रेलवे ने सुरक्षा ऐप्प लॉन्च किया


     उत्तर मध्य रेलवे ने एक सुरक्षा एप्लिकेशन “Smart Application For Ensuring Train Safety - SAFETY” भी लॉन्च किया। यह व्यापक वेब आधारित प्रयोग संरक्षा संबंधी मापदंडों की बेहतर निगरानी, असामान्य अवस्था आदि की रिपोर्टिंग में मदद करेगा ताकि ट्रेनों का संरक्षित तरीके से बेहतर संचालन किया जा सकेगा। Google play store में उपलब्ध यह ऐप किसी को भी किसी भी खतरे, असुरक्षित स्थिति को जियोटैग्ड तस्वीर के साथ भेजने की सुविधा प्रदान करता है जिससे कि तत्कल सुधारात्मक कार्रवाई की जा सकेगी।


 गुरुवार को रेलवे बोर्ड के साथ उत्तर मध्य रेलवे के मुख्यालय में एक उच्च स्तरीय संरक्षा समीक्षा बैठक आयोजित हुई। बैठक के दौरान मुख्य संरक्षा अधिकारी ने पिछले वर्ष उत्तर मध्य रेलवे के संरक्षा आंकड़ों पर एक प्रस्तुति दी। इस अवसर पर उत्तर मध्य रेलवे में हुई 04 महत्वपूर्ण दुर्घटना मामलों पर विस्तार से चर्चा हुई और भविष्य में इन दुर्घटनाओं से बचने के लिए सभी महत्वपूर्ण पहलुओं जैसे उनके कारणोंजिम्मेदारी और निराकरण पर चर्चा की गई।


       मुख्य संरक्षा अधिकारी ने बताया कि वर्तमान वर्ष में शून्य दुर्घटना के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए कर्मचारियों की काउंसलिंग की गई, 07 संरक्षा अभियान चलाए गए और प्रणालियों में सुधार भी किया गया। इस अवसर पर दो महत्वपूर्ण क्षेत्रों जिसमें एलएचबी ट्रेनों की पावर कारों में आग के मामले और सिगनल पासिंग अट डैंजर खतरे की रोकथाम के तरीकों पर बड़े विस्तार से चर्चा की गई। महाप्रबंधक चौधरी ने जोर देते हुये कहा कि यात्री गाड़ियों के डिब्बों में मौजूदा फायर डिटेक्शन सह सप्रेसन प्रणाली और फायर बॉल के अतिरिक्त स्वचालित अग्निशमन प्रणाली को शामिल किये जाने के प्रयास किए जाने चाहिए।


       मुख्य संरक्षा अधिकारी ने सुझाव दिया कि कोचों में क्लीन गैस आधारित आग बुझाने की मशीन स्थापित करने की आवश्यकता है। SPAD को कम करने के लिए उत्तर मध्य रेलवेके किए गए नये प्रयोगों को भी प्रस्तुत किया गया। उत्तर मध्य रेलवे के किये गये अनूठे प्रयासों जैसे  'ग्रॉस हैप्पीनेस इंडेक्स' जो कि चालक दल को रनिंग रूम की सुविधाओं पर 1 से 10 के पैमाने पर रेट करने की सुविधा देते हैं ऑनलाइन वेब आधारित लोको इंस्पेक्टर निरीक्षण और चालक दल रेटिंग प्रणाली 25 महत्वपूर्ण वस्तुओं की निगरानी सूची आदि प्रस्तुत भी किए गए।


       रिमोट ऑपरेशन और देखने की सुविधा के साथ DUET का डेमो प्रस्तुत किया गया था, जिसे गाड़ियों की अण्डर गियर परीक्षा के लिए आगरा मण्डल ने विकसित किया। इसी क्रम में इलाहाबाद मण्डल के चुनार के निकट सर्वप्रथम स्थपित हॉट बॉक्स डिटेक्टर और हैंगिंग पार्ट डिटेक्शन सिस्टम को प्रमुख कार्यकारी निदेशक संरक्षा, रेलवे बोर्ड, नई दिल्ली, गोयल, कार्यकारी निदेशक संरक्षा, रेलवे बोर्ड टी.पी अग्रवाल, डायरेक्टर सेफ्टी विनय कुमार नामा को दिखाया किया गया। महाप्रबन्धक ने कहा कि उत्तर मध्य रेलवे  को DUET के पेटेंट के लिए प्रक्रिया करनी चाहिए।


इस अवसर पर प्रमुख कार्यकारी निदेशक संरक्षा, रेलवे बोर्ड, गोयल ने सुझाव दिया कि ऐप में संरक्षा सम्बंधी और अधिक वीडियो, एनीमेशन सामग्री होनी चाहिए जो कि इसे उपयोगकर्ता के और अधिक अनुकूल बनायेगी। बैठक में उत्तर मध्य रेलवे के सभी विभागों के प्रमुख विभागाध्यक्ष, विभागाध्यक्ष एवं सभी मण्दल के वरिष्ठ संरक्षा अधिकारी उपस्थित थे।


 


इस अवसर पर रेलवे बोर्ड से सहायतार्थ्य, मुख्य संरक्षा अधिकारी ने अनुरोध किया कि खुले दरवाजों के साथ बाहर से आने वाली गाड़ियों पर नियंत्रिण करने की आवश्यकता है साथ ही उन्होंने CRS और NIA के पास तीन लंबित मामलों के भी शीघ्र निस्तारण का अनुरोध किया।