प्रधानमंत्री के आने से पूर्व लखनऊ की शांति बहाली बनी यूपी सरकार की चुनौती!


मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के लखनऊ आने के पहले राजधानी की स्थित को सामान्य बनाने के लिए यूपी की राज्यपाल, मुख्यमंत्री, मंत्री और योगी के अल्पसंख्यक मंत्री हरकत में आ गये हैं। प्रधानमंत्री दो दिन बाद मुख्यमंत्री कार्यालय लोकभवना में स्थापित की गयी अटल बिहारी बाचपेयी के जन्मदिन के अवसर 25 फिट ऊंची प्रतिमा का लोकार्पण करने आ रहे हैं। बताते हैं कि राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने शनिवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से राज्य की ताजा स्थित की जानकारी प्राप्त करके केंद्र को अपनी रिपोर्ट भेज दीं हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को पत्र जारी कर धर्माचार्यों एवं प्रबुद्ध वर्ग से आगे आकर सभी को अपने दायित्वों के भली प्रकार निर्वाहन करने में साथ देने की अपील किया है। पत्र में लिखा गया है कि नागरिकता कानून भारत के प्रत्येक नागरिक को सुरक्षा की गारंटी है। केंद्र और प्रदेश की सरकार हर नागरिक की सरकार है।किसी के बहकावे में न आवें और कानून को हाथ मे न लें। अपने पत्र में योगी ने जोर देकर बताया है कि  सरकार सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास के नीति और कार्य कर रही है। कल ही योगी के दूत के रूप में उनके अल्पसंख्यक मंत्री मोहसिनरजा टीले वाली मस्जिद के इमाम फलुर्रहमान से भेंट किये।जबकि ऐशबाग ईदगाह के इमामे जुमा खालिद रसीद फरंगी महली से कैबिनेटमंत्री डॉ महेंद्र सिंह के साथ जाकर मिले और मुसलमानों को नागरिक संशोधन कानून के संदर्भ में गलतफहमी दूर कराने की गुजारिश किया। इससे पहले मोहसिनरजा लांग टेनिस पूर्व एशियन चैंपियन पदमश्री गौस मोहम्मद, हॉकी के खान बहादुर के घर जाकर नागरिक कानून के विषय में जानकारी देकर मुस्लिम समाज को समझाने की अपील किया।