कांग्रेस और सपा दंगाइयों को शहीद का दर्जा देना चाहते है - स्वतंत्रदेव


मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण कि कांग्रेस महासचिव प्रियंका वाड्रा उपद्रवियों को शहीद बता रही हैं और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव दंगाईयों के मुकदमें वापस लेने की बात कह रहे हैं। बैरहाल इसमें कोई आश्चर्य नहीं है। जब अखिलेश आंतकवादियों के मुकदमें वापस लेने का प्रयास कर सकते हैं तो उनकी पैरोकारी उनके लिए छोटी बात है। जिन्होंने कचहरी में बम विस्फोट कर के निर्दोषों की हत्याएं की थी। योगी सरकार की विशेष पैरोकारी की वजह से आज उन्हें अदालत ने उनके कुकर्मों की सजा दी है। जिन दंगाईयों, उपद्रवियों ने देश को जलाया, गोलियां चलायी, बम चलाए, पत्थर बरसाए, पत्रकारों को पीटा, उनके कैमरे तोडे, ओबी वैन को जलाकर राख किया उन उपद्रवियो के मुकदमें अखिलेश यादव वापस लेने की बात कर रहे हैं। यही समाजवादी पार्टी का मूल चरित्र है। भाजपा देश के नागरिकों के हितों के लिए कोई भी अच्छा काम करेगी तो विपक्षी पार्टियां उसके विरोध में स्वर उठाएगी। हम यदि बताते हैं कि सूर्य पूर्व से उदित होता है तो सपा, बसपा, कांग्रेस व अन्य पार्टियां उसे पश्चिम से उदय बताएगें। राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (NPR) पर अखिलेश यादव के बयान पर स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि NPR कोई नई व्यवस्था नहीं, पहले से चली आ रही है। 2011 की जनगणना से गरीबों का एक डाटाबेस तैयार हुआ था। NPR 2021 में होने जा रही जनगणना का आधार बनेगा। यह हर दस साल में अपडेट होती है। इसमें किसी तरह के कागजात और सबूत नहीं मांगे जाते। जो जनता कहती है वही सही है। देश के सामान्य नागरिकों की व्यापक पहचान का डाटाबेस बनाना इसका मुख्य लक्ष्य है। केन्द्र की सारी योजनाएं इसी डाटाबेस के आधार पर बनाई जाती हैं। और यह देश के हर नागरिक का जीवन बेहतर बनाने के लिए बनाई जा रही योजनाओं का आधार बनता है। मोदी सरकार ने गरीबों के लिए आवास, उज्जवला गैस, हर घर शौचालय, किसानों को सम्मान निधि, हर गरीब को स्वाथ्य बीमा जैसी तमाम गरीबों के हित की योजनाएं बनाई है। 2024 तक हर घर नल पहुंचे इस लक्ष्य के साथ काम कर रही है। विपक्ष जनता को गुमराह ना करे। कांग्रेस के नेता उपद्रवियों का समर्थन कर रहे है, उन्हें गुमराह कर रहे है। जिन उपद्रवियों ने पाकिस्तान जिन्दाबाद और भारत तेरे टुकडे होंगे के नारे लगाए ये राजनैतिक दल उनके हिमायती बन गए। उपद्रवियों ने पुलिस के मना करने के बाद भी हिंसा पर उतर आए, फायरिंग करी, बम चलाए, पत्थर बरसाए। प्रियंका वाड्रा एैसे उपद्रवियों एवं उनके समर्थको के घर जाकर कौन सा संदेश देना चाह रही है। कांग्रेस के नेता मारे गए दंगाइयों को शहीद का दर्जा देकर उन्हें मुआवजा देने की बात करते है। यह हमारे देश के शहीदों का घोर अपमान है जिन्होंने देश के दुश्मनों से लड़ते हुए अपने प्राण न्यौछावर किए।