सेमी हाई स्पीड रेल कारिडोर के परामर्शी के लिए मंत्रिपरिषद देगा मंजूरी 

 


लखनऊ। यूपीडा के मुख्य कार्यपालक अधिकारी अवनीश कुमार अवस्थी की अध्यक्षता में बोर्ड की 51 वीं 

 बैठक  गुरुवार को की गई . इस बैठक में बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे और गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे के निर्माणकर्ताओं के चयन के शासनादेश से बोर्ड को अवगत कराया गया . ज्ञातव्य है कि बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे और गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे के निर्माण कंपनियों के चयन को हाल ही में कैबिनेट की मंजूरी मिल चुकी है . बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे के निर्माण के लिए क्रम से पैकेज 1 एवं 2 हेतु मेसर्स एप्को इन्फ्राटेक प्रा . लि . , पैकेज 3 मेसर्स अशोका बिल्डकान लि . , पैकेज 4 एवं 5 हेतु मेसर्स गावर कन्सट्रक्शन लि . और पैकेज 6 हेतु मेसर्स दिलीप बिल्डकॉन लि . का चयन किया गया है . वहीं गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे के निर्माण के लिए पैकेज 1 के लिए मेसर्स एप्को इन्फ्राटेक प्रा . लि . और पैकेज 2 के लिए मेसर्स दिलीप बिल्डकॉन लि . का चयन किया गया है . यूपीडा के सीईओ अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि इन दोनों परियोजनाओं पर शीघ्र ही कार्य शुरु किया जाएगा . इस बोर्ड बैठक में सेमी हाई स्पीड रेल कॉरिडोर को विकसित करने जैसे आवश्यक अध्ययन , सर्वे , संरेखण का चिन्हीकरण , प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार करने , एवं उससे संबंधित आवश्यक सेवाओं हेतु परियोजना विकास परामर्शी का चयन किये जाने का अनुमोदन लिया गया . इस पर मंत्रिपरिषद की सैदांतिक मंजूरी ली जाएगी . उल्लेखनीय है कि सेमी हाईस्पीड रेल कारिडोर विकसित किए जाने हेतु प्रदेश सरकार की रेल मंत्रालय के साथ ये सहमति हुई है कि एक्सप्रेसवे के साथ साथ हाईस्पीड रेल कॉरिडोर विकसित किए जाने के लिए और आवश्यक तकनीकी सहयोग हेतु रेलवे मंत्रालय के उपक्रम राइट्स लिमिटेड द्वारा न्यूनतम दर पर जरुरी सहयोग लिया जाए . इस परियोजना की कुल लंबाई 800 किमी है जो आगरा लखनऊ से होती हुई गाजीपुर , वाराणसी तक निर्मित की जाएगी . यह कॉरिडोर यात्रियों के लिए होगा और इस कॉरिडोर में कार्गो ट्रेनें नहीं चलेंगी .