हाजीपुर। ग्लोबल वार्मिंग को कम करने और जलवायु परिवर्तन से निपटने में देश के योगदान के तहत पूर्व मध्य रेल द्वारा भी प्रमुख हरित पहलों पर गंभीरतापूर्वक कार्य किए जा रहे हैं । रेलवे में ऊर्जा को बड़े पैमाने पर प्रोत्साहन देने से न केवल ऊर्जा सुरक्षा सुनिश्चित होगी , बल्कि जलवायु की भी रक्षा होगी और प्रदूषण में कमी आएगी । इस दिशा में कार्य करते हुए पूर्व मध्य रेल के 526 स्टेशनों पर शत - प्रतिशत एल . ई . डी . लाइट फिटिंग किया गया है । इससे एक ओर जहां प्रतिवर्ष 88 . 34 लाख यूनिट बिजली की बचत हुई वहीं बिजली बिल के मद में होने वाले व्यय से 6 . 62 करोड़ रूपए की बचत हुई । इसी तरह रेलवे क्वार्टर तथा छोटे - बड़े रेल भवनों में एलईडी लगाने से लगभग 96 लाख यूनिट बिजली की बचत हुई है जिससे 6 . 68 करोड़ रूपए की बचत हुई । हरित ऊर्जा उत्पादन की दिशा में उल्लेखनयी कदम उठाते हुए विभिन्न स्टेशनों , रेलवे चिकित्सालय एवं कार्यालय भवन के छतों पर 4 . 618 MW का सौर ऊर्जा संयत्र लगाए गए हैं जिससे प्रतिदिन औसतन 11 , 545 यूनिट विद्युत का उत्पादन हो रहा है । इसके अलावा लगभग 2 . 4 MW सौर ऊर्जा संयत्र की स्थापना अपने अंतिम चरण में है जिसके प्रारंभ हो जाने के बाद कुल 7 . 01 MW सौर ऊर्जा संयत्र चालू हो जाएंगे जिससे सौर ऊर्जा द्वारा विद्युत उत्पादन क्षमता 11 , 545 यूनिट प्रतिदिन से बढ़कर प्रतिदिन औसतन 17 , 525 यूनिट हो जाएगा । डीजल की बजत एवं इससे होने वाले वायु प्रदुषण में कमी के उद्देश्य से वर्ष 2018 - 19 में 22 जोड़ी मेल / एक्सप्रेस तथा 01 जोड़ी पैसेंजर ट्रेन का परिचालन इलेक्ट्रिक इंजन से प्रारंभ किया गया । इसके साथ ही 19 जोड़ी मेमू ट्रेन भी चलाए गए । जबकि चालू वित्त वर्ष ( वर्ष 2019 - 20 ) के अक्टूबर माह तक 60 जोड़ी मेल / एक्सप्रेस तथा 21 जोड़ी पैसेंजर ट्रेन का परिचालन इलेक्ट्रिक इंजन से प्रारंभ किया गया है । साथ ही 16 जोड़ी मेमू ट्रेन भी चलाए गए ।
हरित पहलों को आगे बढ़ाने के लिए किए जा रहे कई कार्य