पेपरलेस होता उत्तर मध्य रेलवे


प्रयागराज। शुक्रवार को पेपरलेस वर्किंग की ओर कदम बढ़ाते हुए महाप्रबंधक राजीव चौधरी ने  उत्तर मध्य रेलवे में ई-ऑफिस का उद्घाटन किया। ई-ऑफिस मूलत: डिजिटल वर्कप्लेस सॉल्यूशन है जिसे भारतीय रेल की पब्लिक सेक्टर यूनिट-रेलटेल द्वारा विकसित किया गया है। इसके माध्यम से संपूर्ण भारतीय रेल में वर्तमान कार्य प्रणाली को कागज़ों से हटाकर डिजिटलीकृत किया जा रहा है। इस डिजिटल वर्कप्लेस सॉल्यूशन का उद्देश्य कागज के उपयोग कमीअधिक पारदर्शिता एवं एकॉंउटबिल्टीसुनिश्चित डेटा इंटीग्रिटी और सुरक्षाकार्य संस्कृति में सकारात्मक परिवर्तन और समय के साथ ही मानव संसाधनों की बचत करना है। ई-ऑफिस एक क्लाउड इनेबल्ड सॉफ्टवेयर है जो रेलटेल टियर 3  सर्टिफाइड डेटा सेंटर से होस्ट किया जा रहा है। यह ई-ऑफिस प्रक्र्या के केंद्रीय सचिवालय मैनुअल पर आधारित है। ई-ऑफिस में डेटा की पर्याप्त सुरक्षा के लिए 100%डेटा बैकअप सुनिश्चित करने वाले दो एक्स्लूसिव सर्वर  प्रदान किए जाते हैं। ई-ऑफिस पर डिजिटल फ़ाइल की डीलिंग को भौतिक फ़ाइल के समान ही रखा गया है ताकि कर्मचारी इस पर कार्य के लिए आसानी से अपने को ढाल सकेंएवं परंपरागत पेपर फ़ाइल प्रक्रिया को समाप्त किया जा सके। वर्तमान में लागू होने वाले ई-ऑफिस सिस्टम मे मॉड्यूल (फाइल मैनेजमेंट सिस्टमनॉलेज मैनेजमेंट सिस्टम कोलैबरेशन और मैसेजिंग सर्विसेज और कार्मिक सूचना प्रबंधन प्रणाली होंगे। इस प्रणाली को पूरी तरह से उपयोग में लाने और मैनुअल फाइल सिस्टम बंद करने से इसके लाभ परिलक्षित होंगे । इसका प्रयोग अंतिम उपयोगकर्ता के लिए अवश्य ही सुखद अनुभव होगाई-ऑफिस भारतीय रेलवे के डिजिटलीकरण में एक मील का पत्थर साबित होगा। उत्तर मध्य रेलवे में ई-ऑफिस को लागू करने की प्रक्रिया इस साल अप्रैल में शुरू हुई थीतब से उत्तर मध्य रेलवे के सभी 1087 उपयोगकर्ताओं का पंजीकरणप्रशिक्षणडिजिटल हस्ताक्षर बनवानाफ़ाइल नंबरिंग सिस्टम की प्रक्रिया आदि कार्य चरणबद्ध तरीके से किए गए। चौधरी ने कहा कि भारतीय रेल के लिए अधिक दक्षता और उत्पादकता हासिल करने और उसे हासिल करने मे ई-ऑफिस एक महत्वपूर्ण कदम होगा। उन्होंने कहा कि ई-ऑफिस पेपरलेस कार्य संस्कृति को बढ़ावा देगाइससे न केवल ऑपरेटिंग कॉस्ट घटेगीबल्कि कार्य प्रणाली भी पर्यावरण मित्र बनेगी। उन्होंने अपर महाप्रबंधक अरुण मलिक के समग्र मार्गदर्शन में रेलटेल और उत्तर मध्य रेलवे के अधिकारियों के प्रयासों की भी सराहना कीजो ग्रास रूट स्तर तक ई कार्यालय को लागू करने और कर्मचारियों के प्रशिक्षण में सक्रिय रूप से शामिल थे। महाप्रबंधक ने इसको क्रियांवित करने वाली टीम के लिए पुरस्कारों की घोषणा की। चौधरी ने आगे कहा कि उत्तर मध्य रेलवे को अपने डेटा बैकअप के लिए एक स्थानीय सर्वर की भी व्यवस्था करनी चाहिएताकि कार्य की गति बढ़े और रेलनेट लिंक की विफलता के मामले में निर्बाध रूप से काम किया जा सके। उन्होंने कहा कि कार्य कुशलता बढ़ाने के लिए कई इनपुट टूल जैसे डिजिटल राइटिंग पैड आदि का विकल्प ई-ऑफिस में जोड़ा जाना चाहिए। रेलटेल के सीनियर अधिकारी दीपू श्यामजो इस अवसर पर उपस्थित थे उन्होने महाप्रबंधक को उनके  मूल्यवान सुझावों के लिए धन्यवाद देते हुए उनको शामिल करने का आश्वासन दिया । महाप्रबंधक ने कहा कि एक पखवाड़े के बाद ई-ऑफिस कार्यान्वयन की समीक्षा की जाएगी। समारोह का आयोजन उप महाप्रबंधक और मुख्य प्रबंधक व  आई टी अंशु पांडे ने किया। उत्तर मध्य रेलवे पर ई-ऑफिस का कार्यान्वयन की मॉनिटरिंग मुख्य प्रबंधक व  आई टी अंशु पांडे ही कर रहे है। पहले चरण में उत्तर मध्य रेलवे मुख्यालय और झांसी डिवीजन को कवर किया जा रहा है । आगरा और इलाहाबाद मंडलों में इसको रेलवे बोर्ड ने जल्द ही फेज़ 2 के तहत लॉन्च किए जाने की उम्मीद है। इस अवसर पर अपर महाप्रबंधक  अरुण मलिकसभी प्रमुख विभागाध्यक्ष और उत्तर मध्य रेलवे तथा रेलटेल के अन्य अधिकारी उपस्थित थे ।