एक और भाजपा विधायक ने योगी सरकार में अफसरों पर लगाया लूट का आरोप



  • महोत्सव के नाम पर प्रशासन मना रहा लूटोत्सव-संजय प्रताप जायसवाल


मनोज श्रीवास्तव/बस्ती। बस्ती महोत्सव के नाम पर प्रशासन लूट का उत्सव मना रहा है। रुधौली विधायक संजय प्रताप जयसवाल ने प्रेस कांफ्रेंस कर जिला प्रशासन पर अवैध वसूली करने का गंभीर आरोप लगाया है। इसके पहले गाजियाबाद की लोनी सीट से विधायक नंद किशोर गुर्जर ने विधानसभा में सरकारी अफसरों की लूट का आरोप लगाया था।जायसवाल ने कहा कि जिला प्रशासन पंडित दीनदयाल उपाध्याय के सपनों को तार-तार कर रहा है। बस्ती महोत्सव लूट का उत्सव बन गया है। यह आयोजन अवैध वसूली से कराया जा रहा है। उन्होंने विभिन्न विभागों से वसूली किये गए रुपयों का भी खुलासा किया। उनके अनुसार जिले में  सरकारी शराब की दुकानों से 25 से 30 लाख रुपए की वसूली हुई। बस्ती जनपद के सभी 1365 कोटेदारों से लगभग 1000 से 1500 की वसूली हुई है। सभी ब्लॉकों के एसएमआई से लगभग 20 हज़ार रुपये प्रति गोदाम की वसूली हुई है। जनपद के सभी पेट्रोल पंपों से लगभग 10 हज़ार रुपये प्रति पेट्रोल पम्प की वसूली हुई है। जनपद के सभी ड्रग लाइसेंस मेडिकल स्टोरों से लगभग 1000 प्रति दुकान के हिसाब से वसूली की गई है।सभी नगर पंचायतों से एक लाख के हिसाब से वसूली की गयी है। सभी ईट भट्ठा व्यवसाई से लगभग 10 से 15 हज़ार की वसूली हुई है। जनपद के सभी नर्सिंग होम से लगभग 25 से 30 हज़ार की वसूली की गई है। सभी सीएचसी सेंटर से लगभग 20 हज़ार की वसूली हुई है। बैंकों के माध्यम से लगभग3 लाख रुपये प्रति बैंक से वसूला गया है। राइस मिल एसोसिएशन से लगभग 15 लाख की वसूली की गई है। जनपद के 1249 ग्राम पंचायतों में से अधिकांश ग्राम पंचायतों से लगभग 5 हज़ार रुपये प्रति ग्राम पंचायत के हिसाब से वसूली की शिकायतें निरंतर प्राप्त हो रही प्राप्त हो रही हैं।जिले के सभी विभागों के कर्मचारियों इंस्पेक्टर राज के अंतर्गत आने वाले सभी व्यवसायियों लाइसेंसधारियों से जबरन वसूली का कार्य चल रहा है। जिले के प्रशासनिक अधिकारी एक तरफ महोत्सव में बस्ती महोत्सव में  मस्त है दूसरी ओर जनपद का गन्ना किसान पिछले वर्षों के भुगतान के लिए तरस रहा है। जनपद के गोविंद नगर चीनी मिल पर 42 करोड़, बजाज हिंदुस्तान शुगर मिल अठदमा पर किसानों का लगभग 105 करोड़ गन्ना मूल्य बकाया है। जिसके चिंता जिला प्रशासन को बिल्कुल नहीं है। टोल प्लाजा बस्ती के कर्मचारियों द्वारा साइड के रोड़ों पर जबरन गैर कानूनी ढंग से बिना पर्ची के वसूली की जा रही है। जिससे जनपद का करोड़ों का राजस्व का नुकसान हो रहा है। जिला प्रशासन अवैध वसूली पर मूकदर्शक बना हुआ है। जबकि टोल प्लाजा बस्ती में अभी तक लगभग 70 करोड रुपए का बकाया है।जिला प्रशासन ने वसूली हेतु मात्र 2 दिन का समय दिया था, परन्तु 1 पखवाड़ा बीत जाने के बावजूद जिला प्रशासन कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। वही दूसरी तरफ जनपद के सम्मानित राजस्व के बकायेदारों पर जिला प्रशासन इस कदर उत्पीड़न कर रहा कि उनके समस्त संपत्तियों की कुर्की नीलामी की कार्यवाही कराकर उसे समाचार पत्रों में प्रकाशित कर विभिन्न विभाग के राजस्व बकायेदारों का सामाजिक तथा मानसिक उत्पीड़न किया जा रहा है। जिला प्रशासन द्वारा कमजोरों पर कार्यवाही तथा बड़े राजस्व बकायेदारों को सहूलियत दी जा रही है।जिला प्रशासन के दोहरे नीति से प्रदेश सरकार की छवि खराब हो रही। बस्ती जनपद की धरोहर आचार्य रामचंद्र शुक्ल का बस्ती महोत्सव में ना कहीं नाम है और ना ही स्थान है।ऐसे महान विभूति की मूर्ति वर्षों से उखाड़कर फेकी गयी जो अभी तक खेतों में पड़ी है। मैं पिछले कई वर्षों से उसी को बड़ेवन चौराहे पर स्थापित करवाने की मांग कर रहा हूं लेकिन जिला प्रशासन द्वारा इस पर कोई अमल नहीं किया जा रहा है। इन्हीं कारणों से मैंने अपने आप को पिछली बार भी बस्ती महोत्सव से अलग किया था इस बार भी मैं अपने आपको बस्ती मोहत्सव से अलग रखता हूं। इस बार भी मेरी यही मांग है कि जिला प्रशासन श्वेत पत्र जारी करे कि बस्ती महोत्सव कराए जाने हेतु उन्हें कितनी- कितनी धनराशि कहां से प्राप्त हुई है।जब तक मेरे गन्ना किसानों का बकाया भुगतान तथा आचार्य रामचंद्र शुक्ल की उपेक्षित मूर्ति का अनावरण बडेवन चौराहे पर नहीं होता तब तक मैं इस महोत्सव से अलग ही रहूँगा।मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर बस्ती महोत्सव में हो रहे भ्रष्टाचार की शिकायत करूंगा।