भोपाल। चारों तरफ जनता का समुद्र इकट्ठा है, देख लो कमलनाथ। ये कोई नाटक नहीं है, जनता का गुस्सा है। कमलनाथ के मंत्री परेशान हैं कि मैं जनता के बीच क्यों घूम रहा हूं। शिवराज मुख्यमंत्री हो न हो बहनों का भाई हमेशा रहेगा। प्रदेश की साढ़े सात करोड़ जनता से दिल का रिश्ता बनाया है। जनता मेरी जिंदगी है और हर सांस जनता के लिए चलती है। मैं जीयूँगा और मरूँगा सिर्फ प्रदेश की जनता के लिए। पूर्व मुख्यमंत्री ने कमलनाथ सरकार पर 15 आरोप लगाये और स्थानीय तहसील कार्यालय के सामने धरना-प्रदर्शन भी किया।
जनता त्राहि त्राहि कर रही, सरकार के लोग अपने आपसी झगड़े में मस्त
पूर्व मुख्यंमत्री ने कहा कि बाढ़ पीड़ित जनता त्राहि त्राहि कर रही है, लेकिन सरकार के लोग और कांग्रेसी अपने झगड़े में मस्त है । उन्हें जनता की चिंता नहीं है। उन्होंने कहा कि मुझ पर आरोप लगाने वाले नेता एक बार मेरे साथ घूम लें तो उन्हें समझ में आ जायेगा। मैंने हर तरह की परेशानी उठाकर जनता का दुख महसूस किया है। बाढ़ में सब तबाह हो गया। उन्होंने कहा कि मैं मंदसौर गया तो प्रशासन सक्रिय हो गया और मुख्यमंत्री को मंदसौर जाने पर मजबूर होना पड़ा। कई दिन बीत जाने के बाद बाढ़ पीड़ितों की सुध लेने अब मुख्यमंत्री पहुंचे हैं।
जनता के आंसू मुझे द्रवित करते हैं
शिवराजसिंह चौहान ने कहा कि प्रदेश की जनता की पीड़ा और उसके आंसू मुझे द्रवित कर देते हैं। उन्होंने कहा कि आज जनता की अदालत नसरुल्लागंज तहसील में लगी है। हमने तहसील को घेर लिया है। लोकतंत्र में जनता ही सर्वोपरि होती है वह राजा को कठघरे मे खड़ा करेगी। आज अदालत में जनता खराब फसल, बढ़े हुए बिजली के बिल लाएगी। स्व सहायता समूह के लोगों की लड़ाई भी लड़ी जाएगी। चौहान ने कहा कि आज रात यहीं कटेगी, हम कहीं जाएंगे नहीं और गक्कड़ तहसील कार्यालय में बनेगी। आज अदालत लगेगी और कल फैसला सुनाया जायेगा। उन्होंने कहा कि अगर भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं पर अकारण मुकदमे लादे गए तो थाने का घेराव किया जायेगा।
किसान डिफाल्टर हो गए, सरकार सिर्फ समय बिता रही
शिवराजसिंह चौहान ने कहा कि सोनिया गांधी और राहुल गांधी भी नसरुल्लागंज आए थे और वादा किया था कि 10 दिन में किसानों का कर्जा माफ कर देंगे। 11 वें दिन मुख्यमंत्री बदलने की बात कह रहे थे। परंतु न कर्जमाफ हुआ और न मुख्यमंत्री बदला गया। कर्जमाफ नहीं होने से किसान डिफाल्टर हो गए हैं और 14 प्रतिशत ब्याज लग रहा है। किसानों की जिंदगी बर्बाद हो गयी। जहां बाढ़ आयी है वहां आज तक कोई सर्वे नहीं हुआ। प्रदेश सरकार सिर्फ अपना समय बिता रही है। किसानों से कर्जमाफी के नाम पर सिर्फ नीले, पीले, हरे और गुलाबी फॉर्म भरवाए जा रहे हैं। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि कमलनाथ सरकार सुन ले। कर्जामाफ करना पड़ेगा, खाद बीज की व्यवस्था करनी पड़ेगी और मुआवजा भी देना पड़ेगा। हम चुप नहीं बैठेंगे, जनता की लड़ाई के लिए सड़कों पर निकलकर संघर्ष करेंगे। ये लड़ाई नसरुल्लागंज की नहीं, पूरे मध्यप्रदेश की लड़ाई का शंखनाद है। राहुल गांधी के इस विश्वासघात के लिए सोनिया गांधी को जनता से माफी मांगना चाहिए।
जनता की अदालत में कमलनाथ सरकार पर आरोप
चौहान ने कहा कि जनता की अदालत में जनता कांग्रेस सरकार पर आरोप लगा रही है। पहला आरोप यह है कि सोयाबीन, गेंहू, उड़द, मूंग का बोनस नहीं दिया। दूसरा आरोप- किसानों को भावान्तर का पैसा नहीं दिया। तीसरा आरोप यह है कि बिजली का बिल हॉफ करने की बात कही थी, अब हजारों के बिल आ रहे हैं। चौथा आरोप- सरकार ने बहनों को धोखा दिया, स्व सहायता समूहों का कर्ज माफ नहीं किया। जनता की अदालत में पांचवां आरोप है कि कांग्रेस ने युवाओं को बेरोजगारी भत्ता देने की बात कही थी, लेकिन नहीं दिया। छठा आरोप- आपने निराश्रितों को एक हजार रुपए पेंशन देने की बात कही, लेकिन किसी को नहीं दी। 7 वां आरोप है कि आपने अतिथि शिक्षकों को नियमित करने का वादा किया था, लेकिन पूरा नहीं किया। 8 वां आरोप है आपने गरीब बच्चों को मिलने वाली साइकिल, लैपटॉप, स्मार्ट फोन और छात्रवृत्ति बन्द कर दी। 9 वां आरोप है कि आप गरीब महिलाओं को प्रसव के समय दिए जाने वाले 16 हजार रुपए खा गए। 10 वां आरोप है कि आपने कन्यादान योजना में 51 हजार रुपए देने की घोषणा की थी, लेकिन कुछ भी नहीं मिला। 11 वां आरोप है कि गरीब के कफन के लिए दिए जाने वाले 5 हजार रुपए खा गए। 12 वां आरोप है कि आवास योजना की दूसरी किश्त रोक ली। 13 वां आरोप है कि पंचायतों को मंगल भवन सहित अन्य सुविधाओं के लिए दिए गए पैसे वापस ले लिए। 14 वां आरोप यह है कि भवनों, सड़कों के काम रोक दिए, जनता परेशान हो रही है। 15 वां आरोप यह है कि सरकार ने गौशालाएं बनाने का वचन दिया था , अरे आपने तो गौ माता तक को धोखा दिया है भगवान भी आपको माफ़ नहीं करेगा । चौहान ने कहा कि हमें जनता की अदालत में सरकार पर लगे आरोपों का जवाब चाहिए।