लड़की के जन्म को लक्ष्मी का आगमन मानें - योगी आदित्यनाथ

 

लखनऊ: परिवार में बालक-बालिका में भेद और बालकों को निजी तथा बालिकाओं को बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में भेजने का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में एन0सी0ई0आर0टी0 का पाठ्यक्रम लागू करने की कार्यवाही कर रही है। 
 मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने धनतेरस के पावन पर्व पर 'मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना' के शुभारम्भ हेतु लक्ष्मीस्वरूपा बालिकाओं को बधाई देते हुए कहा कि भारतीय संस्कृति व परम्परा में मातृशक्ति के सशक्तिकरण के माध्यम से सम्पूर्ण चराचर जगत के कल्याण का भाव निहित है।  
मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ वर्ष पूर्व प्रदेश के कई क्षेत्रों से कन्या भू्रण हत्या के समाचार आते रहते थे। वर्तमान राज्य सरकार ने 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' योजना के प्रभावी क्रियान्वयन तथा मुखबिर योजना लागू कर इस पर नियंत्रण किया है। वर्तमान राज्य सरकार ने सत्ता में आते ही 'एण्टी रोमिया स्क्वाड' का गठन किया गया। 'विमेन पावर लाइन-1090', महिला हेल्पलाइन '181'  को सुदृढ़ किया गया। साथ ही, इसे डाॅयल-100, जिसे शीघ्र ही एकीकृत आपात सेवा '112' के रूप में परिवर्तित किया जा रहा है, से इन्टीग्रेट किया गया है। इससे महिलाओं और बालिकाओं में सुरक्षा का भाव पैदा हुआ है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बालिका के जन्म लेने पर 'मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना' के अन्तर्गत उसका रजिस्ट्रेशन कराये जाने पर 02 हजार रुपये की धनराशि दिये जाने की व्यवस्था है। बालिका के एक वर्ष का होने तथा सम्पूर्ण टीकाकरण होने पर 01 हजार रुपये प्रदान करने की व्यवस्था है। इसी प्रकार बालिका के प्रथम कक्षा में प्रवेश पर 02 हजार रुपये, छठी कक्षा में प्रवेश पर 02 हजार रुपये, नवीं कक्षा में प्रवेश पर 03 हजार रुपये तथा हाईस्कूल के पश्चात दो वर्ष से अधिक के डिप्लोमा अथवा 12वीं उत्तीर्ण करने के पश्चात स्नातक में प्रवेश पर 05 हजार रुपये दिये जाने की व्यवस्था की गयी है। यह योजना सभी श्रेणी के पात्र लाभार्थियों के लिए लागू की गयी है।

 'मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना' की एक कड़ी के रूप में दो वर्ष पूर्व 'मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना' लागू की गयी थी। सभी वर्गाें के गरीब परिवारों के लिए लागू इस योजना में पात्र लाभार्थी को 35 हजार रुपये की धनराशि प्रदान की जाती थी, जिसे बढ़ाकर 51 हजार रुपये कर दिया गया है। 'मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना' इस योजना से पहले चरण की योजना है, जिसे आज लागू किया गया है। इस योजना के तहत बालिका के जन्म से लेकर स्नातक में प्रवेश तक विभिन्न चरणों में कुल 15 हजार हजार रुपये दिये जाने की व्यवस्था की गयी है।


इससे पूर्व, राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री ने 'मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना' के वेबपोर्टल का शुभारम्भ किया। इस अवसर पर योजना के लाभार्थियों को डमी चेक एवं प्रमाण पत्र भी प्रदान किया गया। इस योजना के तहत लाभार्थी के खाते में धनराशि के आॅनलाइन अन्तरण की व्यवस्था है।
इस अवसर पर उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष  विमला बाथम, उत्तर प्रदेश राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोेग के अध्यक्ष  विशेष गुप्ता, मुख्य सचिव आर0के0 तिवारी, प्रमुख सचिव महिला एवं बाल विकास मोनिका गर्ग, यूनीसेफ की भारत में प्रतिनिधि डाॅ0 यास्मीन अली हक, प्रमुख सचिव सूचना एवं गृह विभाग अवनीश कुमार अवस्थी, सूचना निदेशक शिशिर सहित गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।