आपदा प्रबंधन योजना को नियमित अपडेट किया जाना चाहिए -  वी के यादव


लखनऊ। अध्यक्ष, रेलवे बोर्ड ने कहा कि संरक्षा हमारी पहली प्राथमिकता है और उन्होंने निर्धारित लक्ष्यों के अनुसार सभी संरक्षा संबंधी कार्यों को पूरा करने का निर्देश दिया। वीडियो कॉन्फ्रेंस में संरक्षा से जुड़े जिन महत्वपूर्ण कार्यों पर चर्चा हुई उनमें 50000 टीवीयू के ऊपर मानवयुक्त क्रॉसिंगों की इंटरलॉकिंग, डिब्बों में आग और धुएं के डिटेक्टर की फिटिंग प्रमुख थे। उन्होंने कहा कि प्रत्येक ज़ोन की आपदा प्रबंधन योजना को अपडेट किया जाना चाहिए और नियमित रूप से एआरटी और एआरएमई की मॉक ड्रिल की जानी चाहिए।  


बुधवार को रेल राज्य मंत्री सुरेश सी अंगड़ी, अध्यक्ष रेलवे बोर्ड वी के यादव और सभी बोर्ड सदस्यों के साथ जोनल रेलवे और डिवीजनों की वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से बैठक आयोजित की गई। बैठक के प्रारंभ में अध्यक्ष रेलवे बोर्ड ने सभी मंडलों और ज़ोनों को अगस्त में केपीआई(Key Performance Index) में बेहतर प्रदर्शन करने पर बधाई दी ज्ञात हो कि, अगस्त में सभी 68 मंडलों में 38 डिवीजनों पर केपीआई 80% से अधिक थी जबकि, पिछली बार केवल 15 डिवीजन 80% से ऊपर थे । महाप्रबंधक  राजीव चौधरी के मार्गदर्शन में उत्तर मध्य रेलवे ने असाधारण प्रदर्शन किया है क्योंकि केपीआई में आगरा और इलाहाबाद मंडलों ने भारतीय रेल के के शीर्ष 10 डिवीजनों में स्थान प्राप्त किया है और शीर्ष 10 की सूची में केवल उत्तर मध्य रेलवे और पश्चिम रेलवे के 02-02 मंडल थे।


रेल राज्य मंत्री अंगड़ी ने सभी रेलकर्मियों को अग्रिम रूप से दशहरे की शुभकामनाएं दी। उन्होंने बल देकर कहा कि भारत के नागरिकों के रेलवे से जुड़े सपनों को साकार करने के लिए रेलवे कर्मियों को कड़ी मेहनत करनी होगी। अध्यक्ष, रेलवे बोर्ड ने कहा कि संरक्षा हमारी पहली प्राथमिकता है और उन्होंने निर्धारित लक्ष्यों के अनुसार सभी संरक्षा संबंधी कार्यों को पूरा करने का निर्देश दिया। वीडियो कॉन्फ्रेंस में संरक्षा से जुड़े जिन महत्वपूर्ण कार्यों पर चर्चा हुई उनमें 50000 टीवीयू के ऊपर मानवयुक्त क्रॉसिंगों की इंटरलॉकिंग, डिब्बों में आग और धुएं के डिटेक्टर की फिटिंग प्रमुख थे। उन्होंने कहा कि प्रत्येक ज़ोन की आपदा प्रबंधन योजना को अपडेट किया जाना चाहिए और नियमित रूप से एआरटी और एआरएमई की मॉक ड्रिल की जानी चाहिए।


अध्यक्ष, रेलवे बोर्ड ने आगे कहा कि रेलवे को "नागरिकों के लिए ईज़ ऑफ लिविंग" की अवधारणा की ओर बढ़ने की आवश्यकता है जिसकी चर्चा भारत के नरेंद्र मोदी द्वारा भी की गई है। अध्यक्ष रेलवे बोर्ड ने कहा कि इसके लिए बड़े पैमाने पर क्षमता विस्तार की आवश्यकता होगी जिसके लिए 05-10 वर्षों की कार्ययोजना बनाई जानी चाहिए और उसे लागू किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि पूर्वी और पश्चिमी डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर को पूरा करने, दिल्ली -हावड़ा और दिल्ली - मुंबई मार्गों को 160 किमी प्रति घंटे के परिचालन के लिए अपग्रेड करने, प्रमुख मार्गों पर सभी मानवयुक्त समपारों को समाप्त करने, सिग्नलिंग सिस्टम के आधुनिकीकरण आदि कार्यों को प्राथमिकता के आधार पर पूरा किया जाना चाहिए। दिसंबर -21 तक पूर्वी और पश्चिमी समर्पित माल गलियारों को चालू करने का लक्ष्य रखा गया है। ईडीएफसी का लगभग 58% उत्तर मध्य रेलवे परिक्षेत्र में पड़ता है और खुर्जा- भदान के बीच माल गलियारे को जल्द ही वाणिज्यिक परिचालन के लिए खोला जा सकता है। उन्होंने यह भी उल्लेख किया है कि निजी ट्रेन संचालन और प्रोडक्शन यूनिटों का निअगमीकरण भी महत्वपूर्ण विषय हैं और इनको सही दृष्टिकोण से अपनाना चाहिए।


अध्यक्ष, रेलवे बोर्ड ने समय पालनता में सुधार के लिए सभी ज़ोनल रेलवे को बधाई दी। निरंतर प्रयासों द्वारा उत्तर मध्य रेलवे ने पिछले वर्ष की तुलना में समय पालनता में 9.44% का सुधार दर्ज किया है जो सभी रेलवे क्षेत्रों के बीच दूसरा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। सुपरसैचुरेटेड मार्गों पर क्षमता के 160% पर परिचालन करने के बावजूद, उत्तर मध्य रेलवे का समय पालनता में सुधार का प्रदर्शन बहुत महत्वपूर्ण है। उत्तर मध्य रेलवे मुख्यालय द्वारा सघन मॉनिटरिंग के साथ आगरा, इलाहाबाद और झांसी डिवीजनों द्वारा निरंतर प्रयासों से यह सुधार संभव हो सका है। स्वच्छता ही सेवा और स्वच्छता पखवाड़ा में चल रही स्वच्छता से जुड़ी विभिन्न गतिविधियों पर चर्चा की गई और सभी जोनल रेलवे को स्वच्छता के मोर्चे पर किए गए कार्यों के लिए राज्य मंत्री और अध्यक्ष, रेलवे बोर्ड द्वारा बधाई दी गई। सलाहकार, एनवॉयरमेंट एवं हाऊसकीपिंग मैनेजमेंट ने बताया कि, 2 अक्टूबर 2019 से 50 माइक्रोन मोटाई से कम वाली एकल उपयोग प्लास्टिक के उपयोग को रोकने के संबंध विस्तृत निरेश जारी किए जा रहे है। उन्होंने यह भी कहा कि सभी प्रमुख स्टेशनों पर बॉटल क्रशिंग मशीनें स्थापित की जाएंगी, जिसके लिए संशोधित दिशानिर्देश जारी किए जा रहे हैं।


सम्मेलन के दौरान  उत्तर मध्य रेलवे के महाप्रबंधक राजीव चौधरी ने रेलवे बोर्ड को बताया कि उत्तर मध्य रेलवे ने सुपर सेचुरेटेड मार्गों के बावजूद जुलाई -19 में 59.6% के मुकाबले अगस्त, 2019 में 64.3% की पंक्चुअलिटी हासिल की है, और ज़ोन सुधार की दिशा में आगे बढ़ रहा है। चौधरी ने रेलवे बोर्ड को आगे बताया कि भदान - खुर्जा सेक्शन के बीच EDFC के संचालन के साथ, कानपुर से अतिरिक्त कोचिंग ट्रेनें चलाने की क्षमता होगी, जिसके लिए टर्मिनल सुविधाओं में विस्तार की योजना बनाई जा रही है। उन्होंने बोर्ड को यह भी आश्वस्त किया कि इलाहाबाद में रूट रिले इंटरलॉकिंग को बदलने के बाद इलाहाबाद से भी अधिक ट्रेनों को ओरिजनेट किया जा सकेगा। उन्होंने बोर्ड को यह भी अवगत कराया कि झूंसी(प्रयागराज) में पर्याप्त रेलवे भूमि उपलब्ध है और यहां कोच मेंटेनेंस की सुविधाओं को विकसित किया जाना चाहिए। बोर्ड से सहायता के संबंध में बोलते हुए महाप्रबंधक चौधरी ने झांसी के लिए नई दुर्घटना राहत ट्रेन आवंटित करने और बलास्ट लदान के लिए हॉपर वैगनों आदि का अनुरोध किया।