भाजपा के लिये ‘‘पार्टी हित’’ सर्वोपरि
 

 

लखनऊ।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी ने कहा है कि कांग्रेस वर्किंग कमेटी  ने अथक परिश्रम और सूझबूझ तथा वर्तमान परिस्थितियों में सर्वमान्य एवं सबसे बेहतर विकल्प के रूप में सोनिया गांधी को भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का अंतरिम अध्यक्ष बनाये जाने का मैं स्वागत करता हूं ।
 तिवारी ने कहा है कि पूर्व में जब कांग्रेस आज से भी अधिक विषम परिस्थिति में गुजर रही थी तो सोनिया गांधी ने 14 मार्च, 1998 को भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का ''अध्यक्ष'' बनी थी, और उनके नेतृृत्व एवं मार्गदर्शन में तथा कांग्रेसजनों के सहयोग एवं परिश्रम से केन्द्र तथा देश के कई प्रदेशों में कांग्रेस ने वापसी की थी ।  
मुझे पूरा विश्वास है, विशेषरूप से उत्तर प्रदेश में जिस तरह वर्ष 1998 में सभी 80 सीटें हारने के बाद ''शून्य'' से सफर तय करके उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा सांसद देने के रूप में सबसे बड़ा दल बनकर कांग्रेस पार्टी उभरी थी । उसी तरह सोनिया गांधी जी की अध्यक्षता में तथा प्रियंका गांधी के मार्ग निर्देशन तथा राहुल गांधी के संघर्षपूर्ण नेतृृत्व में अपना इतिहास दोहराते हुये उत्तर प्रदेश में कांग्रेस पार्टी जनता की पहली पसंद बनेगी, तथा प्रदेश में सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरेगी, और जनता के साथ झूठ एवं धोखे के ''युग का अन्त'' होगा,  तथा भारत एक बार फिर दुनिया की ''तीन बड़ी आर्थिक शक्तियों'' में से ''एक'' बनकर उभरेगा, तथा बेहतर अर्थ व्यवस्था का साम्राज्य कायम करेगा, जिसे वर्तमान सरकार ने 7वें नम्बर पर पहुंचा दिया है, वहां आर्थिक नेतृृत्व की दुनिया में पुनः वापसी करेगा
 तिवारी ने हरियाणा के मुख्यमन्त्री के कश्मीर की बेटियों पर दिये गये बयान की कड़ी भर्तसना करते हुये कहा है कि उन्होंने एवं उनकी पार्टी ने सिर्फ कश्मीर की ही नहीं बल्कि भारत की सभी बेटियों का अपमान किया है । जिस तरह से उन्होंने कश्मीर के साथ बिहार की बेटियों का उदाहरण दिया है वह अत्यंत स्तरहीन और घटिया बयान है तथा जिस पद पर वह बैठे हैं उस पद को कलंकित करने वाला है ।

 तिवारी ने कहा है कि जिस संदर्भ में उन्होंने अनुच्छेद 370 का जिक्र किया है, हमारा मानना है कि यह भारत की संसद, भारत के राजनैतिक दल और भारत के न्यायालय का विषय है । चीन या पाकिस्तान को अपनी नापाक हरकतों से बाज आना चाहिए, कश्मीर का कण- कण भारत का अविभाज्य हिस्सा है, बेहतर है कि पाकिस्तान अपनी अंदरूनी और बाहरी बदहाली को संभाले, उसे भारत के आंतरिक प्रकरण पर दखल देने का कोई अधिकार नहीं है, और यदि उसने कश्मीर के संदर्भ में ऐसी कोई अवांछित हरकत की तो संपूर्ण भारत उसका जवाब देने में सक्षम है, बाहरी हस्तक्षेप पर पूरा भारत ''एक'' है ।

 तिवारी ने सभी कांग्रेस जनों से तथा समाज के हर वर्ग से अनुरोध किया है कि वे राष्ट्रहित में कांग्रेस के साथ और अधिक मजबूती के साथ जुड़े ।
कांग्रेस और भारतीय जनतापार्टी में यही अंतर है कि कांग्रेस के लिये पार्टी हित से बड़ा ''राष्ट्रहित'' है और भारतीय जनतापार्टी के लिये राष्ट्रहित से ज्यादा ''पार्टी हित'' सर्वोपरि है ।