प्रशासन के 144 पर भारी रहा उपद्रवियों तांडव!



मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ। नागरिकता कानून के विरोध में उतरे उपद्रवियों ने पुलिस के दावों को तार-तार करके राजधानी लखनऊ में दर्जनों चार पहिया वाहन, रोडवेज की एक बस, न्यूज चैनलों की गाड़ियों में न सिर्फ तोड़-फोड़ किये बल्कि गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया। आग बुझाने गयी फायर बिग्रेड की गाड़ियों पर भी पथराव किये। सबसे पहले खादर क्षेत्र में डेढ़-दो बजे के बीच मदेयगंज और सतखेड़ा पुलिस चौकियों में खड़ी गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया। धारा 144 लगाकर लखनऊ प्रशासन ने बड़े-बड़े दावे किये थे। खदरा से बेगम हाजरत महल पार्क उसके बाद परिवर्तन चौक रिवर्तन चौराहे उपद्रवी पहुंच गये। पूरी तैयारी के साथ हजारों उपद्रवियों ने आग बुझाने गई फायर स्टेशन की गाड़ियों पर भी पथराव किया। कई जगह धू-धूकर जल रही गाड़ियों को बुझाने के लिए दमकल कर्मी भी नहीं पहुंच पा रहे थे। इस बीच दंगाइयों को रोकने में विफल हुई पुलिस ने कई पत्रकारों की बर्बरता पूर्वक पिटाई कर दी, दूसरी तरफ दंगाइयों ने उनकी गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया। नागरिक संशोधन अधिनियम के ख़िलाफ़ हो रहे प्रदर्शन में पुलिस के दावों की निकलती हवा से खिसियाई पुलिस ने हुसैनाबाद में पत्रकारों को रोकने के लिए फोटो ग्राफरों और पत्रकारों पर ही लाठीचार्ज कर दिया। कई पत्रकारों के सिर  पर पुलिस प्रहार से हेलमेट टूट गये, हाथों और पैरों चोटें आईं हैंं। दोपहर 10-11 बजे से ही उपद्रवी पुुराने लखनऊ की तंग गलियों से गुरिल्ला हमला कर रहे हैं। पुलिस खदरा पहुंची तो उपद्रवियों ने परिवर्तन चौक पर हमला कर दिया। इस अनियंत्रित भीड़ का कोई घोषित नेतृत्वकर्ता नहीं दिखा लेकिन हमला पूरा सुनियोजित था। किसी भी तरह की अनहोनी से निपटने के लिए कल से ही लखनऊ में धारा 144 लगाया था, स्कूल, कॉलेज बंद कर दिये गए थे, पुलिस पूरे तरीके से कमर कसके तैयार थी। बताया गया कि अधिकांश उपद्रवी लखनऊ की गलियां भी नहीं जानते थे वह इधर-उधर अनजान गलियों में घुस गये थे। सबसे सुरक्षित डीएम आवास के सामने भी अराजक तत्वों ने जम कर पथराव किया। खदरा से लेकर हजरतगंज के निकट तक लगभग 6किमी तक उपद्रव फैल गया। बड़ा प्रश्न यह है कि क्या कोई भी खुफिया एजेंसी इतने बड़े सुनियोजित उपद्रव का इनपुट नहीं ले पाया। अब चारों ओर से यही सवाल उठ रहा है कि हिंसक भीड़ को कौन लाया था? इस बीच एसएसपी लखनऊ ने बताया कि पुलिस ने राजधानी में हुई हिंसा में लगभग 100 लोगों को गिरफ्तार किया है। थोड़ी देर में हालात काबू में आ जायेगी। इन दंगों में कई पुलिसकर्मी घायल हो गए हैं। प्रदर्शन होने की पूर्व सूचना और पुलिस के भारी तैयारी के दावों के बावजूद भी कई पुलिस कर्मियों को सुरक्षा किट नही मिली थी। एक घायल पुलिस के जवान ने बताया कि आलाधिकारियों की लचरता के चलते पुलिस कर्मियों को पथराव के दौरान चोटें आयीं। धर्म विशेष के इस उपद्रव के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उच्य अधिकारियों को खूब लताड़ लगायी है।