हर वर्ग के साथ अन्याय कर रही है सरकार: राकेश सिंह


                भोपाल। हम लगातार कह रहे हैं कि कांग्रेस सरकार में जो अंतरकलह है, वह पैसों की बंदरबाट के लिए है। सबको पता है कि कांग्रेस की इस सरकार में केवल काला है,  गड़बड़झाला है और घोटाला है। कांग्रेस के लोग ही इस सरकार को प्रदेश में 5 साल नहीं रहने देंगे। इस सरकार ने हर वर्ग के लोगों से वादाखिलाफी की है और अन्याय कर रही है। सरकार के इसी रवैये के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी ने सड़कों पर उतरकर आंदोलन करने का निर्णय किया है। इस आंदोलन के दौरान भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता अपने घर-परिवार की चिंता छोड़कर पूरे प्रदेश में जनता की लड़ाई लड़ने के लिए सड़कों पर उतरे हैं और यह सिलसिला आगे भी जारी रहेगा। 


खून के आंसू रो रहा है किसान


                प्रदेश अध्यक्ष  राकेश सिंह ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने जनता से किया हुआ एक भी वादा पूरा नहीं किया। किसानों को कागजों पर कर्जमाफी दिखाते हैं। अति वर्षा से नुकसान हुआ है। आज किसान खून के आंसू रो रहा है। हम मुख्यमंत्री कमलनाथ से तो कभी उम्मीद कर ही नहीं सकते, लेकिन उनके मंत्री भी जनता का दुख बांटने के लिए नहीं पहुंचे। एक भी युवा को आपने बेरोजगारी भत्ता नहीं दिया। बिजली का बिल हॉफ नहीं किया। 2003 में भाजपा के सत्ता में आने के बाद प्रदेश की सड़कें उन्नत हुई थीं, लेकिन अब फिर सड़कों की दुर्दशा हो रही है। प्रदेश में आज भ्रष्टाचार चरम पर है। मुख्यमंत्री कमलनाथ केवल अपनी सरकार बचाने की और अपने मंत्रियों के आर्थिक हितों की चिंता कर रहे हैं। तबादला उद्योग चरम पर है, विकास के काम ठप हैं। पूरे प्रदेश में अराजकता का वातावरण है। यह पहली बार है कि मध्यप्रदेश में ऐसी दुर्दशा दिखाई दे रही है।


विकास किया है, तो डायरेक्ट चुनाव से क्यों डरते हो?


                प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस के लोग पत्रकार वार्ता करके कह रहे हैं कि प्रदेश में विकास हुआ है। यदि ऐसा है, तो कांग्रेसियों और कमलनाथ जी को किस बात का डर है? निकाय अध्यक्षों के चुनाव डायरेक्ट कराइए। आप डायरेक्ट चुनाव से बचना चाहते हो,  आप गैरदलीय आधार पर चुनाव कराना चाहते हो। मुख्यमंत्री कमलनाथ जानते हैं कि जो भी कांग्रेस का चेहरा बनकर चुनाव में उतरेगा,  जनता उसको सबक सिखा देगी। इसीलिए ये चाहते हैं कि मध्यप्रदेश में गैर दलीय आधार पर हो। महापौर और नगरपालिका अध्यक्ष को जनता न चुने,  पार्षदों के द्वारा चुनाव हो ताकि एक बार फिर यह लोग खरीदफरोख्त करके अपने लोगों को नगरनिकायों में बिठा सकें। उन्होंने कहा कि हम कांग्रेस को चुनौती देते हैं कि आप में हिम्मत है तो डायरेक्ट चुनाव कराइए, दलीय आधार पर चुनाव कराइए।


प्रदेश में नहीं, मंत्रियों-विधायकों के हाथों में आया निवेश


                 सिंह ने कहा कि प्रदेश की जनता आज त्राहि-त्राहि कर रही है। कमलनाथ सरकार के कार्यकाल में प्रदेश की स्थिति अंधेरनगरी चैपट राजा जैसी हो गई है। मध्यप्रदेश में पिछले 9 महीनों में अगर निवेश कहीं आया है, तो कांग्रेस के विधायकों और मंत्रियों के हाथों में आया है। जनता के हाथ में तो कुछ नहीं आया है। इस सरकार ने जनहित की सारी योजनाएं बंद कर दीं। कन्यादान योजना के लिए 51 हजार रुपए देने की बात कही थी, लेकिन 51 रुपए भी नहीं मिले हैं। मुख्यमंत्री उपचार योजना बंद है, जिससे गरीब लोग बिना इलाज के मरने को तैयार हैं। प्रदेश की सरकार उनको कोई सुविधा नहीं दे रही है। बच्चों को मिलने वाले अनुदान बंद कर दिए। होस्टल सुविधा बंद कर दी। केंद्र सरकार की योजनाओं में प्रदेश सरकार को अंशदान मिलाना पड़ता है, लेकिन यह नहीं मिलाना चाहते। इसके चलते प्रदेश के लोगों को केंद्र की योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है। आप गरीब के साथ कब तक राजनीति करोगे। केंद्र सरकार उसके लिए पैसा दे रही है तो उसका लाभ मिलने दीजिए। जनता के साथ अन्याय बंद कीजिए। भाजपा सरकार द्वारा शुरू की गई जनहित की योजनाओं को चालू कीजिए और जो वादे किए थे उन्हें पूरा कीजिए।


झूठ का जंजाल बुन रही कांग्रेस


                 सिंह ने कहा कि झाबुआ उपचुनाव के लिए मुख्यमंत्री कमलनाथ सारी तैयारी कर रहे हैं,  लेकिन सारे प्रदेश की जनता के हितों को दांव पर लगा रहे हैं? झाबुआ की जनता दुखी और परेशान है। कांग्रेस वहां जाकर झूठ का जंजाल बुनने की कोशिश कर रही है, लेकिन जनता इनको सफल नहीं होने देगी। जनता बोल रही है कि कमलनाथ जी के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार बनवाकर बहुत बड़ी गलती हो गई। इसीलिए जनता दुखी है। उन्होंने कहा कि जनता इस सरकार से बहुत जल्दी छुटकारा चाहती है। मुख्यमंत्री कमलनाथ भी इस सच्चाई को जानते हैं।