लखनऊ। उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को स्पष्ट कहा है कि अभियान में तेजी लाई जाय। टेण्डर प्रक्रिया पूर्ण रूप से पारदर्शी होनी चाहिए। कार्यों में हीलाहवाली या लापरवाही बरतने वाले किसी भी अधिकारी व कर्मचारी को किसी भी दशा में माफ नहीं किया जायेगा। केशव प्रसाद मौर्य आज यहाॅ लोक निर्माण विभाग स्थित तथागत सभागार में लोक निर्माण विभाग के कार्यों की समीक्षा की।
उन्होने जोर देते हुए कहा कि जो भी बजट आवंटित किया गया है उसका शीघ्र से शीघ्र सदुपयोग सुनिश्चित किया जाय। वह शीघ्र ही सड़कों का औचक निरीक्षण करेंगे और कहीं पर भी कार्यों में अनियमितता अथवा लापरवाही पायी गयी तो सम्बन्धित के विरूद्ध कठोर कार्यवाही की जायेगी। लोक निर्माण विभाग के डाक बंगलों को सुव्यवस्थित किया जाय, जहाॅ पर बाउन्ड्री वाॅल न बनी हो तो उसे बनवा दिया जाय। मौर्य ने कहा कि लोक निर्माण विभाग की सभी सड़कों पर साइनबोर्ड लगवाये जाॅय और उन पर अधिशासी अभियन्ता, सहायक अभियन्ता व अवर अभियन्ता के मोबाईल नम्बर तथा लोक निर्माण विभाग की हेल्पलाईन नम्बर 1800 121 5707 अनिवार्य रूप से लिखा जाय। देवीपाटन मण्डल में अपेक्षा के अनुरूप बजट व्यय न होने पर उन्होने अप्रसन्नता जाहिर की। 20 सितम्बर 2019 तक जो धन आवंटन किया गया है उसे 15 नवम्बर 2019 तक अनिवार्य रूप से खर्च कर लिया जाय। केशव ने चाणक्य साॅफ्टवेयर के संचालन के बारे में मण्डलवार वर्कशाप चलने को कहा। उन्होने कहा कि मुख्य अभियन्ता, अधीक्षण अभियन्ता, अधिशासी अभियन्ता व सहायक अभियन्ता निर्माणाधीन परियोजनाओं का लगातार निरीक्षण करते रहें। इण्टर स्टेट कनेक्टिविटी वाले मार्ग मार्च 2020 तक हर हाल में पूर्ण कर लिये जाॅय। उनके द्वारा की गयी घोषणाओं के कार्यों को भी शीघ्र पूरा किया जाय। अनजुड़ी बसावटों, 250 तक की आबादी के गांवों, मुख्य मार्गों से 5 किमी तक के सम्पर्क मार्गों, डाॅ0 ए0पी0जे0 अब्दुल कलाम गौरवपथ आदि के कार्यों को शीघ्र पूरा करते हुये उपयोगिता प्रमाण पत्र भेजे जाएं। ब्लाक मुख्यालयों को जोड़ने वाले मार्गों के कार्य में भी तेजी लाई जाय, साथ ही ऐसी सड़कें जो राजस्व अभिलेखों में लोक निर्माण विभाग के नाम दर्ज नहीं हैं, इन्हे दर्ज कराने का काम तत्काल सुनिश्चित किया जाय। हर डिवीजन में कम से कम 10 प्रतिशत प्लास्टिक रोडें बनवायी जाॅय। इससे पर्यावरण संरक्षण व संवर्धन को बढ़ावा मिलेगा। बैठक में मौर्य ने कहा कि हर्बल मार्गों पर भी विशेष ध्यान दिया जाय, साथ ही विभाग के अधिकारी यह भी सुनिश्चित करें कि मृतक आश्रितों के नौकरी व देयों के भुगतान आदि के मामले किसी भी दशा में लम्बित नहीं रहने चाहिए। लोक निर्माण विभाग के सभी कार्यालयों की सफाई, रंगाई, पुताई आदि के कार्य करा लिये जाए। आगणन बनाते समय रेन वाॅटर हार्वेस्टिंग का भी प्लान बनायें। जो सड़कें कम्पलीट हों, वहाॅ के स्थानीय लोगों का उस रोड के बारे में फीड बैक लेते हुए कम से कम 1 मिनट की वीडियो क्लिप बनवाया जाय और लोक निर्माण विभाग की वेबसाईट पर अपलोड किया जाय। केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि रोड सेफ्टी के कार्यों को पूरी गुणवत्ता के साथ किया जाय। लोक निर्माण विभाग से सम्बन्धित विभिन्न न्यायालयों में चल रहे वादों पर प्रभावी ढ़ग से पैरवी की जाय। बजट के व्ययवर्तन की शिकायत किसी भी दशा में नहीं आनी चाहिए अन्यथा सम्बधित के विरूद्ध एफ0आई0आर0 दर्ज करायी जायेगी।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि कहीं-कहीं पर अप्रोच रोड के अभाव में पुल बाढ़ में कट जाते हैं जिससे जनता को बेहद असुविधा का सामना करना पड़ता है, इसलिये जहाॅ पर ऐसी स्थिति हो वहां मजबूत अप्रोच रोड बनवायी जांय।
बैठक में प्रमुख सचिव लोक निर्माण विभाग नितिन रमेश गोकर्ण ने भी महत्वपूर्ण विचार व सुझाव रखे तथा लोक निर्माण विभाग के कार्यों की अद्यतन स्थिति से अवगत कराते हुए अभियन्ताओं को महत्वपूर्ण दिशा निर्देश दिये।
बैठक में आर0सी0 बर्नवाल, प्रमुख अभियन्ता (विकास) एवं विभागाध्यक्ष, प्रमुख अभियन्ता आर0आर0 सिंह एवं एस0के0 सिंह, सेतु निगम के प्रबन्ध निदेशक पी0के0 कटियार, मुख्य अभियन्ता(मु0-1) संजय गोयल, तथा विभिन्न मण्डलों से आये मुख्य अभियन्ता, विशेष कार्याधिकारी प्रदीप कुमार प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।