पहला बेबी केयर क्यूबिकल जनता को समर्पित

 

लखनऊ। मंगलवार को परिवहन मंत्री ने प्रमुख सचिव परिवहन अरविंद कुमार की गरिमापुर्ण उपस्थिति में पहले बेबी केयर क्यूबिकल का उद्घाटन किया। परिवहन मंत्री ने कहा कि सरकार और यूपीएसआरटीसी जनता और सार्वजनिक सेवाओं के लिए समर्पित हैं। यह बेबी केयर क्यूबिकल हजारों यात्री माताओं और बच्चों की मदद करेगा। उन्होंने यह भी बताया कि भविष्य में भी यूपीएसआरटीसी अपने यात्रियों के लिए सुविधाओं में सुधार एवं नई सुविधाओं को जोड़ना जारी रखेगा।

उल्लेखनीय है कि  यूपीएसआरटीसी ने उत्तर प्रदेश के सभी प्रमुख बस स्टेशनों में नवतजात शिशुओं एवं स्तनपान कराने वाली माँताओं की आवश्यकता और जरूरत को ध्यान में रखते हुए, "बेबी केयर क्यूबिकल" के निर्माण का निर्णय लिया है।

 

 योजना में सुधार के लिए यूनिसेफ और सीईएल ने यूपीएसआरटीसी के नॉलेज पार्टनर के रूप में रहेंगे।

 एक माँ और नवजात बच्चे की जरूरतों एवं आवश्यकताओं को अच्छी तरह से ध्यान में रखते हुए प्रोटोटाइप की ड्राइंग डिजाइन प्लान किया गया था। यूनिसेफ और सीईएल टीम ने माताओं की प्रतिक्रिया लेकर एक स्टडी के बाद तैयार है। क्यूबिकल के प्रवेश द्वार एवं सभी दीवारों पर कई प्रेरक और उत्साहजनक संदेश और चित्र प्रदर्शित किए गए हैं। इस सुविधा में शिशु स्तनपान के लिए दो चेम्बर, डायपर बदलने के लिए एक टेबल और एलईडी लाइट, पंखे और मां के उपयोग के लिए "पैनिक बटन" की सुविधा है।

 प्रत्येक बस स्टेशन में प्रत्येक बेबी केयर क्यूबिकल में एक महिला अधिकारी को नोडल प्रभारी अधिकारी के रूप में नामित किया है, जो दिन ब दिन बेबी केयर क्यूबिकल के रखरखाव और देखरेख करेंगी।

 यूनिसेफ ने पाक्षिक एवं मासिक आधार पर इन क्यूबिकल के कार्य का अध्ययन करने एवं इस सेवा को और अधिक उपयोगी व सेवा उन्मुख बनाने के लिए विशेषज्ञों की एक टीम तैनात की है।

  भारतीय तेल निगम (आईओसी) और बैंक ऑफ बड़ौदा (बीओबी) यूपीएसआरटीसी के साथ इस नई और अनूठी पहल में प्रायोजन पार्टनर हैं।

 यूपीएसआरटीसी दिसंबर 2019 तक 100 ऐसे क्यूबिकल (प्रत्येक चयनित बस स्टेशन में से एक) की स्थापना करेगा। इससे हजारों माताओं और नवजात बच्चों को हाइजीनिक और ‌स्वस्थ तरीके से स्तनपान कराने में मदद मिलेगी। यह अधिक से अधिक माताओं को स्वस्थ समाज के स्वस्थ बच्चों के व्यापक हित में शिशु स्तनपान अपनाने एवं इसे बढ़ावा देने के लिए प्रेरित करेगा।

 डॉ रूथ लीनो ने यूपीएसआरटीसी की इस अनूठी पहल की सराहना की और सार्वजनिक स्थानों पर इस तरह के लोगों के अनुकूल पहल करने के लिए यूपी सरकार को बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह भी एक महान संयोग है कि इस सुविधा का उद्घाटन "बेबी केयर डे" के 30वीं वर्षगांठ पर किया गया।

 सीईएल की  आरती ने बताया कि बस स्टेशनों पर इस सुविधा की सबसे ज्यादा प्रतीक्षा थी। स्तनपान सबसे अच्छा उपहार है जिसे एक माँ अपने बच्चे को दे सकती है और एक बच्चा अपनी माँ से प्राप्त कर सकता है।

 

 प्रमुख सचिव परिवहन ने कहा कि यह नई पहल निश्चित रूप से माँ और नवजात शिशुओं के लिए बहुत फायदेमंद साबित होगी और माताओं के स्तनपान की आदतों को प्रोत्साहित करेगी।

 

 आईओसी नोडल अधिकारी हसमत ने कहा कि भारत सरकार की प्रमुख आईओसी यूपीएसआरटीसी की इस तरह की सार्वजनिक सुविधा से जुड़ी इस तरह की पहल के साथ जुड़कर काफी खुश है और ऐसा करके वे गौरवान्वित महसूस करते हैं।

 

 

 बैंक आफ बड़ौदा के अजय प्रताप सिंह ने कहा कि बैंक आफ बड़ौदा इस तरह की सार्वजनिक गतिविधियों को काफी प्राथमिकता देता है और बैंक इस पहल से जुड़े होने से काफी खुश है, और बैंक आगे इस तरह के सार्वजनिक सेवा के कार्यों में यूपीएसआरटीसी के साथ जुड़कर काम करेगा। 

 

इस अवसर पर डॉ रूथ लीनो, राज्य प्रमुख यूनिसेफ,  राज शेखर, एमडी यूपीएसआरटीसी,  आरती नोडल अधिकारी सामुदायिक सशक्तिकरण लैब (सीईएल), हसमत खान नोडल अधिकारी इंडिया ऑयल कॉर्पोरेशन (आईओसी),  अजय प्रताप सिंह, डीआईजीएम बैंक ऑफ बड़ौदा ( बीओबी), यूपीएसआरटीसी के वरिष्ठ अधिकारी, पल्लव बोस, आरएम लखनऊ,  श्वेता एआरएम और "शिशुओं सहित माताओं" की गरिमापूर्ण मौजूदगी रही।