अब रोज कर सकेंगे हमसफर में सफर

  


प्रयागराज।


शुक्रवार (दिनांक 13.09.2019) से इलाहाबाद से नई दिल्ली के बीच  भारतीय रेल में अलग पहचान बनाने वाली 16 वातानुकूलित तृतीय श्रेणी कोच के साथ 04 स्लीपर कोच युक्त आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित हमसफर  एक्सप्रेस का सञ्चालन प्रारंभ किया जा रहा है |


           यद्धपि संरचना के अनुसार हमसफ़र एक्सप्रेस में केवल तृतीय श्रेणी वातानुकूलित कोच लगाये जाते हैं लेकिन मंडल रेल प्रबंधक एवं महाप्रबंधक उत्तर मध्य रेलवे इलाहाबाद के विशेष आग्रह पर रेलवे बोर्ड द्वारा विशेष सुविधा प्रदान करते हुए इलाहाबाद से चलकर नई दिल्ली एवं आनंद विहार जाने वाली गाड़ी सं 12275/76 एवं 22437/38 हमसफ़र एक्सप्रेस में 04 स्लीपर कोच लगाये जाने की अनुमति प्रदान की गई  है  पहले इलाहाबाद से चलकर नई दिल्ली को जाने वाली गाड़ी सं 12275/76 दूरंतो एक्सप्रेस सप्ताह में तीन दिन तथा इलाहाबाद से चलकर आनंद विहार को जाने वाली गाड़ी सं 22437/38 हमसफर एक्सप्रेस तीन दिन चलती थी | यात्रियों की सुविधा में वृद्धि करते हुए अब दिनांक 13.09.2019 से इलाहाबाद से नई दिल्ली एवं आनंद विहार के बीच प्रत्येक  दिन हमसफर एक्सप्रेस का संचालन प्रारंभ किया जा रहा है  | 
           इलाहाबाद से चलकर नई दिल्ली को जाने वाली गाड़ी सं 12275 हमसफर एक्सप्रेस इलाहाबाद से प्रत्येक रविवार, मंगलवार, बृहस्पतिवर एवं शुक्रवार को 22:20 बजे चलकर अगले दिन प्रातः 06:15 बजे  नई दिल्ली पहुचेगी तथा इलाहाबाद से चलकर आनंद विहार को जाने वाली गाड़ी सं 22437 हमसफ़र एक्सप्रेस इलाहाबाद से प्रत्येक सोमवार, बुद्धवार एवं शनिवार को 22:20 बजे चलकर अगले दिन प्रातः 06:05 बजे आनंद विहार पहुंचेगी | स्लीपर कोच युक्त हमसफर एक्सप्रेस में अधिक यात्री यात्रा कर सकेंगे तथा 120 किमी/घंटा की गति के स्थान पर  अब हमसफर एक्सप्रेस 130 किमी /घंटा की गति से संचालित होगी इससे कम समय में गाड़ी नई  दिल्ली एवं आनंद विहार पहुंचेगी जिससे  यात्रियों के समय में बचत होगी इसके अतिरिक्त हमसफर एक्सप्रेस के कोच अधिक आरामदायक, उन्नत एवं सुरक्षित भी हैं | 
          गाड़ी सं 12275 इलाहाबाद - नई दिल्ली दुरंतो एक्सप्रेस में 1AC का 01 कोच, 2AC के 02 कोच, 3AC के 05 कोच तथा स्लीपर के 09  कोच लगते थे जिसमें  कुल 1260 बर्थ उपलब्ध होती थी  तथा गाड़ी सं 22437/38 इलाहाबाद-आनंद विहार हमसफर एक्सप्रेस में अभी तक वातानुकूलित तृतीय श्रेणी के 18 कोच लगते थे जिसमें कुल 1296 बर्थ उपलब्ध होती थी | अब इलाहाबाद से चलकर नई दिल्ली एवं आनंद विहार को जाने वाली हमसफर एक्सप्रेस में दिनांक 13.09.2019 से 16 वातानुकूलित तृतीय श्रेणी तथा 04 स्लीपर कोच लगाये गए हैं  इस प्रकार प्रत्येक दिन कुल 1472 बर्थ उपलब्ध होंगी | गाड़ी सं 12275 इलाहाबाद - नई दिल्ली हमसफ़र एक्सप्रेस में अब 212 अधिक  यात्री यात्रा कर सकेंगे तथा गाड़ी सं 22437 इलाहाबाद - आनंद विहार हमसफर एक्सप्रेस में अब 176 अधिक यात्री यात्रा कर सकेंगे | 
             हमसफर एक्सप्रेस के कोच आधुनिक  सुविधा से  युक्त एवं  पूर्णतः सुरक्षित हैं तथा इन कोचों की विशेषता है कि  दुर्घटना की स्थिति में  इसके कोच एक दूसरे पर चढते नहीं और आपस में चिपकते नहीं और इन कोचों के प्रयोग  से ऊर्जा की भी बचत होगी । कोच की सुन्दरता बढ़ाने  हेतु कोच के बाहर उत्तम विनाइल ग्राफिक्स पेंटिंग की गयी है तथा कोच के दोनों छोर पर जीपीएस आधारित यात्री सूचना प्रणाली लगाई गई  है जिससे  ट्रेन की रियल टाइम लोकेशन की जानकारी तथा  अगले स्टेशन की दूरी की वास्तविक जानकारी प्राप्त होगी ।  इसके अतिरिक्त प्रत्येक कोच के गलियारे में तीन दुर्गन्ध नियंत्रण प्रणाली भी लगाई गई हैं |
  यात्रियों की सुरक्षा हेतु प्रत्येक कोच के प्रवेश द्वार एवं गलियारे में 06 सीसीटीवी कैमरे लगाये गए हैं । प्रत्येक कोच में कुल 14 स्मोक एवं  हीट डिटेक्शन सिस्टम लगाये गए हैं जिससे आग लगने की स्थिति में यात्रियों को सचेत करने हेतु ऑडियो विजुअल अलार्म बजेगा और आपातकालीन ब्रेक स्वतः  लग जाएगी इसके अतिरिक्त  पावर-कारों को भी अग्नि शमन प्रणाली के साथ सुसज्जित किया गया है । 
 बायोटायलेट  से सुसज्जित हमसफर एक्सप्रेस में बढ़िया इंटीरियर के साथ आधुनिक शौचालय लगाये गए  हैं जो  साबुन डिस्पेंसर और दुर्गन्ध नियंत्रण प्रणाली से युक्त हैं | शौचालयों में उत्तम क्वालिटी की टॉयलेट फिटिंग, ओकुपेंसी इंडिकेटर एवं महिला यात्रियों की सुविधा हेतु प्रत्येक कोच के शौचालय में बच्चों को बैठाने हेतु अलग से सीट लगाई गई हैं । कोचों के अंदर अग्निरोधी पर्दे तथा बर्थ पर उत्तम क्वालिटी की रेक्सीन, सभी बर्थ के लिए अलग-अलग मोबाइल / लैपटॉप चार्जिंग प्वाइंट एवं  रीडिंग लैंप लगाये गए है  | इसके अतिरिक्त ऊपरी बर्थ के यात्रियों को चढ़ने हेतु  बेहतर व्यवस्था की गई है ।  दृष्टि हीन यात्रियों के लिए बर्थ संख्या ब्रेल लिपि में भी लिखी गयी है तथा शौचालय एवं गैंगवे क्षेत्र में डस्टबिन के साथ-साथ सभी डिब्बों में आग बुझाने के उपकरण लगाये गए है ।
 यात्रियों को भारतीय रेल की शानदार विरासत से अवगत कराने हेतु कोच के अन्दर डिजिटल रेल संग्रहालय बनाया गया है । जिसके अंतर्गत कोचों की  दीवारों पर लगे पोस्टर में दिए गए QR कोड को स्मार्ट फोन से मोबाइल स्कैनर ऐप का उपयोग करके स्कैन करने पर फोन में  विरासत की आभासी 3D जानकारी प्राप्त हो सकेगी । राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी जी की 150 वीं जयंती पर उनके विचारों और भारतीय रेलवे के साथ उनके जुड़ाव को कोचों के गैंगवे क्षेत्र में चित्रित किया गया है ।