सविनय अवज्ञा आंदोलन करेंगेः शिवराज


  भोपाल। आपने कहा था बिजली के बिल हॉफ कर देंगे। अब हम 100 रुपए तक के ही बिल चुकाएंगे, इससे ज्यादा के बिल नहीं भरेंगे। स्व सहायता समूहों की कर्जमाफी की बात कही थी, अब वे भी कर्ज नहीं चुकाएंगे। किसानों की कर्जमाफी नहीं हुई, उनका कर्ज अब सरकार भरे किसान नहीं भरेंगे। पहले महात्मा गांधी ने किया था, अब हम भी इन मुद्दों पर सविनय अवज्ञा आंदोलन करेंगे। शिवराजसिंह चौहान ने मंगलवार को नसरुल्लागंज में अपने धरना-प्रदर्शन कार्यक्रम जनता की अदालत के समापन के अवसर पर कही। कार्यक्रम के दौरान विरोध स्वरूप बिजली के बढ़े हुए बिल जलाए गए और प्रदेश सरकार को यह चेतावनी भी दी गई कि जब तक हमारी मांगें पूरी नहीं हो जातीं, हम शांत नहीं बैठेंगे। 


हम समाधान चाहते हैं


                आंदोलन में उपस्थित जनसमुदाय को संबोधित करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री  चौहान ने कहा कि हम हंगामा नहीं, समस्या का समाधान चाहते हैं, इसीलिए ये शांतिपूर्ण आंदोलन किया है। उन्होंने कहा कि जिन समस्याओं को लेकर यह आंदोलन किया है, उनमें पहली समस्या है फसलों की बर्बादी। हमारा आग्रह है कि सरकार इनका सर्वे कराए और 40 हज़ार रुपए प्रति हेक्टेयर के दर से मुआवजा दे । सरकार ने कर्जमाफी की अपनी घोषणा पूरी नहीं की, जिससे किसान डिफाल्टर हो गए। इन किसानों को रबी की फसल के लिए शून्य प्रतिशत ब्याज पर कर्ज की व्यवस्था की जाए और सभी का कर्ज तत्काल माफ किया जाए। उन्होंने मीडिया से भी आग्रह किया कि वह फसलों की बर्बादी की तस्वीरें मुख्यमंत्री कमलनाथ तक पहुंचाए। 


पीड़ितों को मदद दी जाए


                चौहान ने कहा कि वर्षा और बाढ़ के कारण कई लोगों के मकान गिर गए। सरकार आवास योजना के लिए पात्र लोगों के मकान जल्द स्वीकृत करे, जिन लोगों को प्रधानमंत्री आवास की किश्त नहीं मिली, उन्हें तत्काल वो किश्त दी जाए, ताकि काम शुरू हो सके। पंचायत, ग्रामीण विकास एवं शहरी विकास विभाग के कई काम स्वीकृत थे, जिनका भूमिपूजन भी हो गया था। लेकिन कमलनाथ सरकार ने राशि वापस मंगाकर उन्हें रोक दिया। ऐसे रुके हुए काम तुरंत शुरू किए जाएं। जिन स्कूलों में शिक्षक नहीं हैं, वहां अतिथि शिक्षक नियुक्त किए जाएं और छात्र-छात्राओं को मेधावी विद्यार्थी योजना का लाभ दिया जाए।


बिल नहीं भरेंगे, वे न्यायोचित नहीं


              चौहान ने कहा कि बिजली के बढ़े हुए बिलों के बारे में हजारों आवेदन आए हैं। किसी का 96 हजार, 50 हजार ऐसा बिल आ रहा है। गरीब जनता बिल देने की स्थिति में नहीं है और सरकार उन्हें नोटिस दे रही है। इस अन्याय को गरीब नहीं सहन कर पा रहे हैं ।  चौहान ने कहा कि जनता का खून चूसने सत्ता में आए हो क्या। उन्होंने कहा कि यदि सरकार न्यायोचित बिल दे, तो हमें कोई आपत्ति नहीं, लेकिन इस तरह के बिल हम नहीं भरेंगे। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस ने वचनपत्र में बिजली का बिल हॉफ करने की बात कही थी, इसलिए हम 100 रुपए से ज्यादा का बिल नहीं भरेंगे। उन्होंने कहा कि मैं इसीलिए बिजली के बिल जलवा रहा हूं, क्योंकि ये न्यायोचित नहीं हैं। हम संघर्ष समिति बनाएंगे और सविनय अवज्ञा आंदोलन करेंगे। सरकार प्रकरण दर्ज करे, मैं जेल जाने को तैयार हूं।


               चौहान ने कहा कि अन्याय हो, तो हमें चुप नहीं बैठना चाहिए। अभी तक शांति है लेकिन अगर सरकार हमारी मांगें नहीं मानती है, तो फिर क्रांति करेंगे। सरकार सुन ले,  मांगें पूरी कराए बिना हम शांत नहीं बैठेंगे। ये आंदोलन एक-दो जगहों तक सीमित नहीं रहेगा। उन्होंने कहा कि मेरे पास जनता के अलावा कुछ नहीं है और जनता की परेशानियां जानने में जगह-जगह जा रहा हूं। अगर मामा मंदसौर नहीं जाता, तो मुख्यमंत्री कमरे से नहीं निकलते और मंदसौर नहीं जाते। उन्होंने कहा कि मैं जहां भी जाता हूं, सरकार मेरे पीछे जासूस लगाती है। 


कलेक्टर को दिया 14 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन


                जनता की अदालत में मंच पर कलेक्टर एवं एसडीएम भी उपस्थित थे। इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री  चौहान ने कहा कि हम आपकी समस्याएं सरकार तक पहुंचा रहे हैं। इस अवसर पर सांसद रमाकांत भार्गव ने 14 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन कलेक्टर को सौंपा। इस अवसर पर जिला कलेक्टर ने उपस्थित जनसमुदाय को आश्वासन दिया कि आपकी जो मांगें जिला स्तर की हैं, उन्हें यहीं पूरा करने का प्रयास किया जाएगा और प्रदेश स्तरीय मांगों को उचित माध्यम से प्रदेश सरकार तक पहुंचाया जाएगा।


                इस अवसर पर प्रदेश मंत्री  रघुनाथ भाटी, सांसद  रमाकांत भार्गव, विधायक  सुदेश राय,  करण सिंह वर्मा,  रवि मालवीय,  लखन यादव और रामसंजीवन यादव सहित कार्यकर्ता उपस्थित थे।