हम पीड़ितों की लड़ाई लड़ें तो यह नाटक है? : शिवराज,  हरसंभव मदद करेगी केंद्र सरकारः नरेंद्र सिंह तोमर


  भोपाल। मैं लगातार मंदसौर नीमच जिलों के दौरे पर रहा और आज श्योपुर, मुरैना, भिंड जिलों में जा रहा हूं। वहां भी बाढ़ की तबाही हुई है और चंबल ने वहां भी असर दिखाया है। हैरत की बात है कि प्रभावित गांवों में मैं पहुंच गया, समाजसेवी पहुंच गए, लेकिन प्रशासन अब तक नहीं पहुंचा। मैं जाता हूं तो बयानवीर मंत्री कहते हैं कि मैं नाटक करता हूं। क्या बाढ़ पीड़ितों से मिलना नाटक है ? क्या बाढ़ पीड़ितों की सहायता के लिए आह्वान करना, उनकी मदद करना नाटक है ? आप सोते रहें और हम उनके हक की लड़ाई लड़ें, तो यह नाटक है ?  


हम मदद मांगें, तो आप किसलिए हैं


                पूर्व मुख्यमंत्री चौहान ने कमलनाथ सरकार का जिक्र करते हुए कहा कि सरकार और उसके मंत्री हम से कह रहे हैं कि केंद्र से सहायता मांगो। यदि यह भी हम करें, तो आप किसलिए हैं? क्या आपने केंद्र को इस बारे में चिट्ठी लिखी? सारे संवैधानिक अधिकार राज्य सरकार के पास हैं और मुझसे कह रहे हैं कि विपक्ष मदद मांगने जाए। सरकार के मंत्रियों को शर्म आनी चाहिए।  चौहान ने पूछा कि अब तक कितने मंत्री प्रभावित क्षेत्रों में गए हैं। क्या प्रदेश सरकार ने केंद्र सरकार को क्षति का आंकलन भेजा है? अगर शिवराज मदद मांगे, तो आप सरकार में क्यों बैठे हो? पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे देश में संघीय ढांचा है, जिसमें राज्यों के पास संवैधानिक अधिकार हैं। सरकार प्रस्ताव भेजे, प्रक्रिया पूरी करे। जो संवैधानिक प्रक्रिया है, वो आपको पूरी करना होगी, हम सहयोग करेंगे।


कितने मंत्री पहुंचे बाढ़ग्रस्त इलाकों में


                चौहान ने कहा कि मैं यहां भोपाल में अपील की थी कि यह बड़ी आपदा है और लोगों की मदद के लिए सरकार के साथ समाज को भी आगे आना होगा । लोग आगे आ रहे हैं, समाजसेवी वहां पहुंच रहे हैं। मैं दानदाताओं को धन्यवाद देता हूं, वहां कल से राहत सामग्री के ट्रक पहुंचना शुरू हो गए है। प्रभावित लोग खुद वहां रेस्क्यू कर रहे हैं, लेकिन वहां प्रशासन क्यों दिखाई नहीं दे रहा? मैं पूछना चाहता हूं  कि अब तक कितने मंत्री पहुंचे बाढ़ग्रस्त इलाकों में ? उन्होंने प्रदेश सरकार से कहा कि मुझे यह कहते हुए तकलीफ है कि हम सहयोग कर रहे हैं,  लेकिन आप के मंत्री सिर्फ आरोप लगा रहे हैं । बाढ़ से बड़ी तबाही हुई है और व्यापक पैमाने पर सर्वे की आवश्यकता है, लेकिन कहां है सरकार ? कहां है प्रशासन?


 


पहले पास में रखा पैसा बांटे, फिर केंद्र से मदद मांगे प्रदेश सरकारः तोमर



                पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को श्योपुर, मुरैना और भिंड जिलों के बाढ़ पीड़ित इलाकों का दौरा किया। इस दौरान उनके साथ केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर भी उपस्थित थे।  तोमर ने ग्राम बटेश्वरा में ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा कि कमलनाथ सरकार बाढ़ राहत के लिए केंद्र सरकार से 10 हजार करोड़ मांग रही है, लेकिन अपने स्तर पर जो करना था, वो अब तक नहीं किया। उन्होंने कहा कि लंबे समय तक केंद्र में मंत्री रहे मुख्यमंत्री कमलनाथ को यह नहीं पता कि हर राज्य सरकार के पास केंद्र सरकार का पैसा होता है। पहले उस पैसे से पीड़ितों को राहत पहुंचाई जाती है, फिर नुकसान का आंकलन कराकर केंद्र सरकार से मांग की जाती है। लेकिन कमलनाथ सरकार ने ऐसा कुछ नहीं किया।


भारतीय जनता पार्टी पीड़ितों के साथ


                 तोमर ने कहा कि क्षेत्र में इतनी बड़ी विपत्ति आई है, लेकिन प्रदेश सरकार का कोई मंत्री या मुख्यमंत्री पीड़ितों के हाल जानने नहीं आया। उन्होंने उपस्थित जनसमुदाय को आश्वस्त करते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी का हर कार्यकर्ता दुख की इस घड़ी में आपके साथ है। उन्होंने कहा कि मैं राज्य सरकार से यह कहना चाहता हूं कि वह नुकसान का आंकलन कराकर केंद्र सरकार को भेजे, नरेंद्र मोदी की सरकार इस मुसीबत की घड़ी में चंबल अंचल के लोगों को पीठ नहीं दिखाएगी। जो भी संभव होगा, केंद्र सरकार मदद करेगी।