गन्ना समितियां पूर्णतया कम्प्यूटरीकृत होंगी -  सुरेश राणा
 




लखनऊ : गन्ना कृषकों को हो रही परेशानियों को दूर करने तथा सहकारी गन्ना समितियों के पर्ची निर्गमन एवं अन्य कार्यों में शुचिता तथा पारदर्शिता लाये जाने के लिए ई . आर . पी . माडयूल विकसित किया गया है । मंत्री सुरेश राणा ने बताया कि , ई . आर . पी . के अन्तर्गत गन्ना समितियों के मानव सम्पदा , कृषि निवेश व्ययवसाय , लेखा एवं पर्ची निष्कासन व्यवस्था के लिए पृथक - पृथक एच . आर . माडयूल , खाद एवं कीटनाशक वितरण के लिए माडयूल , समिति की बैलेन्सशीट , एकाउटिंग एवं टी . डी . एस . माडयूल विकसित किये जा रहे हैं । ई . आर . पी . के अन्तर्गत विकसित किये जा रहे इन माडयूल्स से गन्ना समितियां पूर्णतया कम्प्यूटरीकृत हो जायेंगी । गन्ना समितियों के पूर्णतया कम्प्यूटरीकृत हो जाने के उपरान्त कृषक , समिति के गोदामों से कृषि निवेशों की उपलब्धता के साथ - साथ अपने लेन - देन की जानकारी आन - लाइन कर सकेंगे और उन्हें अनावश्यक रूप से समिति कार्यालय के चक्कर लगाने से भी निजात मिलेगी ।




इस व्यवस्था से समिति की बैलेन्सशीट , टी . डी . एस . एवं एकाउन्टिंग भी आन - लाइन होने से पारदर्शिता आयेगी तथा विभाग के अन्तर्गत गन्ने के विपणन के साथ - साथ गन्ना समिति के कृषि निवेशों के व्यवसाय , स्थापन एवं लेखा सम्बन्धी कार्यों सहित समस्त गतिविधियां इस पोर्टल के माध्यम से सुचारू रूप से सम्पादित हो सकेंगी , जिससे विभाग की गतिविधियों के सम्पादन में शुद्धता एवं गतिशीलता के साथ पारदर्शिता भी बढ़ेगी । ई . आर . पी . व्यवस्था में प्रदेश के लगभग 46 . 20 लाख गन्ना आपूर्तिकर्ता किसानों को आई . टी . प्लेटफार्म पर तकनीक से जोडा गया । एस . एम . एस . की प्रकिया से किसानों को अपनी पर्ची के विषय में तत्काल सूचना मिल रही है , जिससे किसानों को अपनी पर्चियों के लिए भटकना नहीं पड़ता है । गन्ना किसानों को उपलब्ध करायी जा रही एस . एम . एस . पर्ची पर गन्ना तौल की सुविधा भी दी जा रही है । ई . आर . पी . प्रणाली में किसानों को अपने सर्वे सट्टा , कलेण्डर एवं पर्ची आदि की आन - लाइन सीधे जानकारी प्राप्त हो रही है , जिससे समिति कार्यालय में जानकारी हेतु आने - जाने में लगने वाले समय की भी बचत हो रही है । अब तक लगभग दो करोड बीस लाख बार किसानों द्वारा अपने आंकडों का ई . आर . पी . वेबसाईट ' www . caneup . in ' से अवलोकन किया गया तथा 8 , 47 , 690 किसानों द्वारा ' E - Ganna App डाउनलोड किया गया एवं 5 , 76 , 52 , 433 बार ई - गन्ना ऐप को हिट किया गया है , जो कृषकों के बीच ई . आर . पी . वेबसाईट एवं ई - गन्ना ऐप की लोकप्रियता का प्रमाण है । ई . आर . पी . व्यवस्था से शासन की मंशानुरूप ' जीरो टालरेन्स ' नीति के तहत भ्रष्टाचारियों तथा गन्ना माफियाओं पर अंकुश लगाने में आशातीत सफलता प्राप्त हुई है । ई . आर . पी . व्यवस्था लागू होने से प्रदेश में 85 , 510 डबल बाण्ड , 23 , 985 फर्जी आपूर्तिकर्ता तथा 94 , 813 भूमिहीन कृषको के बाण्ड सामने आये जिन्हें बन्द कर दिया गया है ।  राज्य मंत्री ,  सुरेश पासी ने बताया कि ई . आर . पी . प्रणाली लागू होने से कृषको को समय से समानुपातिक रूप से पर्चियों की उपलब्धता तथा चीनी मिलों को ताजे गन्ने की आपूर्ति भी हो रही है ।