यूपी के मऊ में चल रहा था फर्जी पासपोर्ट बनाने के रैकेट 





मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ। माया-अखिलेश सरकार के समय से ही पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई की सक्रियता वाला जिला चिन्हित होने वाला पूर्वी उत्तर प्रदेश के मऊ जिले में योगी राज में भी देश विरोधी गतिविधियों को अंजाम देने वाले सक्रिय हैं। ताजा मामला फर्जी पासपोर्ट बनाने के खेल का पर्दाफाश होने के बाद पुलिस और प्रशासन ने होश फाख्ता उड़ गए हैं। इस खेल में कुछ स्थानीय लोगों के साथ ही पुलिस और अभिसूचना इकाई से जुड़े लोगों की भी संलिप्तता उजागर हुई है। पुलिस अधीक्षक ने एलआइयू इंस्पेक्टर को निलंबित करने के लिए राज्य अभिसूचना इकाई को पत्र लिखा है।जबकि कोपागंज थाने के उर्दू विवेचक जमील अहमद और  होमगार्ड संजीव कुमार सिंह समेत 10 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। एलआइयू के दो हेड कांस्टेबलों की संलिप्तता भी बतायी जा रही है, उनकी जांच के आदेश पुलिस अधीक्षक ने दे दिए हैं।पुलिस की ओर से पकड़े गए लोगों के पास से 09 लैपटाप, 11 मोबाइल, 37 पासपोर्ट फार्म, फर्जी मार्कशीट और 50 हजार रुपये भी बरामद हुए हैं। पकड़े गए लोगों का चालान कर दिया गया है। शनिवार को रिजर्व पुलिस लाइन में प्रेस कांफ्रेस कर पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने इस पूरे रैकेट के बारे में जानकारी दी। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि गिरफ्तार किए गए लोगों मेें कोपागंज थाने में तैनात होमगार्ड संजीव सिंह निवासी धवरियासाथ और मुहम्मदाबाद गोहना थाने में तैनात उर्दू अनुवादक जमील अहमद के अलावा आठ स्थानीय लोग शामिल हैं पकड़े गए आरोपितों में कोपागंज थाना क्षेत्र के दोस्तपुरा निवासी फिरोज अहमद, हुसैनाबाद के जफर अकबर, मुहम्मदाबाद गोहना थाने के खैराबाद का निवासी नदीम अख्तर, अतरारी बारी बाग का शाहिद परवेज, दोहरीघाट थाने के रसूलपुर मोर्चा का रामनगीना यादव, वाराणसी जनपद के थाना भेलूपुर के खोजवा का निवासी सनी गुप्ता, मड़ुआडीह थाने के ककरमत्ता का निवासी संदीप कुमार, गाजीपुर जनपद के सैदपुर थाने के डहरकला निवासी संजय गुप्ता शामिल हैं। इन सभी के अलावा एलआइयू के हेड कांस्टेबल अनिल शर्मा और संध्या की भी संलिप्तता सामने आई है उनकी जांच कराई जा रही है जबकि एलआइयू इंस्पेक्टर रामधनी को निलंबित करने के लिए जिलाधिकारी को रिपोर्ट विभाग की आेर से भेज दी गई है। गिरफ्तार किए गए पुलिसकर्मियों को भी निलंबित कर दिया गया है।फर्जी पासपोर्ट बनाने का मामला उजागर होते ही पूरे जिले में हड़कंप मचा हुआ है। इस धंधे और रैकेट से जुड़े और भी लोगों के सामने आने की संभावना है। पूरे मामले की जांच के लिए इंस्पेक्टर नीरज पाठक की अगुआई में एक टीम का गठन किया है,जो 2019 में बनने वाले सभी पासपोर्ट की दोबारा जांच करेगी।