उ म रे मुख्यालय में मनाया गया संविधान दिवस


प्रयागराज।


26 नवंबर 1949 को भारत की संविधान सभा द्वारा अंगीकार और 26 जनवरी 1950 से प्रभावी होने के साथ  भारत का संविधान हमारे राष्ट्र का सर्वोच्च कानून बना था। यह दस्तावेज़ हमारी मूलभूत राजनीतिक व्यवस्था, संरचना, प्रक्रियाओं, शक्तियों और सरकारी संस्थानों के कर्तव्यों का सीमांकन करता है और साथ ही मौलिक अधिकारों, नीति निर्देशक सिद्धांतों और नागरिकों के कर्तव्यों को निर्धारित करता है। यह दुनिया में किसी भी देश का सबसे बड़ा लिखित संविधान है और विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र की रीढ़ है। संविधान भारत को एक संप्रभु, समाजवादी, धर्मनिरपेक्ष, लोकतांत्रिक गणराज्य घोषित करने के साथ ही, नागरिकों को न्याय, समानता और स्वतंत्रता के प्रति आश्वस्त करता है और राष्ट्र में भ्रातृत्वभाव को स्थापित कर रहा है।इस ऐतिहासिक दिन के उपलक्ष्य में प्रति वर्ष 26 नवंबर को संविधान दिवस मनाया जाता है। इस वर्ष संविधान दिवस 26 नवंबर, 2019 को पूरे राष्ट्र में मनाया जा रहा है और इसके उपरांत  इसके उपलक्ष्य में 26 नवंबर 2020 तक पूरे वर्ष गतिविधियां जारी रहेंगी। भारतीय रेलवे ने भी साल भर संविधान दिवस और उससे जुड़ी गतिविधियों के आयोजन का निर्णय लिया है। उत्तर मध्य रेलवे में भी संविधान दिवस से जुड़े आयोजनों का शुभारंभ आज मंगलवार को अपर महाप्रबंधक अरुण मलिक ने "संविधान की प्रस्तावना" को पढ़ने के साथ की। इस अवसर पर उत्तर मध्य रेलवे मुख्यालय के अधिकारियों, कर्मचारियों और पर्यवेक्षकों ने बड़ी संख्या में प्रस्तावना का पाठ किया। इस वर्ष का संविधान दिवस का मुख्य फोकस "मौलिक कर्तव्य" है।  भारत के प्रत्येक नागरिक के लिए निर्धारित ये 11 कर्तव्य हमारे राष्ट्र और समाज के प्रति हमारी जिम्मेदारियों के लिए रूपरेखा के रूप में कार्य करते हैं। संविधान दिवस के उपलक्ष्य में  वर्ष के दौरान होने वाली प्रमुख गतिविधियों की निम्न योजना बनाई गई :



  •  भारत के संविधान से संबंधित ब्रोशर, बैनर, पोस्टर, स्टैंडी, फ्लायर्स आदि आदि को कार्यालय, स्टेशन एवं गाड़ियों आदि प्रमुख स्थानों पर उपलब्ध कराकर इनके माध्यम से प्रचार।

  •  नागरिकों के मौलिक कर्तव्यों पर केंद्रित जागरूकता अभियान अगले एक वर्ष में पूरे उत्तर मध्य रेलवे में आयोजित किया जाएगा।

  •  उत्तर मध्य रेलवे मुख्यालय, मंडलों एवं अन्य इकाईयों में  भारत के संविधान की थीम पर रैलियों,   वॉक, दौड़ आदि का आयोजन किया जाएगा।

  •  मौलिक कर्तव्यों पर मुख्य बल देते हुए भारत के संविधान विषय पर वार्ता, सम्मेलन, संगोष्ठी, प्रश्नोत्तरी, वाद-विवाद आदि भी आयोजित किए जाएंगे।

  •  भारत के संविधान में दिए मौलिक कर्तव्यों को दर्शाते हुए पर स्टिकर रेल डिब्बों में लगाए जा रहे हैं। भारत के संविधान से संबंधित फ्लायर भी यात्रियों के मध्य वितरित किए जाएंगे।


पूरे वर्ष के दौरान गतिविधियों के आयोजन के लिए एक कैलेंडर पहले ही उत्तर मध्य रेलवे मुख्यालय और साथ ही आगरा, इलाहाबाद और झांसी मंडलों द्वारा बनाया जा चुका है। आज मुख्यालय के साथ ही भारत के संविधान की प्रस्तावना का पाठ, इससे संबंधित विभिन्न गतिविधियों का आयोजन एवं संविधान दिवस के पोस्टर व बैनर व स्टैंडी का प्रदर्शन उत्तर मध्य रेलवे के तीन मंडलों और अन्य इकाइयों में भी किया गया।