भोपाल। प्रदेश में जब से कमलनाथ सरकार आई है अपराधियों के हौसले इतने बुलंद हो गए हैं कि वे जिसे चाहें, जब चाहें, जहां चाहें सैकड़ों लोगों की भीड़ में मौत की नींद सुला सकते हैं। प्रदेश में न कानून व्यवस्था बची है और न ही अपराधियों के मन में कानून और पुलिस का खौफ बचा है। प्रदेश में किसी की जान लेना इतना आसान हो गया है कि उसे देखकर मन में यह सवाल उठने लगा है कि कहीं यह सरकार अब हत्याओं के लिए भी तो परमिट जारी नहीं करने लगी? यह बात भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ने मंदसौर में विश्व हिंदू परिषद के पदाधिकारी युवराज सिंह की दिनदहाड़े हत्या पर रोष व्यक्त करते हुए कही।
राकेश सिंह ने कहा कि कमलनाथ सरकार को सत्ता में आए 10 महीने हुए हैं, लेकिन इन 10 महीनों में ही प्रदेश हत्यारों का अड्डा बन गया है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार इन 10 महीनों में प्रदेश में 1271 हत्याएं हो चुकी हैं। आम लोगों के साथ-साथ भारतीय जनता पार्टी और हिंदूवादी संगठनों के कार्यकर्ताओं को चुन-चुनकर निशाना बनाया जा रहा है। लेकिन कमलनाथ सरकार और उसकी पुलिस इन हत्यारों के खिलाफ कार्रवाई की बजाय कहीं उन्हें संरक्षण प्रदान कर रही है, तो कहीं सरकार के मंत्री और कांग्रेस नेता अपने बयानों से इन हत्याओं को जायज ठहराने की हास्यास्पद कोशिश करते दिखाई देते हैं। श्री राकेश सिंह ने कहा कि अपराध और अपराधियों के प्रति जिस तरह की सोच और व्यवहार यह सरकार प्रदर्शित कर रही है, उससे यह आभास होता है कि सरकार प्रदेश में आतंक का राज कायम करना चाहती है, ताकि विरोध में उठ रही आवाजों को खामोश किया जा सके। प्रदेश अध्यक्ष सिंह ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी कमलनाथ सरकार की इन कोशिशों को कभी कामयाब नहीं होने देगी और प्रदेश की जनता के साथ मिलकर अपराधियों और सरकार के गठजोड़ के खिलाफ सड़कों पर संघर्ष करेगी।