अंतरराष्ट्रीय शिमला फिल्मोत्सव का समापन
शिमला। मुख्य सचिव डॉ . श्रीकान्त बाल्दी ने आज यहां गेयटी थियेटर में 5वें अंतरराष्ट्रीय शिमला फिल्मोत्सव के समापन समारोह की अध्यक्षता की। उन्होंने कहा कि प्रकृति ने प्रदेश को प्राकृतिक सौन्दर्य , मनोरम दृश्यों , बर्फ से ढकी पहाड़ियों तथा खुबसूरत स्थलों से नवाजा है तथा यहां कई फिल्मों को फिलमाया गया है । शिमला पर्यटकों के लिए सांस्कृतिक राजधानी है ।
उन्होंने विशेष तौर पर लघु फिल्म ' तनक ' की सराहना की , जिसमें लोगों को आंखें दान करने के लिए प्रेरित किया गया है । उन्होंने कहा कि प्रदेश में इस प्रकार के फिल्मोत्सव आयोजित किए जाने चाहिएं ताकि फिल्मों को प्रोत्साहित किया जा सके । उन्होंने सभी फिल्म निर्माताओं तथा निर्देशकों का शिमला आने पर आभार व्यक्त किया । मुख्य सचिव ने इस अवसर पर फिल्मोत्सव के समापन समारोह में पुरस्कार वितरित किए। फिल्मोत्सव में कुल 20 राष्ट्रीय , अंतरराष्ट्रीय तथा क्षेत्रीय फिल्म और म्युजिक वीडियो दर्शाई गईं । वृतचित्रों में हिमाचल प्रदेश के बीड़ से नोविता सिंह की ' ग्लाइड बीड़ बिलिंग ' , जम्मू कश्मीर के गुल रियाज की ' द होप ऑफ टुमारो ' , बंग्लादेश के बिजोये महम्मद की ' द बर्थ ऑफ ए लाईफ ' , शिमला के गीतेश गुप्ता की ' द डिवाईन गेट - टू गेदर ' , शिमला के मेला राम शर्मा की ' बूढी दिवाली ' तथा असम के मोजूल बरूहा की ' द कॉम्बेट जॉन ' दर्शाई गई । लघु फिल्मों में मुम्बई के शैलादित्य की आपके आ जाने से ' , मुम्बई की शैफाली सिंह बोहरा की ' द फिश टेल ' तथा नीदरलैंड की सोफी वैन डे पॉल की ' फकिंग कोला ' दर्शाई गईं ।
म्यूजिक वीडियो में हिमाचल प्रदेश के अभिषेक की ' याद आवे ' , आशुतोष की ' माईं आरे छोरू ' तथा बिहार के अभिषेक अरूण की " हमरू के घर पहुंचाई दे ' प्रदर्शित की गई । इसके अतिरिक्त उत्तराखण्ड के केतन पाल की एनीमेशन फिल्म ' वन ' भी प्रदर्शित की गई । फिल्म फेस्टिवल के तीसरे दिन 20 फिल्में दिखाई गई , जिसमें एनिमेटिड फिल्म , शॉर्ट फिल्म , म्यूजिक वीडियो और पोलैंड , ऑस्ट्रेलिया , यूनाईटिड किंगडम , फ्रांस , ईरान , बांगलादेश , साईप्रस तथा इजराईल इत्यादि देशों की अंतरराष्ट्रीय फिल्में शामिल रही। अंतरराष्ट्रीय वर्ग में ' बुर्किनाबे बाउंटी ' को बेस्ट डॉक्युमेंटरी , ' डांस ऑफ जॉय ' को स्पेशल ज्यूरी डॉक्युमेंटरी , ' आर यू ए वॉलीबॉल ' को बेस्ट शॉर्ट फिल्म , ' इंन द मड ' को स्पेशल ज्यूरी शॉर्ट फिल्म का अवॉर्ड दिया गया । राष्ट्रीय वर्ग में ' जीएमो क्विन ऑफ द माउंटेन ' को बेस्ट डॉक्युमेंटरी फिल्म , ' रॉक्युमेंटरी ' को स्पेशल ज्यूरी डॉक्युमेंटरी , ' पम्फलेट ' को बेस्ट शॉर्ट फिल्म , ' ड्रीम वन - गुरविंद्र ' को स्पेशल ज्यूरी शॉर्ट फिल्म, ' मील' को स्पेशल ज्यूरी शॉर्ट फिल्म का अवॉर्ड दिया गया । राज्य वर्ग में निदेशक , नोविता सिंह डॉक्युमेंटरी फिल्म ' ग्लाइड - बीड़ बिलिंग ' को बेस्ट फिल्ड अवॉर्ड दिया गया ।