प्रयागराज। मंगलवार को उत्तर मध्य रेलवे परिक्षेत्र में ट्रेन संचालन में संरक्षा की दृष्टि से उल्लेखनीय योगदान करने वाले 24 रेल कर्मियों को महाप्रबंधक उत्तर मध्य रेलवे राजीव चौधरी ने पुरस्कृत एवं सम्मानित किया। इस अवसर पर कर्मचारियों को प्रमुख मुख्य संरक्षा अधिकारी रंजन यादव और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में सम्मानित किया गया। पुरस्कार समारोह एवं समीक्षा बैठक में उत्तर मध्य रेलवे के सभी प्रमुख मुख्य विभागाध्यक्ष और वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से तीन मंडलों इलाहाबाद, आगरा और झांसी के मंडल रेल प्रबंधक उपस्थित थे। पुरस्कृत होने वालों में राव विरेन्द्र सिंह, लोको पायलट इलाहाबाद, अजीत कुमार, सहा. लोको पायलट इलाहाबाद, अजय पाल,स्टेशन मास्टर उत्तर मध्य रेलवे सिकन्दपुर, नागेन्द्र प्रसाद, टेक्नीशियन उत्तर मध्य रेलवे छिवकी, शिवपाल, प्वाइंटसमैन उत्तर मध्य रेलवे प्रेमपुर, शारदा प्रसाद, प्वाइंटसमैन उत्तर मध्य रेलवे कानपुर, कपिल कटियार, गार्ड उत्तर मध्य रेलवे जीएमसी कानपुर, कमलेश कुमार, प्वाइंटसमैन उत्तर मध्य रेलवे औंग, राजेन्द्र कुमार निर्खुपा, स्टेशन मास्टर हाथरस, निर्भय कुमार, स्टेशन मास्टर फफूंद, ए.के. गोयल, मुख्य लोको निरीक्षक कानपुर, अजय झा, लोको पायलट कानपुर, मो. हाशिम हुसैन, सहा. लोको पायलट कानपुर, असलम खान अब्बासी, स्टेशन मास्टर मखनपुर, हरि ओम, प्वाइंटसमैन दाउद खां, संजय कुमार भारती, स्टेशन मास्टर फफूंद, राम सजीवन, कीमैन नैनी, भारत सिंह, सीनियर सेक्शन इंजीनियर कैरेज एवं वैगन झांसी, आर. ए. अनुरागी, लोको पायलट मालगाड़ी, नीरज झा, सहा. लोको पायलट, छोटे लाल, ट्रैकमेंटेनर-तृतीय, अर्जुन सिंह, ट्रैकमेंटेनर-चतुर्थ, छोटक, टेक्निशियन-। आगरा फोर्ट, त्रिवेन्द्र तोमर, टेक्निशियन-।।। कोसीकलां, शामिल थे। इस अवसर पर महाप्रबंधक उत्तर मध्य रेलवे राजीव चौधरी ने सम्मानित होने वाले रेल कर्मियों की संरक्षा के प्रति प्रतिबद्धता एवं असाधारण सतर्कता द्वारा संभावित दुर्घटनाओं को बचाने के लिए प्रशंसा की। उन्होंने कहा ऐसे कर्मचारी अपने सहयोगियों के लिए प्रेरणा के स्रोत हैं और उन्हें भी समान दक्षता के साथ काम करना चाहिए।उन्होंने बल दिया कि भारतीय रेल एवं उत्तर मध्य रेलवे में संरक्षा रेल के सभी कार्यों के निष्पादन हेतु मूलभूत दर्शन के रूप में अंतर्निहित है। महाप्रबंधक ने कहा, चूंकि संरक्षा हमारी प्राथमिक चिंता है, हमें इसे हर कीमत पर सुनिश्चित करना चाहिए और इसके लिए, ट्रेन संचालन को नियंत्रित करने वाले नियमों और विनियमों की समुचित जानकारी होना आवश्यक है। कोहरे से संबंधित संरक्षा सावधानियों के बारे में चर्चा करते हुए चौधरी ने निर्देश दिया कि लोको पायलटों की ड्यूटी के घंटों की निगरानी आवश्यक रूप से की जानी चाहिए और क्रू लिंक को तदनुसार तर्कसंगत बनाया जाना चाहिए। उन्होंने कोहरे के दौरान वांछित सभी संरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करने के लिए डिवीजनों को भी निर्देशित किया। राजीव चौधरी ने डिवीजनों को निर्देश दिया कि वे सभी बार-बार ट्रेसपासिंग वाले स्थानों को चिन्हित कर ट्रैक को सुरक्षित करें। उन्होंने कहा कि ये ट्रेसपास करने वाले रेलवे के साथ-साथ सड़कौपयोगकर्ताओं की संरक्षा के लिए खतरा हैं, इसलिए इस मुद्दे को प्राथमिकता से निपटना चाहिए। उन्होंने कहा कि ट्रेसपासिंग वाले स्थानों के निकट के गांवों के ग्रामीणों और विशेष रूप से सरपंचों को इस मुद्दे की गंभीरता से अवगत कराया जाए। उन्होंने कहा कि कर्व पर स्थित प्लेटफार्मों पर स्टार्टर सिग्नल के रिपीटर सिगनल लगाए जाएं, ताकि ट्रेन के गार्ड भी सिग्नल देख सकें जिससे संरक्षा और पुख्ता हो सके। उन्होंने अधिकारियों को अलार्म चेन पुलिंग के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का भी निर्देश दिया। बैठक के दौरान विभिन्न संरक्षा, समयपालनता और बुनियादी ढांचे के विकास के मुद्दों पर भी चर्चा की गई। चौधरी ने कहा कि महत्वपूर्ण स्टेशनों के एप्रोच को साफ-सुथरा और सौंदर्यीकरण किया जाना चाहिए, ताकि हमारे यात्रियों को सुकूनदायक वातावरण प्रदान किया जा सके।
महाप्रबंधक ने संरक्षा में उल्लेखनीय योगदान देने वाले रेलकर्मी को पुरस्कृत किया