प्रयागराज।
महाप्रबंधक ने सोमवार को पिछले 05 वर्षों में सबसे अच्छी समयपालनता हासिल करने के लिए सभी तीन डिवीजनों को बधाई दी और कहा कि हमें ट्रेनों के परिचालन में सुधार के लिए निरंतर प्रयास करते रहना होगा। बैठक के दौरान फ्रंट लाइन संरक्षा कर्मचारियों की काउंसलिंग में प्रौद्योगिकी के उपयोग की आवश्यकता पर चर्चा हुई और महाप्रबंधक ने मुख्यालय और मंडल के अधिकारियों को कहा कि कॉउंसिल किए गए कर्मचारियों के मूल्यांकन के प्रावधान के साथ कॉउंसलिग करने के लिए तकनीकी उपकरणों का सुझाव दें।
मंगलवार को उत्तर मध्य रेलवे के महाप्रबंधक राजीव चौधरी की अध्यक्षता में मंडलों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से एक समीक्षा बैठक हुई। बैठक में उत्तर मध्य रेलवे के सभी विभागों के प्रमुख विभागाध्यक्ष ने भाग लिया, एवं मंडल रेल प्रबंधकों और मंडलों के शाखा अधिकारियों की टीम बैठक से वीडियो लिंक के माध्यम से जुड़े।
टूंडला यार्ड में नॉन इंटरलॉकिंग के कार्य पर चर्चा करते हुए महाप्रबंधक ने कहा कि इस कार्य को समय पर पूरा करने के लिए सभी आवश्यक उपाय किए जाने चाहिए। वीडियो कॉन्फ्रेंस में संरक्षा, समयपालनताऔर बुनियादी ढांचे के विकास से जुड़े कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की गई। महाप्रबंधक ने सांसदों और विधायकों से प्राप्त संदर्भों के उत्तर देने की स्थिति पर संतोष व्यक्त किया और सभी जन प्रतिनिधियों से प्राप्त संदर्भ के जवाब समय पर प्रादेने के लिए संबंधित को निर्देशित किया।
वीडियो कॉन्फ्रेंस से पहले सूबेदारगंज स्थित मुख्यालय में विभिन्न प्रकार के अग्निशामक यंत्रों का एक प्रदर्शन का आयोजन किया गया, जिस दौरान महाप्रबंधक राजीव चौधरी और उत्तर मध्य रेलवे के सभी विभागों के प्रमुख विभागाध्यक्ष उपस्थित रहे। दर्शन में अग्निशामक के विभिन्न डिजाइनों - पाउडर, वॉटर मिस्ट, क्लीयर गैस आदि का प्रदर्शन किया गया और परीक्षण स्थल पर इसकी वास्तविक प्रभावकारिता का आंकलन किया गया । अग्निशामक यंत्र के विभिन्न डिजाइन के फायदे व सीमाएं भी बताई गईं। उत्तर मध्य रेलवे आग बुझाने के कई बेहतर विकल्पों पर विचार कर रहा है, ताकि कोच, स्टेशन, सेवा भवनों आदि के लिए अग्नि सुरक्षा के पूर्व निर्धारित मानदंडों से आगे बढ़ते हुए अतिरिक्त सुरक्षा प्रदान की जाए। ज्ञात हो कि, उत्तर मध्य रेलवे में पहले से ही अपने सभी वातानुकूलित कोचों में फायर अलार्म सिस्टम लगाया जा रहा है और सभी गैर एसी कोचों में आग बुझाने के यंत्र लगाए जा रहे है।