जबलपुर की हिंसा के लिए कांग्रेस नेता और प्रदेश सरकार जिम्मेदारः राकेश सिंह                   


भोपाल। नागरिकता संशोधन कानून से हमारे मुस्लिम भाईयों का कोई नुकसान नहीं है। बार-बार यह बात बोली जा रही है, उसके बाद भी कांग्रेस वोट बैंक की राजनीति कर रही है। जबलपुर में भी जो कुछ हुआ,  सोची-समझी साजिश के तहत हुआ और इसके लिए कांग्रेस के नेता तथा प्रदेश सरकार जिम्मेदार है। जबलपुर और पूरे मध्यप्रदेश में जो वर्षों नहीं हुआ, वैसा माहौल बनाने की कोशिश हो रही है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है। भारतीय जनता पार्टी इसे किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेगी। भारतीय जनता पार्टी सकारात्मक और सार्थक राजनीति के लिए व्यापक जनजागरण करेगी। 


पहले भी हुआ है विचार


     प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ने सोमवार को जबलपुर में मीडिया को कहा कि ये पहली बार नहीं है, जब पीड़ित और प्रताड़ित गैर मुस्लिमों को भारत की नागरिकता देने पर विचार किया गया हो। महात्मा गांधी ने भी यह कहा था कि विभाजन के बाद जो गैर मुस्लिम पाकिस्तान में रह गए हैं, वे अगर भारत आना चाहें, तो उनके लिए दरवाजे खुले हुए हैं। 2004 से 2014 के बीच यू.पी.ए. सरकार के समय कई मंत्रियों ने संसद में ये वक्तव्य दिये हैं कि पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश से आ रहे लोग धार्मिक प्रताड़ना के कारण आ रहे हैं, इसलिए उन्हें नागरिकता देने पर विचार किया जाना चाहिए। 2003 में एनडीए सरकार के समय मनमोहन सिंह ने इन पीड़ित, धार्मिक अल्पसंख्यकों को भारत की नागरिकता देने का मुद्दा उठाया था। कम्युनिस्ट पार्टी के नेता प्रकाश करात ने मनमोहन सिंह के बयान के आधार पर एक पत्र लिखकर इस समस्या के निराकरण की बात उठाई थी। सभी ने यह माना था कि ये पीड़ित, शोषित लोग हैं, इन्हें नागरिकता दी जानी चाहिए।


मोदी सरकार ने निर्णय लिया, इसलिए हजम नहीं हो रहा


                 सिंह ने कहा कि कांग्रेस सहित विपक्षी पार्टियों के नेता नागरिकता देने पर विचार करने की बात कहते रहे हैं, लेकिन अब उन्हें नागरिकता संशोधन कानून सिर्फ इसलिए हजम नहीं हो रहा है, क्योंकि ये निर्णय मोदी के नेतृत्व वाली एनडीए की सरकार ने लिया है। इसीलिए कांग्रेस और विपक्षी दल लगातार इसे लेकर भ्रम फैलाने का काम कर रहे हैं। पहले दिन से कह रहे हैं कि जहां उनकी सरकारें हैं, वहां इस कानून को लागू नहीं करेंगे। देश में संविधान है और संघीय ढांचा है। नागरिकता का विषय का केंद्र का है और यह राज्यों के अधिकार में नहीं है कि वे केंद्र द्वारा किसी व्यक्ति को नागरिकता दिये जाने पर उससे इंकार कर सके। इसके बावजूद वोट बैंक की राजनीति के चलते मुसलमान भाइयों में भ्रम फैलाने का काम कर रहे हैं। इनकी कोशिश है कि किसी भी तरह देश का वातावरण खराब हो, मुस्लिम और गैर मुस्लिम के बीच दीवार खड़ी हो। 


माहौल बिगाड़ने बयानबाजी कर रहे कमलनाथ


           सिंह ने कहा कि मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री कमलनाथ बयान देते हैं कि ये कानून मध्यप्रदेश की धरती पर लागू नहीं होने देंगे। वो जानते हैं कि ऐसा नहीं हो सकता, फिर भी सिर्फ प्रदेश का वातावरण खराब हो, धर्म के आधार पर ध्रुवीकरण हो, इसी कोशिश में बयान दे रहे हैं। मुख्यमंत्री कहते हैं कि 25 तारीख को पैदल मार्च निकालेंगे। किसके खिलाफ मार्च निकालेंगे? जो लोग धार्मिक प्रताड़ना के कारण देश में आए हैं, अपनी बहन-बेटियों की इज्जत गवांकर जान बचाकर यहां आए हैं। आप उनके खिलाफ हो, मुख्यमंत्री कमलनाथ को यह स्पष्ट करना चाहिए।


सिर्फ सोनिया-राहुल की वाहवाही चाहते हैं कांग्रेसी


          सिंह ने कहा कि देश में एनडीए की सरकार,  नरेन्द्र मोदी, अमित शाह, जे.पी. नड्डा सभी सकरात्मक भूमिकाओं में हैं और देश की जनता 70 सालों से जिस न्याय की प्रतीक्षा कर रही थी, वह अब हो रहा है। लेकिन यह कांग्रेस को हजम नहीं हो रहा है। देश विकास रास्ते पर तेजी से बढ़ रहा है, तो कांग्रेस को बर्दाश्त नहीं है। पूरी दुनिया में भारत की वाहवाही हो रही है, यह कांग्रेस को स्वीकार नहीं है। कांग्रेसियों को तो सिर्फ सोनिया और राहुल की वाहवाही करनी है। भले ही देश का नुकसान हो।


प्रदेश सरकार को नहीं जनता की चिंता


सिंह ने कहा कि मध्यप्रदेश में किसानों को कर्जा माफ नहीं हुआ,  मुवावजा नहीं मिला, बोनस नहीं मिला। युवाओं को बेरोजगारी भत्ता नहीं मिला। धान की खदीदी नहीं हो रही है, जबकि भाजपा सरकार के समय पूरी धान खरीदी जाती थी। किसान खून के आंसू रो रहा है। योजनाबद्ध तरीके से किसान का शोषण किया जा रहा है। तबादला उद्योग चल रहा है, रेत और शराब का व्यवसाय फल-फूल रहा है, लेकिन सरकार को जनता के नुकसान की चिंता नहीं है। विकास के हर काम को रोका जा रहा है। जबलपुर में जितने भी विकास के काम हो रहे हैं, उनको रोकने का काम प्रदेश सरकार कर रही है। नगर निगम के चुनाव समय पर न हों, यह प्रयास किया जा रहा है, ताकि प्रशासक बिठा सकें। पंचायत का चुनाव टालने का प्रयास किया जा रहा है, महापौर का चुनाव अप्रत्यक्ष पद्धति से कराने की कोशिश की जा रही है। ये कैसा लोकतंत्र है? चुने हुए जन प्रतिनिधियों का लगातार अपमान हो रहा है और जनता त्राहिमाम कर रही है। भारतीय जनता पार्टी प्रदेश की जनता के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है और सड़कों पर उतरकर कांग्रेस के षड्यंत्रों का पर्दाफाश करेगी।