर और बाहर भी नजर आनी चाहिए।  सिंह ने कहा कि विधानसभा में पार्टी और जनता की आवाज उठाना आप सभी की बड़ी जिम्मेदारी है, लेकिन सदस्यता अभियान का काम भी महत्वपूर्ण है। अभियान के राष्ट्रीय प्रभारी हमारे पूर्व मुख्यमंत्री माननीय शिवराज जी हैं, इसलिए हमारी कोशिश रहनी चाहिए कि मध्यप्रदेश इस अभियान में सबसे आगे रहे। उन्होंने कहा कि सदन में हमारी कसौटी यही है कि हम लोगों को यह विश्वास दिलाने में सफल हों कि हम जनता के हित में हैं।


ऊर्जा और अन्वेषण के साथ उठाएं मुद्देः गोपाल भार्गव


                बैठक को संबोधित करते हुए नेता प्रतिपक्ष  गोपाल भार्गव ने कहा कि संख्या बल में हम सत्ता पक्ष के बराबर हैं। ऐसे में हम जितनी ताकत से सरकार को घेरेंगे, उसी से माहौल बनेगा। उन्होंने कहा कि विधायक पूरी ऊर्जा और अन्वेषण के साथ मुद्दों को उठाएं।  भार्गव ने कहा कि हम स्थानांतरण, भावांतर, विधायकों की उपेक्षा और कर्मचारियों की समस्याओं को पूरी ताकत से उठाएंगे। उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार के कार्यकाल में प्रदेश में अराजकता और अस्थिरता का माहौल है। एक-एक दिन में दो-दो कलेक्टर बदले जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह सरकार पैसे की कमी का रोना रोती है, लेकिन इस सरकार ने 6-7 माह में करीब 50 हजार तबादले किए हैं, जिनके भत्तों पर ही 600 करोड़ खर्च हो गए। मंत्रियों के बंगलों की साज-सज्जा पर करोड़ों रुपए खर्च हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री की कामकाज की मानसिकता नहीं है, वे ज्यादा समय छुट्टी में ही बिताना चाहते हैं।


भाजपा सरकारों का कार्यकाल ऐतिहासिकः सुहास भगत


                बैठक को संबोधित करते हुए प्रदेश संगठन महामंत्री सुहास भगत ने कहा कि देश में पिछले 5 साल और प्रदेश में 15साल हमारी सरकारें रहीं। इन सरकारों ने जो काम किए हैं, वे ऐतिहासिक हैं। उन्होंने लोकसभा चुनाव में मिली ऐतिहासिक जीत के लिए प्रधानमंत्री मोदी एवं विधायकों को बधाई देते हुए कहा कि इस जीत में हमारे पिछले सफल सदस्यता अभियान की भी भूमिका रही है। भगत ने विधायकों से सदस्यता अभियान में सक्रिय भागीदारी की बात कहते हुए कहा कि हम जिन बूथों पर जीते हैं, वहां तो500-600 सदस्य भी बना सकते हैं, लेकिन जहां हम हारे हैं, उन बूथों पर भी कम से कम 100 सदस्य बनाने के प्रयास करें। उन्होंने कहा कि पोलिंग बूथ पर सभी की भागीदारी रहे और प्रत्येक विधायक एक ग्रामकेंद्र को अपनी देखरेख में ले। विधायक दल की बैठक का संचालन पूर्व सांसद  विश्वास सारंग ने किया एवं आभार प्रदर्शन विधायक  यशपाल सिंह सिसोदिया ने किया।